*किसानों को निर्बाध विद्युत आपूर्ति बनाये रखने कलेक्टर ने ली अधिकारियों की बैठक*
*बेमेतरा -:* चालू मानसून सीजन के दौरान बेमेतरा जिले में गत वर्ष की तुलना में इस वर्ष कम बारिश हुई है। जिले में अल्प वर्षा से निपटने के लिए विद्युत आपूर्ति सतत् बनाये रखने के लिए कलेक्टर जितेन्द्र कुमार शुक्ला ने आज कलेक्टोरेट सभाकक्ष में छ.ग. राज्य विद्युत वितरण कम्पनी के अधिकारियों, जलसंसाधन एवं कृषि विभाग के अधिकारियों की संयुक्त बैठक ली। कलेक्टर ने कहा कि आगामी 3-4 दिनों में यदि वर्षा नहीं होती है तो खरीफ फसल धान सूखने की आशंका है। बेमेतरा जिले में अब तक 387 मिली मीटर औसत वर्षा दर्ज की गई है जो गत वर्ष की तुलना में कम है। कलेक्टर ने कहा कि वे स्वयं कल बेरला तहसील के बारगांव एवं सरदा का दौरा किया और किसानों के खेत में जाकर फसल का मुआयना किया तो पाया कि अल्पवर्षा से खेतों में दरार (दर्रा) आ गई है। जिलाधीश ने अल्पवर्षा के देखते हुए विद्युत कटौती न करने के निर्देश विद्युत विभाग के अधिकारियों को दिए। उन्होने कृषि विभाग मैदानी अमले को भी किसानों से संपर्क कर हरसंभव मदद् पहुंचाने के निर्देश दिए। जलसंसाधन विभाग के कार्यपालन अभियंता बेमेतरा ने बताया कि बेरला क्षेत्र के लिए तांदुला जलाशय (बालोद) से नहरों के जरिए पानी छोड़ा गया है ताकि किसान इससे खतों में सिंचाई कर सके। जिलाधीश ने कृषि एवं विद्युत विभाग के अधिकारियों से आपस में परस्पर समन्वय स्थापित कर कार्य करने को कहा ज्ञात हो कि मुख्य सचिव ने हाल ही में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संभागायुक्तों एवं कलेक्टरों की बैठक लेकर कम वर्षा वाली तहसीलो में तत्काल फसलों के नजरी आंकलन करने के निर्देश दिए है। उन्होंने कहा है कि कृषि एवं राजस्व विभाग के अधिकारी को किसानों के खेतों में पहुंचकर फसल उत्पादन की स्थिति का जायजा ले। साथ ही जहां पर अधिक वर्षा के कारण फसलों को नुकसान हुआ है वहां पर शीघ्र ही दूसरी फसलों की बुआई करने के लिए किसान को खाद, बीज और अन्य जरूरी सहायता उपलब्ध कराई जाए। बैठक में उप संचालक कृषि महादेव मानकर, डिप्टी कलेक्टर विश्वास राव म्हस्के, कार्यपालन अभियंता विद्युत बेमेतरा उमेश ठाकुर, साजा-डीके रात्रे, कार्यपालन अभियंता जलसंसाधन विभाग चंद्रशेखर शिवहरे, अनुविभागीय अधिकारी कृषि आर के सोलंकी, सहित जिले के सभी चार विकासखण्डों के वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी, विद्युत विभाग के सहायक अभियंता बेमेतरा, बेरला, साजा एवं नवागढ़ उपस्थित थे।