जान हथेली पर रखकर लोग कर रहे हैं फोरलेन पर आवाजाही एक बार बाईक पर सवार होकर गुजरे एसपी तो खुल जायेगी ट्राफिक व्यवस्था की पोल
भिलाई। भिलाई -दुर्ग में कानून व्यवस्था की बेहतरी के लिए पुलिस अधीक्षक डॉ अभिषेक पल्लव नित नए प्रयोग कर रहे हैं। दूसरी तरफ फोरलेन सड़क पर यातायात की बदहाली को दूर करने के प्रति कोई सार्थक प्रयास नहीं किया जाना समझ से परे है। एसपी साहबए एक बार आप खुद ही दुपहिया वाहन में भिलाई-3 के सिरसा चौक से सुपेला का फासला तय करके देख लिजिए, आम लोगों की परेशानी आपके सामने आ जाएगी।
रायपुर-दुर्ग फोरलेन सड़क की जर्जरता इस वक्त भिलाई-दुर्ग ही नहीं बल्कि प्रदेश और देश भर में चर्चित हो चुकी है। खासकर भिलाई-3 के सिरसा चौक से लेकर सुपेला के दायरे में वर्तमान में सड़क की जो दुर्दशा है शायद वैसी कभी नहीं रही। लोग जान हथेली पे रख इस दायरे में सड़क पर आवाजाही कर रहे हैं। दुपहिया वाहन चालकों को सबसे ज्यादा दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। डबरा पारा से खुर्सीपार में अग्रसेन द्वारए फिर पावर हाउस आईटीआई से लेकर हाइवे केंटिन और उसके बाद साक्षरता चौक से सुपेला चौक के आगे तक सड़क की दशा और दिशा काफी हद तक बिगड़ चुकी है।
सड़क पर लगातार उडऩे वाली धूल की गुबार शीशा बंद कर गुजरने वाले चारपहिया वाहन चालकों को भले ही परेशान नहीं करती, लेकिन दुपहिया में चलने वाले आम लोगों को मुफ्त में अस्थमा सहित नेत्र और चर्मरोग परोस रही है। दुपहिया वाहन में सफर करने वाले एक बार बार जो कपड़े पहनकर निकलते हैं वह बिना धूले दुबारा पहनने लायक नहीं रह जाती।
एसपी डॉ अभिषेक पल्लव ने जिला पुलिस की कमान संभालते ही कानून व्यवस्था को दुरुस्त करने कुछ नए कांसेप्ट पर काम किया है। आधी रात को सड़क पर उतरकर वाहन चालकों को यातायात के नियमों से अवगत कराया गया। बाजारों में जाकर ऑनलाइन ठगी से बचने के उपाय बताए गए। इसके अलावा कुछ और भी क्रियाकलापों को लेकर पुलिस ने जनमानस को प्रभावित करने की कोशिश की है। लेकिन फोरलेन सड़क की बिगड़ी हुई दशा और दिशा को समय रहते सुधारने को लेकर की गई अनदेखी से स्थित बद से बद्तर हो गई है। फोरलेन सड़क पर यातायात को सुगम बनाना भी जनहित की दृष्टि से आवश्यक है। इसे महसूस तभी किया जा सकता है जब एसपी साहब स्वयं चारपहिया नहीं बल्कि दुपहिया वाहन लेकर सिरसा चौक से सुपेला तक का फासला तय करें।
सड़क जाम से मुक्ति का कोई उपाय नहीं
डबरा पारा पूल के पास रोजाना सड़क पर जाम लग रहा है। जाम लगने की इस समस्या से राहगीरों को मुक्ति दिलाने का कोई भी उपाय नहीं किया जा रहा है। डबरा पारा तिराहा से लेकर सिरसा चौक ही नहीं बल्कि कभी कभी तो चरोदा तक वाहनों का लंबा जाम लग रहा है। इस दौरान लंबी दूरी के ट्रक से लेकर स्थानीय चारपहिया और दुपहिया वाहन चालकों को घंटों तक फंसे रहना पड़ रहा है। दूसरी ओर डबरा पारा तिराहा सहित खुर्सीपार गेट, पावरहाउस चौक, चन्द्रा-मौर्या और सुपेला चौक पर यातायात पुलिस के अधिकारी व जवान जब देखो तब चालानी कार्रवाई में जुटे रहते हैं।
इससे ऐसा लगता है कि यातायात पुलिस सड़क पर बेहतर व्यवस्था बनाने के बजाय जर्जर सड़क पर जान की बाजी लगाकर गुजरने वालों से वसूली करने को ही प्राथमिकता दे रही है। राज्य के लोक निर्माण मंत्री का यह गृह जिला है। राज्य सरकार के कईं मंत्री और सत्ताधारी पार्टी के विधायक राजधानी रायपुर इसी सड़क से आना जाना करते हैं। प्रशासन के बड़े ओहदेदार भी इस सड़क की दुर्दशा से अनभिज्ञ नहीं होंगे। इस सब के बावजूद सड़क को सुगम यातायात के अनुकूल बनाए जाने के प्रति कायम उदासीनता समझ से परे है।