छत्तीसगढ़

कलेक्टर श्री जनमेजय महोबे के निर्देश पर संयुक्त टीम द्वारा की गई जांच, प्राथमिकी दर्ज होगी

खरीफ विपणन वर्ष 2021-22 में निर्धारित तिथि तक 2104.63 मैट्रिक टन चांवल जमा नहीं करने वाले तीन राईस मिलों के खिलाफ की गई बड़ी कार्यवाही

कलेक्टर श्री जनमेजय महोबे के निर्देश पर संयुक्त टीम द्वारा की गई जांच, प्राथमिकी दर्ज होगी

मिल परिसर में कुल 3141.23 मैट्रिक टन धान कम, अनुमानित बाजार मूल्य 7 करोड़ 85 लाख 15 हजार रूपए

छत्तीसगढ़ कस्टम मिलिंग एवं धान उपार्जन आदेश 2016 की कंडिका 3, 4 एवं 6 का स्पष्ट उलंघन करने पर मिलरों के विरूद्ध कार्यवाही

कवर्धा, 01 दिसंबर 2022। खरीफ विपणन वर्ष 2021-22 अंतर्गत खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग द्वारा निर्धारित तिथि तक चांवल जमा नहीं करने वाले तीन राईस मिलों पर बड़ी कार्यवाही की गई। कलेक्टर श्री जनमेजय महोबे के निर्देश पर जांच टीम द्वारा राईस मिलों में जांच करने पर ऑनलाईन डाटा के अनुसार 2104.63 मैट्रिक टन चांवल (73 लॉट) जमा नहीं करने पर जनक राईस मिल महराजपुर के प्रोपाईटर अविनाश शर्मा, हीरा फुड प्रोडक्ट डबराभाट के प्रोपाईटर हरदीप सिंह खनुजा और राजा राईसमिल लालपुर कला के प्रोपाईटर रघुराज सिंह ठाकुर के विरूद्ध प्राथमिकी दर्ज कराते हुए बैंक गांरटी को समपहृत किए जाने के लिए जिला विपणन अधिकारी को आदेशित किए है।
जिला विपणन अधिकारी ने बताया कि जांच के दौरान तीनों राईस मिल में ऑनलाईन डाटा के अनुसार 2104.63 मैट्रिक टन चांवल (73 लॉट) नागरिक आपूर्ति निगम में जमा किया जाना शेष प्रर्दशित पाया गया। शेष जमा के लिए चांवल के अनुपात में धान की मात्रा 3141.23 मैट्रिक टन मिल परिसर में भौतिक रूप से पाया गया। मिल परिसर में कुल 3141.23 मैट्रिक टन धान कम पाया गया। जिसका अनुमानित बाजार मूल्य 7 करोड़ 85 लाख 15 हजार रूपए है। मिलरों का कृत्य अमानत में खयानत की श्रेणी में आता है। छत्तीसगढ़ कस्टम मिलिंग एवं धान उपार्जन आदेश 2016 की कंडिका 3, 4 एवं 6 का स्पष्ट उलंघन मिलर द्वारा किया गया।

3 राईस मिलों के विरूद्ध होगी प्राथमिकी दर्ज सहित अन्य बड़ी कार्यवाही

कलेक्टर श्री जनमेजय महोबे के निर्देश पर खाद्य, विपणन संघ एवं कृषि उपज मंडी के अधिकारियों द्वारा तीन मिल संस्थान पर जांच की गई। संयुक्त टीम ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि भौतिक सत्यापन के दौरान मेसर्स जनक राईस मिल महराजपुर की ऑनलाईन डाटा अनुसार 666.63 मैट्रिक टन चांवल जमा करना शेष था। शेष जमा के लिए चांवल के अनुपात में धान की मात्रा 994.97 मैट्रिक टन मिल परिसर में भौतिक परिसर में पाया गया। मिल परिसर में कुल 994.97 मैट्रिक टन धान कम पाया गया। जिसका अनुमानित बाजार मूल्य 2 करोड़ 48 लाख 74 हजार रूपए है। मेसर्स हीरा फुड प्रोडक्ट डबराभाट की ऑनलाईन डाटा अनुसार 988 मैट्रिक टन चांवल जमा करना शेष था। शेष जमा के लिए चांवल के अनुपात में धान की मात्रा 1474.62 मैट्रिक टन मिल परिसर में भौतिक परिसर में पाया गया। मिल परिसर में कुल 1474.62 मैट्रिक टन धान कम पाया गया। जिसका अनुमानित बाजार मूल्य 3 करोड़ 68 लाख 50 हजार रूपए है। इसी तरह राजा राईसमिल लालपुर कला की ऑनलाईन डाटा अनुसार 450 मैट्रिक टन चांवल जमा करना शेष था। शेष जमा के लिए चांवल के अनुपात में धान की मात्रा 671.64 मैट्रिक टन मिल परिसर में भौतिक परिसर में पाया गया। मिल परिसर में कुल 671.64 मैट्रिक टन धान कम पाया गया। जिसका अनुमानित बाजार मूल्य 1 करोड़ 67 लाख 91 हजार रूपए है।

निर्देश के बाद भी राईस मिलरों द्वारा नही किया गया चांवल जमा, की गई कार्यवाही

कलेक्टर श्री जनमेजय द्वारा खरीप विपणन वर्ष 2021-22 के अंतर्गत चांवल जमा करने के लिए राईस मिलों को लगातार निर्देश दिए गए थे। समय सीमा की बैठक के दौरान चांवल जमा करने की समीक्षा की जा रही थी। राईस मिलों के प्रोपाईटरों की बैठक लेकर लगातार निर्देश दिए गए। निर्देश के बाद भी तीनों राईस मिलों द्वारा निर्धारित तिथि 30 नवंबर 2022 तक चांवल जमा नहीं किया गया। जिस पर खाद्य, विपणन संघ एवं कृषि उपज मंडी की संयुक्त टीम द्वारा जांच कर कार्यवाही की गई।

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