महात्मा गांधी की150 वीं जयंती, तालीम सप्ताह पर बच्चों ने देखी शिल्पकला की बारीकियां
कोंडागांव । राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद द्वारा शालाओं में दिनांक 26 सितंबर से 2 अक्टूबर तक महात्मा गांधी के 150 वीं जयंती के उपलक्षय मैं नई तालिम सप्ताह मनाया जा रहा है। इसी तारतम्य में शनिवार को बच्चों को परंपरागत शिल्प कला से परिचित कराने के उद्देश्य से प्राथमिक शाला धाकड़ पारा के बच्चों को ग्राम किढ़ई छेपडा़ निवासी राष्ट्रपति पुरस्कृत शिल्पकार तीजू राम विश्वकर्मा की शिल्प निर्माण कर्मशाला का भ्रमण कराया गया। बच्चों ने शिल्पकारों द्वारा निर्माण की जा रही है सुंदर कलाकृतियों को देखा एवं कई प्रश्न पूछ कर अपनी जिज्ञासा को शांत करने की कोशिश की।
शिल्पकार तीजू राम विश्वकर्मा ने शिल्प कला की बारीकियों को समझाया एवं अपने अनुभव बच्चों के बीच साझा किये। शिक्षिका मधु तिवारी ने लौह शिल्प कला के इतिहास से परिचित कराते हुए बताया की कोंडागांव की प्रसिद्धि का कारण यहां की शिल्पकला है। कोंडागांव लौह शिल्प कला, बेलमेटल, टेराकोटा के राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त कलाकार निवास करते हैं, जिनकी बनाई कलाकृतियां राजधानी दिल्ली से लेकर राष्ट्रपति भवन तक देखने को मिल जाएगी। महात्मा गांधी के ग्राम स्वराज के सपने को साकार करने में शिल्प कारों द्वारा दी जा रही नई तालीम की महत्वपूर्ण भूमिका है। ग्रामीण स्वरोजगार उपलब्ध कराने में भी शिल्प कला का अग्रणी स्थान है परंपरागत लोक कला को जीवित रखने के लिए आवश्यक है कि इनका हस्तांतरण नई पीढ़ी को होता रहे ताकि यह कला परंपरा चिरकाल तक जीवित रहे। हम सब का परम कर्तव्य की शिल्प कला के संरक्षण व संवर्धन के लिए हर संभव कोशिश करते रहें। इस कार्यक्रम में संस्था की शिक्षिका तारा वासनिकर, दिनेश देवांगन का भी भरपूर सहयोग रहा।