छत्तीसगढ़

भारत के सबसे बड़े इंजीनियरिंग कॉलेज में कवर्धा के बेटी ने परचम लहराया.

 

*भारत के सबसे बड़े इंजीनियरिंग कॉलेज में कवर्धा के बेटी ने परचम लहराया...*

रामनगर कवर्धा में निवास करने वाले माध्यमिक शाला के प्रधान पाठक हेमकुमार साहू जी की बेटी वेणु साहू को भारतवर्ष के सबसे बड़े इंजीनियरिंग कॉलेजों में से एक NIT दिल्ली के इलेक्ट्रिकल एवं इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियरिंग(EEE) ब्रांच में टॉप करने पर 6 अगस्त को NIT दिल्ली में गोल्ड मेडल से सम्मानित किया गया। इस मौके पर वेणु साहू के माता-पिता को NIT इंजीनियरिंग कॉलेज दिल्ली की ओर से आमंत्रित भी किया गया था।

आपको बता दें कि बच्चों को 12 वीं के बाद इंजीनियरिंग एवं मेडिकल की पढ़ाई करने के लिए IIT एवं NEET जैसे प्रतियोगी परीक्षाएं दिलानी पड़ती है। कई बच्चे इन परीक्षाओं में चयन होने के लिए बड़े-बड़े शहरों में लाखों रुपए फीस देकर कोचिंग भी करते हैं। तब कहीं जाकर एनआईटी और नीट जैसे प्रतियोगी परीक्षाओं में चयन होता है।

हेम कुमार साहू जी की चार बेटियां हैं, और चारों बेटियां एक से बढ़कर एक प्रतिभा के धनी हैं।
इनकी प्रथम बेटी श्वेता साहू का कुछ महीने पहले ही पीजी कॉलेज बेमेतरा में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद में चयन हुई हैं। इसके पहले श्वेता साहू पीजी कॉलेज एवं गर्ल्स कॉलेज कवर्धा में गेस्ट असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर अपनी सेवाएं दे चुकी हैं।

दूसरे नंबर पर आती हैं वेणु साहू। वेणु साहू अभी हाल ही में बीटेक कंप्लीट किया है। आपको बता दें कि वेणु साहू को 2022 में कोर्स कंप्लीट होने के पहले ही भारत के नामी कंपनी डिलाइट दिल्ली के द्वारा अपनी कंपनी में चयन कर लिया गया है। अभी वर्तमान में वेणु साहू बेंगलुरु ब्रांच में कार्यरत हैं।

हेम कुमार साहू जी के तीसरी बेटी नोवल साहू अभी हाल ही में नीट का एग्जाम दिलाई है। इनकी तीन बेटियां श्वेता साहू, वेणु साहू, एवं नोवल साहू नवोदय विद्यालय उड़िया खुर्द में अध्ययन किया है। वहीं इनकी चौथी बेटी सिद्धि साहू रामकृष्ण पब्लिक स्कूल सिंघनपुरी (कवर्धा) में कक्षा 09 वीं की छात्रा है।

*हेम कुमार साहू जी के बच्चों की सफलता का राज…*

हेम कुमार साहू जी अपने बच्चों की सफलता का श्रेय अपने गुरु विश्व वंदनी परम पूज्य संत श्री आशारामजी बापू को देते हैं।

वही श्वेता साहू एवं वेणु साहू अपने सफलता का राज बताते हुए कहते हैं कि- हमारे पिता जी पूज्य संत श्री आशारामजी बापू से दीक्षित है, और हम सभी बहनों को भी पूज्य बापूजी से सरस्वत्य मंत्र की दीक्षा दिलाई हैं। जिनका हम नित्य जप करते हैं। साथ ही पूज्य बापू जी के द्वारा सत्संग के माध्यम से बताएं गए नियमों का तत्परता से पालन करते हैं- जैसे सुबह उठकर माता पिता को प्रणाम करना, तुलसी पत्ता का सेवन करना, सूर्य को अर्घ्य देना,तिलक करना सुबह जल्दी उठकर पढ़ाई करना एवं रात को जल्दी सो जाना।

वेणु साहू आगे बताती हैं कि- मेरी मां कांति बाई साहू पूज्य आशारामजी बापू द्वारा प्रेरित निःशुल्क बाल संस्कार केंद्र प्रत्येक रविवार को घर में चलाती हैं। बाल संस्कार केंद्र में बच्चों को विभिन्न प्रयोग कराया जाता है। जिससे बच्चे पढ़ाई के साथ-साथ जीवन के हर क्षेत्र में कैसे आगे बढ़ा जाए, अच्छा मार्क कैसे लाये,स्वस्थ रहने की कुंजियां,आसन, प्राणायाम, योगाभ्यास और अपनी योग्यताओं को विकसित करने की बाते भी सीखते हैं। जिससे मुझे काफी लाभ मिला।

वेणु साहू आगे बताती है कि -मेरे जैसे लाखों बच्चे पूज्य संत श्री आशारामजी बापू के मार्गदर्शन में चल रहे बाल संस्कार केंद्र एवं योग व उच्च संस्कार कार्यक्रम के माध्यम से अद्भुत प्रतिभा के धनी बन रहे हैं।

वेणु साहू पूज्य संत श्री आशारामजी बापू के केस को लेकर अपना विचार व्यक्त करती हैं कि- परम पूज्य संत श्री आशारामजी बापू को झूठे और बेबुनियाद केस में आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई हैं। जिनका न्यायालय में अभी तक अपराध सिद्ध नहीं हो पाया है, और पूज्य बापू जी के निर्दोष होने के सैकड़ों प्रमाण है। फिर भी उनके लड़खड़ाते स्वास्थ्य के बावजूद भी विगत 10 वर्षों से 1 दिन के लिए भी बेल नहीं दी गई है। वहीं सैकड़ों अपराधी बेल एवं पैरोल में छूट जाते हैं। अतः पूज्य बापूजी को स-सम्मान शीघ्र अति शीघ्र रिहा किया जाना चाहिए।

Related Articles

Back to top button