मुख्य सड़क को बनाया कचरा यार्ड,कचरा जला कर बना रहे बिमार,
जांजगीर जिले में मानो नियम कायदा को ताक में रखनें का बिड़ा नगर पालिका ने उठा रखा है। एक तरफ शहर के तमाम बदबूदार कचड़ा को टीसीएल कॉलेज के पास फेका जा रहा है । वहीं कचरा को प्रतिबंध के बाद भी खुले में जलाया जा रहा है।
जांजगीर चांपा-
क्या है नियम…..
नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग ने कचरा जलाने पर प्रदेश के सभी नगरीय निकाय क्षेत्रों में पाबंदी लगा रखी है।
खुले में कचरा जलाकर जांजगीर में बीमारियों को न्योता दिया जा रहा है। संचालनालय नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग ने सभी नगर निगम आयुक्तों और मुख्य नगर पालिका अधिकारियों को पत्र भेजकर खुले में कचरा जलाने पर प्रतिबंध लगाने के लिए निर्देशित किया है। पत्र में आठ जनवरी 2015 को अपर मुख्य सचिव आवास एवं पर्यावरण विभाग की अध्यक्षता में हुई बैठक और उसमें तय हुए विषय का हवाला दिया गया है। लेकिन राजधानी में ही इस सरकारी आदेश की अनदेखी हो रही है।
इंसान नहीं मवेशियों के लिए भी घातक…
जिला मुख्यालय आने के लिए रोज हजारो लोग इस मार्ग से गुजरते है। शहर का प्रतिष्ठित कॉलेज भी इसी मार्ग पर है। यहां तक पुलिस लाइन भी यहां संचालित होता है। जिला जेल भी यहां है । मगर खुले में बदबूदार कचड़ा रोज डम्प किया जा रहा है। अपशिष्ठों की बदबू नाक देने लायक नहीं वहीं मवेशी भी पॉलिथिन को खा रहें है। जवाबदारों की चुप्पी कई सवालों को जन्म दे रही है।
जांजगीर नैला नगर पालिका सीएमओ
इसकी जांच कराई जाएगी और अगर किसी व्यक्ति के द्वारा जलाया जा रहा हो तो उस पर नियमानुसार कार्यवाही की जाएगी