छत्तीसगढ़
ग्रामीण अंचल में छेरछेरा तिहार की धूम, बच्चों ने मांगा छेरछेरा, किसानों ने जमकर किया अन्नदान। छेर-छेरा त्यौहार की हार्दिक शुभकामनाएँ। सभापति- अंकित गौरहा।
![](https://sabkasandesh.com/wp-content/uploads/2023/01/IMG-20230106-WA0017.jpg)
ग्रामीण अंचल में छेरछेरा तिहार की धूम, बच्चों ने मांगा छेरछेरा, किसानों ने जमकर किया अन्नदान। छेर-छेरा त्यौहार की हार्दिक शुभकामनाएँ। सभापति- अंकित गौरहा।
भूपेंद्र साहू।
ब्यूरो चीफ बिलासपुर।
छत्तीसगढ़ मे छेर-छेरा त्यौहार लोक परंपरा के अनुसार पौष महीने की पूर्णिमा को प्रतिवर्ष त्योहार के रूप में मनाया जाता है।
गांव में बच्चे युवा टोली बनाकर गीत गाते, डंडा नृत्य करके अन्न का दान मांगते हैं, वही किसानों की कटाई के बाद मिसाई के हो जाने से भंडार से भरपूर अन्न का दान करते हैं, बच्चे व युवा छत्तीसगढ़िया भाषा में “छेर-छेरा माई कोठी के धान ला हेर हेरा “आवाज देकर छेरछेरा मांगते हैं।