कबीरधाम जिले में एक नवम्बर से पहले सिर्फ 2 प्रतिशत धान की हुई कटाई, इसलिए सिर्फ 19 समितियों में 1 हजार 466 क्विंटल धान खरीदी के लिए टोकन जारी
15 नवम्बर के बाद से जिले के सभी धान खरीदी केन्द्रों में धान की आवक
कबीरधाम जिले में एक नवम्बर से पहले सिर्फ 2 प्रतिशत धान की हुई कटाई, इसलिए सिर्फ 19 समितियों में 1 हजार 466 क्विंटल धान खरीदी के लिए टोकन जारी
कृषि विज्ञान केन्द्र के अधिकारियों ने बताया कि कबीरधाम जिले में बहुतायात मात्रा में इस वर्ष देर से पकने वाले किस्मों की धान की बोबाई की गई है। साथ ही इस वर्ष लगातार बारिश होने से खेत सुख नहीं पाए है, अधिक गिली होने की वजहो से धान की कटाई नहीं हो पाई है। इधर कृषि उपसंपचालक श्री राकेश शर्मा ने बताया कि जिले में मात्रा 2 प्रतिशत धान की कटाई हुई। आने वाले 15 दिनों के बाद जिले में धान कटाई का प्रतिशत लगातार बढ़ते जाएगा। आने वाले 15 नवम्बर के बाद जिले के सभी धान खरीदी केन्द्रों में सुचारू रूप से धान की आवक होने लगेगी। कलेक्टर श्री महोबे के निर्देश पर जिले के सभी 103 धान उपार्जन केन्द्रों में आवश्यक तैयारियां पूरी कर ली गई है।
कलेक्टर श्री जनमेजय महोबे ने बताया कि इस वर्ष जिले के 103 धान उर्पाजन केन्द्रों में किसी भी स्थल का परिवर्तन नहीं होगा। पिछले वर्ष स्थलों को धान खरीदी केन्द्र बनाए गए थे, उसी स्थलों पर अपनी तैयारियों रखे। खरीफ विपणन वर्ष 2022-23 में पंजीकृत एक लाख 22 हजार 332 किसान है। कुल रकबा 1 लाख 8 हजार 690 हेक्टर है। कबीरधाम जिले में 90 समिति और 103 धान उपार्जन केन्द्र है। जिले में इस वर्ष 4 लाख 67 हजार में टन धान की खरीदी की जाएगी।
कलेक्टर श्री महोबे ने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि नोडल अधिकारी नियमित रूप से धान खरीदी केन्द्रों का निरीक्षण करें और किसी भी तरह की अनियमितता, अव्यवस्था की जानकारी एसडीएम को दे। खरीफ विपणन वर्ष 2022-23 में धान खरीदी के लिए धान मानक तय करते हुए एमएसपी और एफएक्यू मापदण्ड तय किया गया है। निर्धारित मापदण्ड के आधार पर साफ सुधरे और मानक धान की खरीदी की जाएगी। धान की गुणवत्ता से समझौते नहीं किए जाएगे। कलेक्टर ने कहा कि पिछले वर्ष की तरह इस वर्ष भी धान खरीदी की व्यवस्था रहेगी। एक हैक्टेयर से कम वाले छोटे किसानों को एक बार में धान खरीदी होगी। इसी तरह सीमांत किसानों से दो बार में खरीदी की जाएगी। सीमांत किसानों को तीसरा टोकन काटने के लिए नोडल अधिकारी से परीक्षण कराए जाएंगे।
कलेक्टर श्री माहेबे ने अन्य राज्य से और कोचियों, बिचौलियों के माध्यम से अवैध धान की आवक पर रोक लगाने, किसान पंजीयन के सम्बंध में, बारदानों की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित कराने तथा धान खरीदी के सम्बंध में प्रत्येक धान खरीदी केंद्र में तैयारियां सुनिश्चित करने के सम्बंध में विस्तृत समीक्षा की एवं संवेदनशील केंद्रों के लिए आवश्यक दिशा निर्देश दिए। उन्होंने समय पर मिलिंग के लिए पंजीयन कार्य पूर्ण करने तथा मिलर्स बारदाने के संग्रहन के सम्बंध में जिला खाद्य अधिकारी एवं बारदानों के उठाव के सम्बंध में जिला विपणन अधिकारी को निर्देशित किया। संग्रहण केंद्र में पानी व्यवस्था, लाइट व्यवस्था, शौचालय, आद्रता मापी मशीन, डैनेज व्यवस्था, तिरपाल व्यवस्था, जमाल व्यवस्था, स्टैकिंग व्यवस्था की तैयारी सुनिश्चित करने निर्देश दिए। जिले के पडोसी राज्यों एवं पडोसी जिलों से आने वाले धान के अवैध परिवहनों को रोकने के लिए अंतर्राज्जीय सीमा 12 अलग-अलग चेक पोस्ट तैयार किए गए है और अन्य मार्गों पर भी कड़ी निगरानी के लिए आवश्यक व्यवस्था बनाई गई है।