छत्तीसगढ़

हर साल लगता रहे मेरे झूलेलाल का मेला, संतलाल साईं

हर साल लगता रहे मेरे झूलेलाल का मेला, संतलाल साईं

भूपेंद्र साहू
ब्यूरो चीफ बिलासपुर,
श्री झूलेलाल मंदिर का 47वां स्थापना दिवस 2 दिन मेला उत्सव के रूप में मनाया गया।
श्री झूलेलाल नगर चकरभाटा में प्रथम दिन सुबह 10:00 बजे झंडा वंदन किया गया। 11:00 बजे भगवान झूलेलाल बाबागुरुमुखदास जी के मूर्ति को पंच स्नान कराया गया, नए वस्त्र पहनाए गए, नए आभूषण धारण कराया गया, पूजा अर्चना की गई 12:00 बजे पूज्य बहराणा साहब की अखंड ज्योत को प्रज्वलित किया गया वह भगवान झूलेलाल और बाबागुरुमुख दासजी की मूर्ति पर पुष्प अर्पण कर कार्यक्रम की शुरुआत की गई।
इस अवसर पर देवपुरी रायपुर से चोले वाली अम्मा मीरादेवी जी भी मंदिर पहुंची। वह सभी साध संगत को अपने रूहानी दर्शन देकर निहाल किया। अपनी अमृतवाणी में दादी मीरा देवी ने श्रीझूलेलाल मंदिर स्थापना दिवस की आई हुई साध संगत को बधाईयां दी साईं जी को भी बधाई दी और कहा कि इस मंदिर से नाता हमारा पुराना जुड़ा हुआ है।
बाबागेलाराम बाबाहरदास राम थे तब भी मंदिर में मेला उत्सव में आते थे और धूनी लगाते थे वैसे भी हर सिंधी का नाता जन्म से ही भगवान झूलेलाल के संग जुड़ जाता है।
आप बड़े भाग्यशाली हैं कि आप इस संत नगरी में रहते हैं और आपको भगवान झूलेलाल जी के प्रसिद्ध मूर्ति के दर्शन होते हैं मंदिर में आकर संतों का आशीर्वाद मिलता है।

उनके साथ आए सेवा धारियों ने कई भक्ति भरे भजन गाए

जब तक गंगा में रहेगा पानी बाबा गेलाराम रहेगी तेरी जिंदगानी,
चादर में ढक जाए पहंजे चरणों में रख जाए बाबा गुरमुखदास।

