जिला बेमेतरा ग्राम बुंन्देला से लोक कलाकार सिंगर लक्की राजपूत जी का रियल स्टोरी रियल हिरों एक छोटे से लोक कलाकार कैसे बना रियल जिंदगी में हिरों आइए जानिए….
बेमेतरा:-आइए जानते हैं बेमेतरा के बुंदेला गांव में रहने वाला सिंगर कि कहानी उसके ही जुबानी, मैं सिंगर लक्की राजपूत जिला बेमेतरा के बुंन्देला गांव में रहेता हुं आज आपको सारी कहानी रियल स्टोरी रियल जिंदगी में हिरों कैसे बना हुं आप जानेगें बिना कोई फिल्म किए मुझे लोगों ने कहा कि अपने आप को हिरों कहते हो लेकिन मैंने स्वीकार किया की सही बात है मैं बिना फिल्म किए अपने आप को हिरों कहता हूं। क्या आप सभी मुझे बताएगें कि इस दुनिया में फिल्म करेगा उसी को ही हिरों कहेगें? आज जो भी इंसान रियल जिंदगी में अच्छा काम करते हैं देश दुनिया में अपने गांव का नाम रोशन करते है उसे भी हिरों कहते हैं उदाहरण खेल के माध्यम से हॉकी हो क्रिकेट मैच हो अभी पुरा दुनिया कोरोना महामारी को हराकर हिरों बने है एक दूसरे का मदद किए हैं उसे कोरोना वीर या हिरों के रूप में सम्मान दिया गया है। अब बताइए फिल्म करते तो ही क्या आप इन जबाजों को हिरों कहते कि आप फिल्म किए ही नहीं है और कूद को हिरों बोल रहे हैं । आपको बता दे ये सब देश हित के लिए अच्छा कार्य किए मदद करके खेल में स्वर्णपदक जीतकर अपने गांव का देश का नाम रोशन किए हैं ठीक इसी प्रकार मेरे रियल जिंदगी में भी ऐसा कुछ हुआ है जानिए मैं एक सीधा साधा इंसान हूं मेरे गांव में पुछ सकते हैं कि हम अपने होकर किसी से झगड़ा नहीं करते हैं अपने रास्ते आते है और जाते हैं एक दिन की बात है गांव में रामायण हो रहा था और मैं वहां जाकर भगवान राम जी की कथा भजन सुन रहा था उस समय मुझे संगीत की बारे में कुछ भी जानकारी नहीं था लेकिन फिर भी मैं नजदीक गया और कहां कि मुझे भी भजन गाना है भगवान की कथा सुनाकर अपने मानव जीवन को धन्य करना है मुझे कहां कुछ भी गाना बजाना आता है कुछ भी नहीं आता था आज भी संगीत के लाइन में हूं लेकिन गाना गाने और बजाने नहीं आता भगवान की ध्यान कर गा लेता हूं और कथा भी कुछ कहने आ जाता है पहले एक चौपाई भी बोल नहीं सकता था आज सब कुछ आ जाता है सब भगवान की कृपा है गीत गाने के लिए गीत लिखने लगा आवाज अच्छा नहीं था फिर भी गाता था लोगों को भली भाँति जानता था कि कुछ कर तो नहीं सकते हैं इसलिए हंसी मजाक खिल्ली बनाते हैं लेकिन ऊपर वाले ने कुछ ऐसा चमत्कार दिखाया कि है जो लोगों के हंसी के पात्रा बने थे आज रियल जिंदगी में हिरों बनकर दिखा दिया है पहला जस गीत बिना संगीत सीखे स्टुडियो में रिलीज कराया।नाम – बिराजै महामाई बुंन्देला मा. छत्तीसगढ़ी जस गीत इस गीत का गीतकार मैं हूँ मेरे अपने चैनल सिंगर लक्की राजपूत युट्ब पर सुन सकते हैं धीरे धीरे सुपर स्टार लोक गायक गायिका से मुलाकात करने का मिशन बनाया लाइव स्टेज मुलाकात किया गीतकार हुं गाता भी हुं बताया पहला मुलाकात पद्मश्री ममता चंन्दराकर दीदी से पुटपुरा सोनपुरी में, गोरेलाल बर्मन जी मारो में, पं शिवकुमार तिवारी सोनपुरी में, दिलीप षड़गी तेन्दुवा में, प्रेमआनंद चौहान सरला गंधर्व गड़ई में, सीमा कौशिक पेन्डीरी में, आदि कई नामी कलाकार से लाइव मुलाकात किया था मैने आज फिल्म स्टार प्रमोटर ऐसा ही नहीं बना हुं या अपने आप का झूठा तारिफ नहीं कर रहा हूँ मेरे पास फिल्मों को प्रमोट करने के लिए फोन आया हिंन्दी फिल्म साऊथ फिल्म एलबम का डायरेक्टर अभिनेता प्रोड्यूसर निर्देशक का इन्हौंने मुझे फिल्म स्टार प्रमोटर का स्थान दिया है सोशल मीडिया के माध्यम से जुड़े इवेन्टस शो मनैजर डायरेक्टर बॉलीवुड सिंगर मुझे VIP सेलिब्रिटी अतिथि के रूप में आंमत्रित करने लगे दिल्ली मुम्बई नागपुर में पोस्टर के माध्यम से बताया गया इसे भी लोग एडिटिंग करके बनाते हो बोलने लगा खुद और कोई आंमत्रित नहीं करता इतना खराब सोच है आज के लोगो की जिसे लाइव वाटसफ चैट दिखाना पर भी यकिन नहीं करते आज लोग फिर में राष्टीय कलाकार एसोसिएशन में शामिल हुआ जिसमें अनेको कार्य हुए हैं जो मेरे द्वारा प्रकाशित हुआ है लगातार अखबारों में मेरे फेसबुक पर इंस्टाग्राम पे ट्वीटर युट्ब पर लक्की राजपूत लछमण राजपूत के नाम से देखा जा सकता है सोशल मीडिया पर डाला गया है जानकारी मेरा कई ऐसी बाते है जो आपको लाइव इंटरव्यू में बताया जाएगा। ये थी मेरी कहानी।