पहुँच विहीन ग्राम कडेनार में लगाया पोषण चौपाल नावा बेस्ट नार्र की टीम ने
कोण्डागांव । नावा बेस्ट नार्र के अंतर्गत जिले के अति संवेदनशील क्षेत्र में बसे ग्राम पंचायत कडेनार में आंगन बड़ी केंद्र चिकपाल (कडेनार) की आंगन बाडी कार्यकर्ता श्रीमती रजबती बघेल द्वारा नावा बेस्ट नार्र के नोडल प्रकाश बागडे के मार्गदर्षन एवं डाॅ.विष्वरंजन साहू की उपस्थिति में उत्कृष्ट कार्य करते हुए, महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा आंगन बाडी केंदों के माध्यम से किए जाने वाले आयोजन, पोषण चैपाल का सफल आयोजन किया गया।
ज्ञात हो कि नावा बेस्ट नार्र के प्रकाश बागडे, आं.बा. केंद्र चिकपाल (कडेनार) की आंगन बाडी कार्यकर्ता श्रीमती रजबती बघेल एवं महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता ममता गढपाण्डे द्वारा दुर्गम, पहुंचविहीन संवेदनशील क्षेत्र में बसे ग्रामों में निवासरत ग्रामवासियों को निरंतर स्वास्थ्य, सुपोषण संबंधी सेवाएं देने जैसी सराहनीय, सकारात्मक व ठोस कदम अब स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं सहित अन्य जमीनी कर्मचारियों को भी अपने मुल कर्तव्य की याद दिलाने और जन सेवा हेतु प्रेरित करता नजर आने लगा है, जिसका ही प्रत्यक्ष उदाहरण विगत दिनों देखने को मिला, जब वैसे ही अंदरुनी क्षेत्र में पदस्थ दो महिला-पुरुष स्वास्थ्य कार्यकर्ता अपने कार्यक्षेत्र के अंतर्गत आने वाले ग्रामों में पहुंचकर ग्रामवासियों को स्वास्थ्य सेवाएं देते नजर आए।
19 सितंबर को आं.बा.केंद्र चिकपाल (कडेनार) की आंगन बाडी कार्यकर्ता रजबती बघेल द्वारा आयोजित किए पोषण चैपाल के दौरान गर्भवती महिलाएं व शिशुवती माताएं काफी संख्या में उपस्थित हुई। जिनमें से गर्भवती महिलाओं की गोद भराई की रस्म अदा की गई, वहीं शिशुओं के लिए अन्नप्रासन कराया गया। इस दौरान ग्रामीण महिलाओं को आंगनबाडी केंद्र में नियमित आते रहने हेतु प्रोत्साहित करने के लिए नावा बेस्ट नार्र के नोडल प्रकाश बागडे द्वारा हर गर्भवती महिला को नगद राशि भी दी गई। वहीं शिशुओं के अन्नप्रासन हेतु खीर बनवाया गया, जिससे बच्चों का मुंह जुठा तो कराया गया, साथ ही उपस्थित सभी महिलाओं को भी खीर-पुडी व पौष्टिक आहार के रुप में अंकुरित मूंग खिलाया गया। जिले के दूरस्थ, दुर्गम और अति संवेदनशील क्षेत्र में इस तरह के नियमित आयोजन होने से क्षेत्र के महिला-पुरुष ग्रामीणजनों में काफी उत्साह का माहौल नजर आने लगा है। कुल मिला कर मैदानी कर्मचारियों द्वारा इस तरह से बखुबी अपने कत्र्तव्यों का निर्वहन किया जाना वास्तव में सभी के लिए अनुकरणीय और प्रेरणादायी है।
ज्ञात हो कि दुर्गम व पहुंचविहीन क्षेत्र में सेवा देने में आ रही चुनौतियों के मद्देनजर जिला प्रशासन प्रमुख कलेक्टर कोण्डागांव द्वारा विशेष प्रयास करते हुए सर्वप्रथम ऐसे क्षेत्र के संपूर्ण विकास हेतु नावा बेस्ट नार्र की थीम तैयार कर स्वास्थ्य, सुपोषण आदि से संबंधित सुविधाओं को पहुंचाने का नविन प्रक्रिया प्रारंभ किया गया, संभवतः उक्त योजना और सीधे जमीनी कर्मचारियों को महत्व देने के कारण ही अतिसंवेदनशील, पहुंचविहीन व दुर्गम क्षेत्र कडेनार एवं बेचा जैसे गावों में पोषण चैपाल जैसे सामुहिक आयोजन होता नजर आने लगा है।