छत्तीसगढ़

भागवत महापुराण के श्रवण से जीवन और संघर्ष दोनो सरल हो जाता है – जिला पंचायत सभापति अंकित गौरहा

भागवत महापुराण के श्रवण से जीवन और संघर्ष दोनो सरल हो जाता है – जिला पंचायत सभापति अंकित गौरहा

भूपेंद्र साहू।
ब्यूरो चीफ बिलासपुर।
बिलासपुर- वर्मा परिवार के द्वारा बोदरी जीवन विहार में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा महोत्सव में जिला पंचायत सभापति अंकित गौरहा ने शिरकत किया। व्यास पीठ और परम श्रद्धेय श्रीरामकिंकर जी महाराज (श्रीधाम अयोध्या) को प्रणाम कर प्रदेश और जिले में अमन चैन का आशीर्वाद मांगा।

सभापति अंकित गौरहा ने कहा की संतो के आशीर्वाद और सानिध्य से जीवन में आनंद की अनुभूति होती हैं और कथा पुराण से हमें एक और नेक बनने की सीख मिलती है।
हमें श्रीमद्भागवत कथा संदेश को अपनाने की जरूरत है। इसके बाद जीवन और संघर्ष सब कुछ सरल हो जाएगा।

श्रीरामकिंकर जी महाराज ने श्रीमद्भागवत महापुराण कथा महोत्सव के द्वितीय दिवस पर श्रीमद्भागवत कथा में बताया गया है कि बिना पोस्ट मैन के ही पहुँचने वाला पत्र हैं ‘प्रार्थना’। “प्रार्थना” एक ऐसी स्तुति है जो अपने इष्ट के प्रति बिना किसी देरी के बिना किसी के सहारे तत्क्षण परमात्मा के पास पहुँच जाती है।
उन्होंने बताया कि संसार की किसी वस्तु को एक स्थान से दूसरे स्थान पर भेजने के लिये पोस्टमैन की आवश्यकता पड़ती हैं, लेकिन हृदय से समर्पित की गई प्रार्थना एक ऐसी अभिव्यक्ति है जो बिना किसी पोस्टमैन के ही तत्क्षण गन्तव्य स्थान तक पहुच जाती है।
आचार्य श्री ने बताया कि प्रभु के दर्शन के लिये व्यक्ति को सत्संग सेवा सुमिरन में हमेशा लीन रहना चाहिये और अपने को मानव बनाने का प्रयत्न करो तुम यदि इसमें सफल हो गये तो तुम्हे हर कार्य में सफलता निश्चित रूप से प्राप्त होगी। कुसंगति की अपेक्षा अकेले रहना
सबसे उत्तम कार्य हैं।

इस अवसर पर बिसाहू राम वर्मा, जमुना प्रसाद वर्मा, बलभद्र वर्मा व वर्मा परिवार के सदस्यों के साथ ही भारी संख्या में भक्तजन उपस्थित रहें।

Related Articles

Back to top button