सामाजिक अधिकार के विकास हेतु संवैधानिक व्यवस्था का क्रियान्वयन व पालन होना चाहिए- अनिल मेश्राम

भिलाई। गुरू घासीदास सेवा समिति कोसानगर भिलाई द्वारा सतनाम भवन प्रांगण कोसानगर मे आयोजित संत गुरू घासीदास जी का 266 वा जयंती समारोह शिशुपाल डहरिया वरिष्ठ समाज सेवक व उद्योगपति के मुख्य आतिथ्य, संदीप निरंकारी वार्ड पार्षद व प्रभारी एमआईसी सामान्य प्रशासन की अध्यक्षता, व अनिल मेश्राम कार्य प्रान्ताध्यक्ष अजाक्स छ.ग, राजेन्द्र महिलांग सदस्य खाद्य आयोग, किशन यादव प्रमुख युवा प्रकोष्ठ यादव समाज, मिलन कुर्रे अध्यक्ष घासीदास सेवा समिति कोसानगर, अंकालूराम टोंडरे वरिष्ठ समाजसेवी के विशेष आतिथ्य मे तथा सामाजिक सदस्यो की उपस्थिति मे पंथी नृत्य व विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमो के साथ हर्षोल्लास से संपन्न हुआ।
कार्यक्रम के प्रारंभ मे गुरू घासीदास के तैलचित्र के सम्मुख दीप प्रज्वलन व पुष्प अर्पण उपरांत ध्वजारोहण किया गया। समारोह को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि शिशुपाल डहरिया ने कहा कि समाज के लोग नशा व्यभिचार से दूर रहे, बुरे कर्मो का त्याग करे यही सतनाम धर्म का और गुरूबाबा के संदेश का पालन है। संदीप निरंकारी ने कहा कि हम लोग बाबा को मानते है लेकिन बाबा की बातो को और उनकी दी हुई सीख को नही मानते यह हमारी कमजोरी है और इस कमी को समाज को दूर करना चाहिए। अनिल मेश्राम ने कहा कि शिक्षा ही विकास का सबसे बड़ा सशक्त माध्यम है इसलिए बुरे शौक का त्याग कर उन पैसो से बच्चो को खूब शिक्षित करना होगा तभी समाज अपने संवैधानिक अधिकारो के प्रति जागृत व सजग हो पायेगा। राजेन्द्र महिलांग ने कहा कि बाबा ने हमे सत्य शांति अहिंसा मैत्री प्रेम और करूणा का मार्ग दिखाया है हमे उस पर चलकर स्वयं का कल्याण करना चाहिए।
कार्यक्रम का संचालन दीपक बंजारे और आभार प्रदर्शन नरेंद्र कुर्रे ने किया। कार्यक्रम मे रोहित बंजारे, नरेन्द्र कुर्रे, दीपक बंजारे, कोमल भारती, राकेश डहरिया, रमेश खुटेल, पुनवा बंजारे, बुद्धशरण बोरकर, राजेश मेश्राम सहित भारी संख्या मे लोग उपस्थित थे। रात्रि मे सुरसंध्या रैंगाडबरी डौंडीलोहारा की टीम द्वारा अनेक रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम व हैरतअंगेज करने वाले पंथी नृत्य प्रस्तुत किये गये जिसका उपस्थित लोगो ने खूब आनंद लिया और आयोजन की जमकर सराहना की। इस अवसर पर कोसानाला से कोसानगर तक के विकास मे पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत मोतीलाल वोरा और पूर्व विधायक व पूर्व साडाध्यक्ष दिवंगत भजनसिंह निरंकारी को उनके अविस्मरणीय योगदान के लिए स्मरण करते हुए उन्हे महिमामंडित कर उन्हे ह्रदय से नमन किया गया।