ऋषियों को समर्पित ऋषि पंचमी व्रत त्योहार धूमधाम से मनाया गया*
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*ऋषियों को समर्पित ऋषि पंचमी व्रत त्योहार धूमधाम से मनाया गया*
*छुरा-मड़ेली/* गरियाबंद जिला के आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र ग्राम मड़ेली में ऋषि पंचमी त्योहार धूमधाम से मनाया गया। ऋषि पंचमी व्रत त्योहार इस साल 1सितम्बर को मनाया गया। ऋषि पंचमी गणेश चतुर्थी के ठीक एक तिथि के बाद यानी भाद्रपद शुक्ल पक्षी की पंचमी तिथि को ऋषियों को समर्पित ऋषि पंचमी का त्योहार व्रत रख कर मनाया जाता है। और इस दिन किए जाने वाले व्रत को ऋषि पंचमी व्रत कहा जाता है। ऋषि पंचमी का त्योहार हमारे पौराणिक ऋषि-मुनि वशिष्ठ, कश्यप, विश्वामित्र, अत्रिमुनि, जमदग्नि, गौतम, और भारद्वाज इन सात ऋषियों के पूजन के लिए खास माना जाता है। ब्रह्म पुराण के अनुसार इस दिन स्त्रियों को यह व्रत करना चाहिए। यह व्रत शरीर के द्वारा अशौचावस्था में किए गए स्पर्श तथा अन्य पापों के प्रायश्चित के रूप किया जाता है। स्त्रियों से जाने-अंजाने में रजस्वला अवस्था में पूजा, घर के कार्य, पति स्पर्श आदि हो जाता है तो इस व्रत से उनके पाप नष्ट हो जाते हैं। इस व्रत को महिलाओं के लिए अटल सौभाग्यवती बताया गया है। हिन्दू धर्म में ऋषि पंचमी का विशेष महत्व बताया गया है। मान्यता है कि इस दिन व्रत रखकर विधि पूर्वक सप्त ऋषियों की पूजा करने से जीवन में सुख शांति का वास होता है। ऋषि पंचमी के दिन व्रत रखने की परंपरा है, इस दिन श्रद्धापूर्वक व्रत रखने से भौतिक सुखों एवं सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। ग्राम मड़ेली के युवाओं ने ऋषि पंचमी त्योहार में व्रत रख कर विधि-विधान से पूजन किया। इस दौरान – भावसिंह ध्रुव बैगा,चमरा राम यादव, दौलत ठाकुर, देवसिंग ठाकुर, अमृत ठाकुर, भोलाराम ठाकुर, देवलाल ठाकुर, लोचन,वालेश, देवकरण, रुद्र ठाकुर,भूनेश्वर,रगमोहन,राजा, देवीसिंह, प्रेम, विष्णु, ऊगेश, लोमश, विजय, मोती, नीलाम्बर, गोपी, केशव निर्मलकर,केशव ध्रुव,प्रताप निषाद आदि मुख्य रूप से शामिल रहे।