मेरे सतगुरु तेरी मेहर सदा बनी रहे हमारे ऊपर,
ऐसे कई अन्य भक्ति भरे भजन गाय गए।

दूसरे दिन संध्या 4:00 बजे से 6:00 बजे झांसी से आए उदयभगत व अजमेर से आए लवीभगत के द्वारा भक्ति भरे भजनों की प्रस्तुति दी गई।
इस शुभअवसर पर बिल्हा क्षेत्र के विधायक पूर्वप्रतिपक्ष नेता माननीय श्री धरमलाल कौशिक जी विशेष रुप से मंदिर पहुंचे, मत्था टेका
और अपने आशीष वचनों में आए हुए सभी भक्त जनों को मंदिर स्थापना दिवस की बधाई दी और कहां हम बड़े भाग्यशाली हैं कि हमें ऐसे सद्गुरु का सानिध्य प्राप्त हुआ है और हम ऐसी दरबार से जुड़े हैं। यहां पर देश के हर प्रदेश के शहर से गांवों से लोग पहुंचते हैं अपना दुख तकलीफ ले कर बड़ी खुशी की बात है रोते हुए आते हैं और हंसते हुए जाते हैं।
इस दर की महिमा हैं वह साई जी की शक्ति है जो सभी लोगों का भला हो रहा है और हमारे छोटे से नगर का नाम आज विश्व पटल पर पहुंच गया है। साई जी की मेहनत है जो दिन रात अलग-अलग शहरों में जाकर भगवान झूलेलाल की भक्ति की महिमा सत्संग के माध्यम से सब को बताते हैं और भगवान झूलेलाल की जोत घर-घर पहुंचाने का जो उनका लक्ष्य है वह बहुत जल्दी पूरा हो हमारा भी यही सपना है।
राष्ट्रीय सिंधी मंच की राष्ट्रीय संस्थापक वह अध्यक्ष डॉक्टर सपना कुकरेजा भी रायपुर से 200 वृद्ध जनों के संग मंदिर पहुंची वह मत्था टेका साईं जी से आशीर्वाद लिया उन्होंने भी मंदिर स्थापना दिवस की सभी लोगों को बधाइयां दी और कहा बड़ी खुशी की बात है और गर्व की बात है कि हम सिंधी हैं और हम भगवान झूलेलाल के वंशज हैं सिंधी होने में ही अपने आप में गर्व की बात है और भगवान झूलेलाल को अगर ध्यान से देखेंगे तो आपको एक सिंधी होने का मतलब समझ में आ जाएगा। भगवान झूलेलाल जल के अवतार है, सिंधी समाज भी जल की तरह ठंडा रहता है, निर्मल रहता है, सबसे मिल जुल कर रहता है।
भगवान झूलेलाल मछली के ऊपर कमल के फूल में बैठे हैं उसका मतलब है जिस तरह कमल का फूल हर घर में अपने महत्व के कारण पूजा पाठ में काम आता है वह अपने सौंदर्य से सबका मन मोह लेता है उसी तरह सिंधी समाज भी अपने कर्मों से अपने कर्तव्यों से अपनी मेहनत से लगन से सबका मन जीत लेता है उन्होंने भगवान झूलेलाल की हर एक चीज का वर्णन करते हुए सिंधी समाज के बारे में विस्तार से जानकारी दी वह आज के इस मौके पर कहा कि हम बड़े भाग्यशाली हैं कि हमें भी यहां आने का मौका मिला व संत जनों का आशीर्वाद मिला
साईं जी ने अपने अमृतवाणी में सारी साध संगत को मंदिर स्थापना मेले की बधाई दी शुभकामनाएं दी और मंदिर से जुड़ी कई सारी बातें बताएं कि किस तरह एक छोटे घर से छोटे से रूम में बाबाजी ज्योत जलाकर भगवान जी झूलेलाल की पूजा पाठ करते थे कैसे एक छोटा सा मंदिर की स्थापना हुई और किस तरह आगे विशाल बड़ा मंदिर बना उन्होंने बताया यह सब आप भक्तों का प्यार की ताकत है जो मुझे शक्ति प्रदान करती है और मैं भगवान झूलेलाल की महिमा अलग-अलग शहरों में जाकर सत्संग के माध्यम से बताता हूं आप लोगों का प्यार ही है जो आप लोग इतने दूर-दूर से यहां आज इस अवसर पर आए हैं और बाबा जी के समय से जो जुड़े हुए हैं आज भी उनका प्यार और विश्वास इस मंदिर में है यह विश्वास की ताकत है जो हर शुक्रवार को लोग दूर-दूर से आते हैं अपने दुख तकलीफ लेकर और झूलेलाल की कृपा से सब के दुख दर्द दूर हो जाते हैं मैं कुछ नहीं करता जो करता है वह भगवान झूलेलाल करता है मैं तो उनका नौकर हूं उनकी आज्ञा से कार्य करता हूं इस अवसर पर माननीय धर्म लाल कोशिक जी बिल्हा नगर पंचायत के उपाध्यक्ष नानक रेलवानी जी व सपना कुकरेजा जी का साई जी के द्वारा शाल ओढ़ाकर श्रीफल देकर प्रसाद देकर सम्मान किया आशीर्वाद दिया कार्यक्रम के आखिर में आरती की गई पल्लो पाया गया प्रसाद वितरण किया गया आज के इस प्रोग्राम का सोशल मीडिया के माध्यम से लाइव प्रसारण किया गया हजारों की संख्या में भक्तजनों ने घर बैठे इस कार्यक्रम का आनंद लिया इस पूरे कार्यक्रम में शामिल होने के लिए बड़ी संख्या में भक्तजन अलग शहरों से पहुंचे थे।

इस पूरे आयोजन को सफल बनाने में बाबागुरमुखदास
सेवा समिति झूलेलाल महिला सखी सेवा ग्रुप के सभी सदस्यों का विशेष सहयोग रहा।

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