छत्तीसगढ़

जीटीबी कॉलेज प्रबंधन विद्यार्थियों को भर्ती देने के नाम पर फीस के साथ-साथ अवैध रकम भी वसूल रहा है

*शिक्षा देने के नाम पर लुटेरा बना जीटीबी कॉलेज, मनमाना पैसा लेकर देता है बीएड और डीएड की डिग्री, छत्तीसगढ़ में शिक्षा क्षेत्र भी कलंकित*

*विद्यार्थियों को नान अटेंडिंग दाखिला देकर शासन के नियमों की धज्जियां उड़ाता जीटीबी कॉलेज

 

भूपेंद्र रिपोर्टर……
*बिलासपुर, शिक्षा के नाम पर लूट का खेल आखिर कब बंद होगा यह तो भगवान ही बता सकते है क्योंकि भाजपा शासनकाल के बाद कांग्रेस की सरकार में भी शिक्षा के नाम पर विद्यार्थियों को लूटा जा रहा है इस महंगाई के दौर में जहाँ कॉलेज में शासकीय सुनिश्चित शुल्क पटाना विद्यार्थियों को महंगा पड़ रहा है तो वही जीटीबी कॉलेज प्रबंधन विद्यार्थियों से निर्धारित शासकीय शुल्क से तीन गुना अधिक रकम फीस के नाम पर जमा करवा रहा है जीटीबी कॉलेज बीएड और डीएड के नाम पर निर्धारित शासकीय शुल्क 30 हजार 970 रूपए से तीन गुना अधिक रकम 90 हजार 620 रूपए मांग रहा है। जीटीबी कॉलेज प्रबंधन के इस लूट खसौट से विधार्थी न की शिक्षा से वंचित हो रहे है बल्कि विधार्थियों का भविष्य भी खराब हो रहा है।*
*विद्यार्थी अरुण सिह राजपूत बीएड में भर्ती पाने जब जीटीबी कॉलेज पहुचा तो उसे काउंसलर ने भर्ती प्रक्रिया बताई, इस दौरान जब विद्यार्थी अरुण सिह राजपूत को काउंसलर ने एक वर्ष की फीस बताई तो वह चौक गया। जीटीबी कॉलेज की काउंसलर ने विद्यार्थी को एक वर्ष की फीस 90 हजार 620 रूपए बोली, तो अरुण ने शासकीय शुल्क 30 हजार 970 रुपए का जिक्र किया, इसके बाद भी विधार्थी अरुण सिह राजपूत से 90 हजार 620 रुपए फीस जमा करने की कहती रही। इसी तरह एक अन्य विकलांग विद्यार्थी से बिनती राहु से भी 90 हजार 620 रुपए की मांग की गई तत्पश्चात विद्यार्थी बिनती साहू ने फीस कम करने की बिनती करती रही जिसके बाद भी जीटीबी कॉलेज की काउंसलर 90 हजार 620 रुपए की मांग करती रही। जीटीबी कॉलेज मनमाना फीस प्राप्त करने के बाद ही बीएड एवं डीएड के विद्यार्थियों को भर्ती लेती है।*

*जीटीपी कॉलेज बीएड/डीएड के विद्यार्थियों को नान अटेंडिंग की सुविधा देकर मोटी कमाई कर रही है*

*जीटीबी कॉलेज विद्यार्थियों को नान अटेंडिंग की सुविधा दे रहा है, जीटीबी कॉलेज विद्यार्थियों को नान अटेंडिंग की सुविधा सिर्फ इसलिए दे रहा है ताकि विद्यार्थियों से मनमाना फीस की वसूली की जा सके, जबकी बीएड और डीएड की पढ़ाई में नान अटेंडिंग की सुविधा कोई भी कॉलेज प्रबंधन नही दे सकता। इसके बाद भी शासकीय नियमों को ठेंगा दिखाकर जीटीबी कॉलेज बीएड और डीएड की पढ़ाई में विद्यार्थियों को नान अटेंडिंग की सुविधा दे रहा है जीटीबी कॉलेज की इस हरकत से साफ झलक रहा है कि जीटीबी कॉलेज बीएड, डीएड की अंकसूची एक तरह से बेचकर शिक्षा के मंदिर में शिक्षा का सौदा कर रहा है*

*जीटीबी कॉलेज फरहदा गतौरा रोड पर स्थित है लेकिन कॉलेज प्रबंधन फीस की वसूली के लिए एक अलग ऑफिस बनाकर रखा है*

*छात्र और छात्राओ को कॉलेज प्रबंधन मनमाना फीस वसूलने के लिए वसूली दफ्तर में बुलाता है जो दफ़्तर जूनी लाइन सड़क पर स्थित है जहाँ काउंसलिंग के नाम पर छात्र और छात्राओं को बुलाया जाता है और वहाँ जो मैडम काउंसलिंग करती है छात्र-छात्राओ से मनमाना फीस की डिमाण्ड करती है छात्र और छात्रा जब फीस की डिटेल लिखित में मांगते है तो जीटीबी कॉलेज प्रबंधन देने से साफ मना कर देता है इससे साफ प्रतीत हो रहा है कि जीटीबी कॉलेज प्रबंधन विद्यार्थियों को भर्ती देने के नाम पर फीस के साथ-साथ अवैध रकम भी वसूल रहा है*

*काउंसलर और अरुण सिह राजपूत के बीच की बात रिकार्ड*

*काउंसलर और अरुण सिह राजपूत की बात को अरुण ने रिकार्ड कर लिया है मिडीया के हाथ लगे रिकार्डिंग से साफ हो गया है कि बिलासपुर का जीटीबी कॉलेज छात्र और छात्राओं का फीस के नाम पर आर्थिक शोषण कर रहा है।*

*बड़ा सवाल; बीएड के डिग्री धारक शिक्षक जब स्वयं शिक्षित नही रहेंगे तो विद्यार्थियों को कैसे देंगे शिक्षा*

*बीएड की डिग्री लेने वाले आगे चलकर विद्यार्थियों को शिक्षा देने का काम करेंगे मतलब शिक्षक बनेंगे अगर इस तरफ से रकम लेकर जीटीबी कॉलेज बीएड और डीएड की डिग्री बांटेगा तो फिर बगैर शिक्षा के शिक्षक विद्यार्थियों को कैसे सही शिक्षा दे पाऐंगे। छत्तीसगढ़ सरकार को इस मामले को संज्ञान में लेकर जीटीबी कॉलेज सहित अन्य कॉलेज प्रबंधन पर तत्काल कार्यवाही करना चाहिए ताकि पैसा लेकर डिग्री बांटने वाले कॉलेजों पर ताला लग सके।*

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