छत्तीसगढ़

मड़ेली में जन्माष्टमी पर्व धूमधाम से मनाया गया

*मड़ेली में जन्माष्टमी पर्व धूमधाम से मनाया गया*

*मड़ेली- छुरा/* छुरा विकास खण्ड अन्तर्गत ग्राम मड़ेली में हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी कृष्ण जन्माष्टमी पर्व धूमधाम से मनाया गया। सुबह से ही लोग उत्साहित नजर आए। गांव युवा, तथा युवतियां, बड़े बुजुर्गों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया महावीर चौक, कचना धुरूवा बाजार चौक को मथुरा-वृन्दावन की तरह सजाया गया।शाम5:00 बजे श्री कृष्ण भगवान की प्रतिमा झुला में बिठा कर ग्राम प्रमुखों, पंचायत प्रतिनिधियों एवं युवा साथियों के द्वारा पूरी विधि विधान से पूजा अर्चना कर छोटे छोटे बालक-बालिकाओं को राधा- कृष्ण व गोपियों की तरह सजाया गया, और रथ पर बिठा कर हर गली मोहल्ले में भ्रम किया गया। जहां माताएं घर घर से निकलकर पूजा अर्चना कर श्री- फल भेंट कर घर व गांव के लिए सुख समृद्धि के लिए प्रार्थना की और प्रसाद ग्रहण किए। गली भ्रमण कर पुनः महावीर चौक ‌कचना धुरवा बाजार चौक में पहुंचे जहां पर सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं मटकी फोड़ का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का संचालन प्रेमनारायण ध्रुव, गोरेलाल ठाकुर ने की सांस्कृतिक कार्यक्रम के समापन के बाद रात्रि 12 बजे मटकी फोड़ी माखन लुटे।
कृष्ण जन्माष्टमी पर्व इस साल 19अगस्त दिन शुक्रवार को मनाया गया। जन्माष्टमी पर्व वासुदेव- देवकी के आठवें पुत्र भगवान श्री कृष्ण के जन्म दिवस के रूप में मनाया गया। मान्यता है भाद्र पद कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मध्यरात्रि में रोहणी नक्षत्र में भगवान श्री कृष्ण का जन्म हुआ था। जन्माष्टमी पूजा रात 12 बजे के करीब की जाती है। इस दिन लोग व्रत रखते हैं और श्री कृष्ण की प्रतिमा का खूबसूरत श्रृंगार करते हैं। जन्माष्टमी पर्व पूरे देश भर में बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। इस दिन भगवान श्री कृष्ण का सुंदर श्रृंगार किया जाता है और कई जगह झांकियां निकाली जाती है।इस पर्व की खास रौनक भगवान श्री कृष्ण की जन्मभूमि मथुरा-वृदावन में देखने को मिलती हैं। देश भर में लोग यहां कृष्ण जन्माष्टमी का खूबसूरत नजारा देखने को आते है। इस दिन भगवान श्री कृष्ण के बाल रुप को झूला झूलाने की भी परंपरा है। जन्माष्टमी पर पूरे दिन व्रत रखा जाता है और रात 12 बजे श्री कृष्ण जी की पूजा के बाद व्रत खोला जाता है।
इस अवसर पर श्रीमती लक्ष्मी ठाकुर,भीखम ठाकुर, ईश्वर निर्मलकर,माधव निर्मलकर, गोवर्धन ठाकुर, गिरधारी सेन भंगी ठाकुर, भूषण ठाकुर, रोशन यादव, गुलशन मोगरें, जागेश्वर, केशव, रुद्र कुमार,एस कुमार, देवेन्द्र,सुप्रीत, शीतल निर्मलकर,गगन ठाकुर,प्रकाश निषाद, रामखेलावन,डिगेश्वर,करण ठाकुर,बिना, भरतद्वाज, जीवन, रोशन, भोगेश्वर, चन्दन एवं अधिक संख्या में ग्रामवासी उपस्थित रहे।

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