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आज के परिवशे में मातृभाषा के साथ ही हिन्दी और अंग्रेजी का ज्ञान अतिआवश्यक-मुख्यमंत्री बघेल

संतुलित भोजन और संतुलित पढाई की ओर शिक्षकों और विद्यार्थी को ध्यान देना चाहिए

मुख्यमंत्री ने किया नीव और भाषा पिटारा का शुभारंभ

भिलाई। विद्यार्थियों के गुणवत्ता के लिए  स्कूल शिक्षा विभाग और लैंग्वेज एंड लर्निग फाउंडेशन की पहल पर नीव और भाषा पिटारा का शुभारंभ वैशाली नगर शासकीय कन्या विद्यालय में आज प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश ने किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री बघेल ने संबोधित करते हुए कहा कि जो बच्चा जन्मलेता है, उसकी कोई भाषा नही होती। वह हर चीज अपने हाव भाव से व्यक्त करता है, उदाहरण देते हुए कहा कि हंसकर और भूखा होता है तो रोकर, और कोई तकलीफ में रहता है तो वह उदास हो जाता है, ये सब चीजें कुदरत ने मनुष्य को ही दी है। जानवर कभी नही हंसता। मनुष्य ही ऐसा है जो अपनी भावनाओं को भाषा के माध्यम से व्यक्त करता है, भाषा महत्वपूर्ण अंग है। भाषा यदि नही हो तो हम कोई चीज व्यक्त भी नही कर सकते। देश और छत्तीसगढ में भी अनेक प्रकार की भाषाएं बोली जाती है। छत्तीसगढ की बात करते हुए कहा कि सुरगुजा चले जाये तो सरगुजिलया, जशपुर में कुलुम औ कोण्डागांव तक छत्तीसगढी भाषा लोग और उसके आगे हल्बी, गोंडी सहित अनेक प्रकार की बोली बोली जाती है। बच्चे जो कुछ भी सीखते हैं वह अपनी मां से सीखते हैं। लोगों को मातृभाषा आना बहुत जरूरी है। आज के परिवेश में अपने मातृभाषा के साथ ही हिन्दी और अंग्रेजी आना भी बहुत जरूरी है। किसी भी बच्चे के लिए मां का आंचल सबसे सुरक्षित स्थान होता है। मां जो बोलती है, उसे बच्चे बहुत जल्दी समझ जाते है और उनमे आत्मविश्वास जाग जाता है। मुख्यमंत्री ने पालकों और जनप्रतिनिधियों से अनुरोध किया है कि पालक अपने बच्चे के स्कूल में जाये और उनके शिक्षक से बच्चे की पढाई के  साथ साथ और बच्चों के लिए क्या क्या किया जा सकता है वे बेहिचक चर्चा करे। वहीं जनप्रतिनिधि धार्मिक एवं सामाजिक लोगों से अपील किये कि वे अपने अपने क्षेत्र के शासकीय स्कूल में जरूर जाये और बच्चों को ख्ेाल और पढाई के प्रति जागरूक करने के साथ साथ प्रेरित करें। पढाई के साथ साथ बच्चों के सुपोषण के लिए विशेष ध्यान दे रही है। छत्तीसगढ मं 37.6 प्रतिशत कुपोषित बच्चे हैं। संतुलित भोजन और संतुलित पढाई की ओर शिक्षकों और विद्यार्थी को ध्यान देना चाहिए। शारीरिक मजबूती भी आवश्यक है। चावल के साथ साथ हाईजेनिक चीजें भी इन बच्चों को मिलनी चाहिए ताकि ये सुपोषित हो सके। बच्चों को धर्म से अधिक खेलों के लिए प्रेरित करना चाहिए। अभी हम प्रदेश में साइंस और मैथ्य के शिक्षकों की भर्ती करने जा रहे हैं, उसके बाद आर्ट के शिक्षकों की भी जल्द ही भर्ती शुरू करेंगे। बच्चों के लिए प्रश्र बैंक, आठवी से बारहवी तक के बच्चों को मुफ्त शिक्षा और निखार प्रोग्राम से शिक्षा विभाग शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर कार्य करने को हमारी सरकार अग्रसर है। शिक्षा के क्षेत्र में हम प्रोफेशनल लोगों की भी मदद ले रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने मीडिया  से चर्चा करते हुए कहा कि बस्तर में हो रह ेचुनाव से भाजपा पूरी तरह बौखलाई हुई है, पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह का बेनकाब चेहरा अब सामने आ रहा है। मंतुराम पवार द्वारा कांग्रेस के पक्ष मे ंवोट देने के लिए लोगों को कहने के एक प्रश्र का उत्तर देते हुए उन्होने कहा कि  यह उनका निजी मत है और उनके सुरक्षा को बढाये जाने के प्रश्र पर चुप्पी साध गये। विश्व वल्र्ड बैंक के अधिकारी ने आज मुख्यमंत्री से मुलाकात की और शासन के द्वारा चलाये जा रहे नरवा, गरवा, घुरवा, बाड़ी के लिए लोन देने की बात भी कही है। आज के नीव भाषा पिटारा कार्यक्रम के शुभारंभ से पूर्व उन्होंने वहां छात्रों द्वारा लगाये गये स्टाल का अवलोकन किये एवं छात्रों द्वारा बनाये गये सांईस के कई प्रोजेक्ट को उन्होंने सराहना की।

इस अवसर विधायक विद्यारतन भसीन, देवेन्द्र यादव, पूर्व विधायक भजन सिंह निरंकारी, संभागायुक्त दिलीप वासनीकर, प्रिसिंपल सेके्रेटरी गौरव द्विवेदी, एस प्रकाश, पी दयानंद, संदीप वोरा, शमशेर सिद्धिकी, महेश जायसवाल, राजेश शर्मा, अजय शिवलिकर, लैंग्वेज एवं लर्निंग फाउंडेशन की प्रोग्राम मैनेजर श्वतेता लाल, एसपी कलेक्टर सहित बडी संख्या में लोग उपस्थित थे।

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