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रामरतन की जमीन हो गई बिना रजिस्ट्री रामखिलावन के नाम रातमरत हैरान अब हर रोज कार्यवाही की मांग को लेकर अधिकारियों की दफ्तर के काट रहा चक्कर

राजस्व विभाग का कारनामा,(2013 तक रिकार्ड में दर्ज 2018 में बिना रजिस्ट्री और किसी के नाम पर)

रतनपुर— आखिर कब सुधरेगा राजस्व विभाग और उसके कारनामे समझ से परे है,बिना रजिस्ट्री ,बिना बिक्री के फिर एक बार खातेदार की भूमि तत्कालीन पटवारी के फर्जीवाड़े के चलते किसी अन्य ब्यक्ति के नाम पर चढ़ाकर जमीन दलालों के इशारे पर किसी तीसरे ब्यक्ति को बेच दिए जाने का मामला उजागर हुआ है,जिसकी शिकायत एसडीएम व तहसीलदार से कर भूमि स्वामी ने कार्यवाही की मांग की है,
उल्लेखनीय है कि रतनपुर ओछिनापारा निवासी शिक्षक रामरतन भारतद्वाज की पुस्तैनी सम्पत्ति जिसका खसरा नम्बर 6247 कुल रकबा 44डिसमिल है,1972से उसके नाम पर दर्ज है जिसका बी वन खसरा के 2013 में आन लाईन रिकार्ड भी दर्ज है,जरूरत पड़ने पर जब उसने वर्ष 2019में उक्त जमीन का बी वन खसरा पत्रक निकलवाया तो उसमें भूमि स्वामी उसकी जगह किसी रामखिलावन व स्यामफुल पिता मंगल के नाम पर लिखा पाया गया,जिसे फर्जी तरीके से तत्कालीन पटवारी ने कूटरचना कर जमीन दलालों से मिलीभगत कर रिकार्ड दुरुस्त कर दिया था,

**रिकार्ड दुरुस्ती का प्रकरण अभी भी लंबित,और पुनः रजिस्ट्री हो गया**
राजस्व विभाग को अपनी पुस्तैनी जागीर मान कर चल रहे राजस्व विभाग के ओहदेदार इतने लापरवाह है कि क्या बताए,जिस जमीन का प्रकरण रिकार्ड दुरुस्ती के लिए रतनपुर तहसीदार के कोर्ट में लंबित है जिसका पेशी भी इसी माह के 26 तारीख को है,,उसका भी बी वन खसरा निकालकर भूमाफियाओं को सौंप दिया,जिसकी रजिस्ट्री भी बिना छानबीन के गुपचुप तरीके से हो गई,और तो और पुनः नामांतरण भी कर दिया गया, पटवारियों का यह कारनामा बताता है कि उन्हें किसी कानून का भय नही सिर्फ पैसा ही उनके लिए सब कुछ है,

** खातेदार भटक रहा है अपनी जमीन बचाने **
भूमि स्वामी रामरतन भारतद्वाज अपनी जमीन को बचाने कभी तहसील मी तो कभी थाने में तो कभी एसडीएम ऑफिस के चक्कर लगा रहा है,बीते दिनों हुए जनसमस्या शिविर में भी उसने आवेदन देकर न्याय पाने की गुहार लगाई है, आमजनों का मानना है कि आखिर पटवारियों की इस तरह की फांदेबाजी कब तक चलेगी,सरकार इन पर कड़ी कार्यवाही क्यो नही करती,
इस तरह रिकार्ड बदलने का खेल कोई नया नही है ,इस तरह के कई मामले अभी और भी है,जिस पर तत्कालीन पटवारियों ने जमीन दलालों के माध्यम से अपनी जेब गरम कर खातेदारों की जमीन किसी अन्य के नाम पर चढ़ा दी है,,

“” आवेदक की शिकायत आवेदन प्राप्त हुई है,मामले की जांच कराता हु,दोषी जो भी हो उस पर कार्यवाही जरूर होगी,
हरि ओम द्विवेदी (एसडीएम कोटा)

” तत्कालीन पटवारी के फर्जीवाड़े की शिकायत मैने राजस्व अधिकारियों से की है,उक्त जमीन को फिर से बेचने की कोशिश जमीन दलालों द्वारा की जा रही है,
रामरतन भारतद्वाज (प्रार्थी)

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