छत्तीसगढ़

जिले का पहला एस्ट्रोनॉमी लैब खुला सेक्टर 6 स्थित आत्मानंद स्कूल में महापौर नीरज पाल ने किया शुभारंभ, निगमायुक्त रोहित व्यास विशेष रुप से रहे मौजूद

भिलाई। नगर पालिक निगम भिलाई के सेक्टर 6 स्थित आत्मानंद स्कूल में आज एस्ट्रोनॉमी लैब का शुभारंभ भिलाई के महापौर नीरज पाल ने किया। इस दौरान निगम आयुक्त रोहित व्यास विशेष रूप से मौजूद थे। अब एस्ट्रोनॉमी लैब में बच्चों को ब्रह्मांड के बारे में सवालों के जवाब मिल सकेंगे। बच्चे यह जान सकेंगे कि आसमान का रंग नीला क्यों है, तारे क्यों चमकते हैं, चांद और सूरज कहां छिप जाते हैं, रात के समय आसमान काला क्यों दिखाई देता है, गुरुत्वाकर्षण का क्या प्रभाव पड़ता है, कितने प्रकार के ग्रह होते है, चंद्रमा ऑर्बिट कैसे करता है इत्यादि की जानकारी इस लैब के जरिए मिल पाएगी।

टिमटिमाते तारे की नई-नई जानकारियां भी हासिल कर सकेंगे। इस एस्ट्रोनॉमी लैब में टेलीस्कोपिक की सुविधा भी मौजूद है। एस्ट्रोनॉमी लैब का प्रमुख उद्देश्य सभी छात्रों के अंदर अंतरिक्ष के व्यवहारिक ज्ञान के जरिए उत्सुकता जागृत करना, छोटी उम्र से ही सभी बच्चों में साइंटिफिक टेंपर विकसित करना, टेलिस्कोप के माध्यम से सौरमंडल के अन्य ग्रहों को पास से देखना और उनके चित्र को कैद करना, अंतरिक्ष व आकाश मंडल की गतिविधियों की जानकारी हासिल करना शामिल है।

मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल जी की मंशा के अनुरूप भिलाई के आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल में शिक्षा के क्षेत्र में विकास देखने को मिल रहा है। शुभारंभ के अवसर पर भिलाई महापौर नीरज पाल ने कहा कि एस्ट्रोनॉमी लैब के खुलने के साथ ही शिक्षा के क्षेत्र में एक बड़ा काम हुआ है, अंतरिक्ष में कई पहलू है जिन्हें जानने का प्रयास इसके जरिए किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कलेक्टर पुष्पेंद्र मीणा तथा निगम आयुक्त रोहित व्यास के सतत प्रयासों से आत्मानंद स्कूल को एस्ट्रोशाला के रूप में तब्दील किया जा सका है।

 

अंतरिक्ष की किताबी ज्ञान से हटकर प्रायोगिक ज्ञान की दिशा में ले जाने का अच्छा प्रयत्न है। एस्ट्रोनॉमी लैब खुलने से विद्यार्थियों के सामान्य ज्ञान बढऩे से प्रतिस्पर्धा की भावना भी विकसित होगी तथा विद्यार्थियों की रुचि विज्ञान में बढ़ेगी।
विधायक देवेंद्र यादव ने आत्मानंद स्कूल में शिक्षा विकास को बढ़ावा देने के लिए इसे अच्छी पहल बताया। एस्ट्रोनॉमी लैब में कई प्रकार के वर्किंग मॉडल शामिल है, जिनके जरिए अंतरिक्ष के कई रहस्यमयी चीजों की जानकारी मिल पाएगी। एस्ट्रोनॉमी लैब विद्यार्थियों के ज्ञानवर्धक के लिए मील का पत्थर साबित होगा।

 

उल्लेखनीय है कि निगमायुक्त रोहित व्यास ने शिक्षा की दिशा में बढ़ोतरी हेतु कुछ अलग कार्य करने का काम किया है, एस्ट्रोनॉमी लैब को लेकर वे भिलाई में आते ही प्रयत्नशील थे, आज लैब प्रारंभ करवाकर आत्मानंद स्कूल को शिक्षा की ऊंचाइयों पर उन्होंने पहुंचाने का काम किया है। बच्चों में इस अनोखे लैब को लेकर काफी उत्सुकता है। एस्ट्रोनॉमी लैब के माध्यम से स्पेस में कैसे जाया जाता है, मिसाइल का क्या काम होता है, स्पेस में जाने पर मानव शरीर के अंगो पर किस प्रकार का प्रभाव पड़ता है, इन सभी का भी ज्ञान मिलेगा।

लैब के अंदर प्रवेश करते ही अंतरिक्ष यात्रा की अनुभूति प्रतीत होता है, क्योंकि लैब में कई प्रकार के वर्किंग मॉडल उपलब्ध है। एस्ट्रोनॉमी लैब के शुभारंभ के दौरान जिला शिक्षा अधिकारी अभय जायसवाल, जोन अध्यक्ष राजेश चौधरी, जोन आयुक्त खिरोद्र भोई, सहायक संचालक शिक्षा अमित घोस, स्कूल की प्राचार्य दलजीत कोराडा, एस्ट्रोलैब डेवलपर अनुष्ठा दास वैष्णव, कार्यपालन अभियंता सुनील दुबे, सहायक अभियंता वसीम खान, उप अभियंता श्वेता महेश्वर तथा स्कूल के स्टॉफ व छात्र, छात्राएं मौजूद रहे।

आत्मानंद इंग्लिश मीडियम के प्रत्येक स्कूलों में स्टार गैजिंग के माध्यम से देख सकेंगे खगोलीय घटनाओं को निगम आयुक्त श्री रोहित व्यास ने कहा कि आत्मानंद सरकारी इंग्लिश मीडियम के सभी स्कूलों में खगोलीय घटनाओं के लिए स्टार गैजिंग के माध्यम से चांद, जुपिटर, मार्श, तारो आदि के बारे में जानकारी देते हुए दिखाया जाएगा तथा इसके बारे में विस्तृत जानकारी भी प्रोजेक्टर के माध्यम से एक्सपर्ट के द्वारा बच्चों को प्रदान की जाएगी। जिसकी शुरुआत सेक्टर 6 के आत्मानंद स्कूल से हो चुकी है।

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