जोशीले नारो के साथ कलेक्ट्रेट पहुंचकर कर्मचारीयो ने सौपा मांग पता मुख्यमंत्री के नाम संयुक्त कलेक्टर को सौपा गया ज्ञापन

जांजगीर— लंबित महंगाई भत्ता व 7 वे वेतनमान पर गृह भाड़ा भत्ता की मांग को लेकर चल रहे अनिश्चित कालीन आंदोलन के तृतीय दिवस मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव,सचिव वित्त विभाग,सचिव छत्तीसगढ़ शासन सामान्य प्रशासन विभाग रायपुर के नाम लंबित महंगाई भत्ता देंना होगा नारे के साथ कलेक्ट्रेट में संयुक्त कलेक्टर आर.पी.आँचला को ज्ञापन सौंपा गया। विधानसभा में महंगाई भत्ता के सम्बंध में रजनीश कुमार सिंह द्वारा पूछे गए प्रश्न के जवाब में मुख्यमंत्री के द्वारा दिये गए उत्तर कि राज्य सरकार द्वारा कर्मचारियों के हित मे महंगाई भत्ते/गृहभाड़ा भत्ता का पुनरीक्षण का निर्णय शासन के संसाधनों के परिप्रेक्ष्य में लिया जाता है,भविष्य में भी महंगाई भत्ता/गृहभाड़ा भत्ता पुनरीक्षण के सम्बंध में राज्य शासन द्वारा यथा समय निर्णय लिया जावेगा, इसपर आक्रोश व्यक्त करते हुए पदधिकारियो ने कहा कि विधायक मंत्रियों का वेतन बढ़ाने के लिए सरकार के पास संसाधन हैं लेकिन कर्मचारियों के लिए नही यह सर्वथा अनुचित है इससे हमारा आंदोलन और अधिक उग्र होगा। यह कि राज्य ज्ञात हो कि प्रदेश भर के कर्मचारी, अधिकारी व शिक्षक सामूहिक नेतृत्व व निष्पक्ष बेनर में अनिश्चितकालीन आंदोलन चल रहा है। सामूहिक नेतृत्व व निष्पक्ष बैनर में आंदोलन की घोषणा का व्यापक असर हो रहा है ज्ञापन सौंपने प्रतिनिधि मंडल में आज बसंत चतुर्वेदी,सत्येन्द्र सिंह,संतोष शुक्ला,अनुभव तिवारी, सुशील शुक्ला,बोधीराम साहू,योगेन्द्र शुक्ला, दीपक यादव, सैय्यद रफीक अली विक्रान्त साहू राघवेन्द्र शर्मा आर.के.सिंह,प्रदीप चंदेल,विक्रांत साहू,विजय प्रधान, नरेश गुरुद्वान, संजय राठौर, परेश सिंह,राजकिशोर धिरहि,आशीष मिश्रा,राजेश तिवारी, धनजंय शुक्ला,मनीष शर्मा,अरविंद दुबे,विकेश केशरवानी, राकेश उपाध्याय, संतोष तिवारी, , रामस्वरूप साहू , शंकर यादव, रामकुमार साहू, सुभाष शर्मा, , संजय दुबे, शिव धन शुक्ला, शिव पटेल,संजीव सिंह, विमल किशोर दुबे,अशोक तिवारी,सोहन कर्ष,रुद्रमणि तिवारी,अरविंद कश्यप,सतीश साहू,अरविंद दुबे,महेश साहू,अरुण साहू,उत्तम साहू,नवधा चंद्रा,खिलेंद्र यादव,रफीक अली,शरद चतुर्वेदी,चंद्रशेखर तिवारी,रामलाल डड़सेना,नागेश्वर कुम्भकार, सुनील राठौर, राजराजेश्वर शर्मा,गुरुशरण साहू,रमेश बरेठ, ताराचंद पांडेय,संतोष देवांगन, रामकुमार सोनी, दिलीप पांडेय,डेमन पांडेय,विश्वनाथ साहू,आशीष सिंह,रामकृपाल डड़सेना,जगेंद्र वस्त्रकार,अरुण शर्मा,ओंकार सिंह पैकरा,राघवेंद्र शर्मा,सविंद्र खैरवार,नारायण चंद्रा,सुखराम यादव,दुर्गा पटेल,महेश साहू,राममनोहर कहरा, सतीश साहू ,खगेन्द्र यादव,सरिता चौहान सहित अधिकाधिक शिक्षक कर्मचारी उपस्थित रहे। शिक्षक,कर्मचारी अधिकारी के आंदोलन से व्यवस्था पूरी तरह से डगमगा गयी है।
छत्तीसगढ़ ही एकमात्र ऐसा राज्य है जहां केवल 22 प्रतिशत मंहगाई भत्ता दिया जा रहा है और कर्मचारियों को अभी भी 6 वें वेतनमान के अनुरूप गृहभाडा़ भत्ता मिल रहा है, जिसके कारण समस्त शासकीय कर्मचारियों को प्रतिमाह लगभग 4000 से 14000 रुपये की आर्थिक क्षति हो रही है।
प्रदेश में महंगाई भत्ता व 7 वे वेतनमान के अनुरूप गृहभाड़ा भत्ता की मांग को लेकर समस्त कर्मचारियों में सरकार की हठधर्मिता को लेकर गहरा आक्रोश देखा जा रहा है। आंदोलन दिन ब दिन जोर पकड़ रहा है वही सरकार व्यवस्था बना पाने में अक्षम साबित हो रहा है। इसके बावजूद भी सरकार जायज मांगो पर ध्यान नही दे रही है जो चिंतनीय है पदाधिकारियों ने कहा लंबित महंगाई भत्ता के लिए यह आंदोलन अनिश्चित कालीन है,सरकार को 2 सूत्रीय मांगों पर शीघ्र निर्णय लिया जाना चाहिए।