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DRDO and Navy Test Missile: भारत की नई शक्ति! MIGM मिसाइल का सफल परीक्षण, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने DRDO को दी बधाई

DRDO and Navy Test Missile | Image Source | ANI

नई दिल्ली: DRDO and Navy Test Missile: भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच भारत ने सोमवार को रक्षा क्षेत्र में एक और महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की। रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) और भारतीय नौसेना ने मिलकर स्वदेशी तकनीक से विकसित मल्टी-इन्फ्लुएंस ग्राउंड माइन (MIGM) मिसाइल का सफलतापूर्वक युद्धक परीक्षण किया। यह परीक्षण कम विस्फोटक के साथ किया गया था और इसमें मिसाइल की सटीकता और प्रभावशीलता को साबित किया गया।

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DRDO and Navy Test Missile: स्वदेशी तकनीक पर आधारित MIGM मिसाइल भारत की आत्मनिर्भर रक्षा प्रणाली को और मजबूत करने के दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह मिसाइल भारतीय नौसेना की सामरिक क्षमताओं को बढ़ाने में अहम भूमिका निभाएगी और इससे भारत की रक्षा प्रौद्योगिकी को एक नई ऊंचाई मिलेगी।

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DRDO and Navy Test Missile: भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने DRDO, भारतीय नौसेना और संबंधित उद्योगों को इस महत्वपूर्ण उपलब्धि के लिए बधाई दी। उन्होंने अपने बधाई संदेश में कहा, “MIGM मिसाइल का सफल परीक्षण भारत की रक्षा अनुसंधान और स्वदेशी तकनीक में बढ़ती ताकत का प्रतीक है। यह परीक्षण यह साबित करता है कि भारत अपनी रक्षा प्रौद्योगिकी के मामले में नई ऊंचाइयों को छू रहा है। DRDO, भारतीय नौसेना और उद्योगों के संयुक्त प्रयासों ने इसे संभव बनाया है। यह ‘आत्मनिर्भर भारत’ की दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम है।”

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DRDO and Navy Test Missile: MIGM मिसाइल के सफल परीक्षण से यह स्पष्ट हो गया कि भारत अब केवल अपने रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर नहीं है, बल्कि अब वह पूरी दुनिया में अपनी सैन्य क्षमता का प्रदर्शन करने में सक्षम है। इस मिसाइल के सफल परीक्षण से भारत की रणनीतिक सुरक्षा को मजबूती मिलेगी और वह रक्षा तकनीकी क्षेत्र में नए मानक स्थापित करेगा।

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