छत्तीसगढ़

शहीद मांझी के मां के भूख हड़ताल से झुकी प्रशासन,मांग हुई पूरी मछली मार्केट का नाम गफ्फार खान की जगह अब होगा शहीद विश्राम सिंह मांझी मार्केट सांसद विजय बघेल ने समर्थकों के साथ दिया समर्थन

भिलाई। शहीद विश्राम  मांझी की मां के एक दिवसीय  भूखहड़ताल के आगे प्रशासन को झुकना पड़ा और शहीद का सम्मान करते हुए नायब तहसीलदार ने नगर निगम के जोन आयुक्त की उपस्थिति में घोषणा किया कि अब पॉवर हाउस केम्प 2 मछली मार्केट का नाम स्व. गफ्फार खान मार्केट की जगह अब इसका नाम शहीद विश्राम सिंह मांझी के नाम से किया जायेगा। ज्ञातव्य हो कि गत 30 दिसंबर को निगम के सामान्य सभा में बीजेपी के पार्षदों एवं जनप्रतिनिधियों के विरोध के बाबजूद कांग्रेस की शहर सरकार ने पावर हाउस मछली मार्केट का नाम पूर्व पार्षद मरहूम गफार खान के नाम का प्रस्ताव पारित कर मो गफार खान मछ्ली मार्केट पावर हाउस कर दिया।

 

जिसके विरोध में स्थानीय जनता एवं मछली व्यवसायियों, शहीद विश्राम माँझी की माँ रुक्मिणी देवी माँझी साथ में समाज के लोगो ने मछली मार्केट पावर हाउस के नये नाम के विरोध में मछली मार्केट पावर हाउस के सामने टेंट लगाकर भूख हड़ताल पर बैठ गये। भूख हड़ताल का समर्थन करने सांसद बिजय बघेल मछली मार्केट पावर हाउस पहुचकर शहीद विश्राम मांझी को श्रद्धांजलि अर्पित कर अपने उदबोधन में शहीद विश्राम मांझी को एक सच्चे देश का सपूत बताया जो देश की रक्षा करते हुए शहीद हो गये।उनके सम्मान में समाज एवं स्थानीय लोग मछली मार्केट का नाम शहीद विश्राम मांझी मछली मार्केट करने की मांग कर रहे है तो निगम महापौर इसे अनसुना कर निगम के सामान्य सभा मे मरहूम मो. गफार खान के नाम से पारित कर दिया।

सांसद विजय बघेल ने कहा कि जो माँ आज भूख हड़ताल पर बैठी है उसने 1985 में एक बालक को जन्म दिया वो बालक अपने स्कूली शिक्षा प्राप्त करते हुये इसी मछली मार्केट में बड़ा हुआ। सन 2005 में शहीद विश्राम मांझी को देश सेवा करने का मौका मिला माँ, पिताजी, भाई बहन बहुत खुश हुये और सपने संजोये लेकिन 2006 में उनके घर उस सपूत का म्रत शरीर आया जो देश सेवा करते हुये अपने प्राण न्योछावर कर शहीद हो गये। सोचिये उस मॉ एवं परिवार पर क्या गुजरा होगा। आज इतने बलदानी सपूत की माँ को शहीद बेटे के सम्मान के लिए भूख हड़ताल पर बैठना पड़ रहा है। कांग्रेस की राज्य सरकार, शहर सरकार के लिये शर्म की बात है।

उन्होंने मंच से शासन, निगम महापौर को चेतावनी देते हुये कहा कि अगर इस मछली मार्केट का नाम जब तक शहीद विश्राम मांझी के नाम पर नही किया जायेगा तब तक शहीद विश्राम मांझी की माँ एवं समाज के साथ मैं भी भूख हड़ताल, आमरण अनशन पर बैठूगा। तब शासन की ओर से कलेक्टर के आदेश पर नायब तहसीलदार एवं जोन आयुक्त ने सांसद विजय बघेल से मिलकर मछ्ली मार्केट का निगम से पारित नाम मो गफार खान मछ्ली मार्केट के नाम पर रोक लगाते हुये, शहीद विश्राम मांझी मछली मार्केट के नाम से निगम के एम आई सी एवं सामान्य सभा मे इस नाम से पारित कराया जायेगा। मांग पूरी होने पर सांसद विजय बघेल ने भूख हड़ताल पर बैठे शहीद विश्राम मांझी की माँ रुक्मिणी देवी, बहनों सीता एवं गीता मांझी, सुमित्रा मांझी साथ मे समाज के ग्यारह व्यक्ति दूधनाथ चौधरी, गरीब चंद चौधरी, नारद मुनि, राम प्रयाग, डी आर चौधरी, राजू चौधरी, अजय चौधरी, मोहन चौधरी, बिन्दु लाल चौधरी, रामचरित को जूस पिलाकर भूख हड़ताल समाप्त कराया।

इस कार्यक्रम में बीजेपी जिला अध्यक्ष बृजेश बिजपुरिया ने भी अपना समर्थन देते हुये अपनी बात लोगो के बीच रखी।कार्यक्रम में उपस्थित पूर्व महापौर निर्मला यादव, बुद्धन ठाकुर, सांसद प्रतिनिधि प्रमोद सिंह, प्रवीन पाण्डेय, वीरेन्द्र साहू, छोटेलाल चौदरी, महेश वर्मा, भोजराज सिन्हा, पार्षद विनोद सिंह, विनोद चेलक,पीयूष मिश्रा, हरिशंकर शाह, विजय सिंह, त्रिलोचन सिंह, मुन्ना आर्या, हरिशंकर चौदरी, रंजीत ठाकुर, भानु प्रताप,युवा मोर्चा अध्यक्ष अमित मिश्रा, मयंक गुप्ता, सनी यादव, सतपाल पासवान इत्यादि मौजूद थे।

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