छत्तीसगढ़

सेल के गौरवशाली 50 वर्ष: हिंदी का योगदान नारा प्रतियोगिता का पुरस्कार समारोह संपन्न

भिलाई। भिलाई इस्पात संयंत्र, राजभाषा विभाग द्वारा आयोजित सेल के गौरवशाली 50 वर्ष-हिंदी का योगदान विषय पर संयंत्र स्तरीय नारा प्रतियोगिता का पुरस्कार वितरण समारोह इस्पात भवन, द्वितीय तल सभागार में 17 अक्टूबर को संपन्न हुआ। समारोह के मुख्य अतिथि भिलाई इस्पात संयंत्र के कार्यकारी कार्यपालक निदेशक (कार्मिक एवं प्रशासन)  संदीप वी नंदनवार थे। नारा प्रतियोगिता की निर्णायक महाप्रबंधक (शिक्षा) सु शिखा दुबे एवं महाप्रबंधक (कार्मिक-चिकित्सा) सु आर रंजनी थी।

प्रतिभागियों को निर्णायक मंडल के द्वारा की अनुशंसा के आधार पर प्रथम, द्वितीय, तृतीय एवं तीन प्रोत्साहन पुरस्कार प्रदान किए गए। निर्णायक अभियुक्ति प्रस्तुत करते हुए महाप्रबंधक (शिक्षा) सु शिखा दुबे ने कहा कि नारा लेखन अत्यंत चुनौतीपूर्ण कार्य होता है, जिसमें नारे के विषय को ध्यान में रखते हुए शब्द सीमा के साथ ही साथ प्रभावोत्पादकता, प्रवाह और काव्यात्मकता का भी विशेष ध्यान रखना पड़ता है। अत: वे प्रतिभागी जो पुरस्कृत ना हो सके, वे भी सराहना और बधाई के पात्र हैं।

मुख्य अतिथि कार्यकारी कार्यपालक निदेशक (कार्मिक एवं प्रशासन)  संदीप वी नंदनवार ने कहा कि नारा लेखन एवं अन्य विविध प्रतियोगिताओं में भाग लेने से कार्मिक साथियों की सृजनशीलता और कल्पनाशक्ति में सार्थक वृद्धि होती है। जो कि उनके जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाने के लिए लाभकारी होता है। नारा प्रतियोगिता के समस्त प्रतिभागी श्रेष्ठ हैं और बधाई के पात्र तथा विजेता हैं।

राजभाषा विभाग की प्रतियोगिताएँ न केवल भाषा के दृष्टिकोण से वरन व्यक्तिगत विकास के लिए भी अत्यंत उपयोगी होती हैं। अतएव प्रत्येक कार्मिक को इन प्रतियोगिताओं सहित समस्त कार्यक्रमों में अवश्य भाग लेना चाहिए। कार्यक्रम का संचालन  सहायक प्रबंधक संपर्क व प्रशासन-राजभाषा जितेन्द्र दास मानिकपुरी ने बताया कि नारा प्रतियोगिता में कुल 38 प्रतिभागियों ने अपनी प्रविष्टियाँ दी थी, जिनके माध्यम से 200 से अधिक नारे प्राप्त हुए।

पुरस्कार विजेताओं में शामिल हैं प्रथम- सु स्मिता जैन, सहायक महाप्रबंधक (वित्त एवं लेखा), द्वितीय- हरीश कुमार देवांगन, सीनियर टेक्नीशियन (मार्स-2), तृतीय- विटेश्वर नाथ, सहायक प्रबंधक (एसपी-3), सांत्वना पुरस्कार-सु नेहा रानी, प्रबंधक (वित्त एवं लेखा), के के नशीने, एमओसीटी (आरएमपी-3) एवं  मिथिलेश कुमार सोनबोइर, मास्टर टेक्नीशियन (एसपी-3)। कार्यक्रम में धन्यवाद ज्ञापन मनोज सोनी (कनिष्ठ अनुवादक सह समन्वयक) राजभाषा विभाग ने किया।

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