निगम आयुक्त लोकेश चंद्राकर ने कुरुद स्थित ट्रेंचिंग ग्राउंड का किया निरीक्षण, ट्रेंचिंग ग्राउंड समाप्त होने के बाद स्थल के बेहतर उपयोग के लिए कार्य योजना बनाने के दिए निर्देश
भिलाई नगर/ नगर पालिक निगम भिलाई के आयुक्त लोकेश चंद्राकर ने आज कुरूद के पूर्व ट्रेंचिंग ग्राउंड का निरीक्षण किया। उन्होंने एक बड़े भूभाग के बेहतर उपयोग के लिए किस प्रकार की प्लानिंग की जा सकती है इसकी कार्य योजना तैयार करने के निर्देश जोन कमिश्नर को दिए। उल्लेखनीय है कि लगभग 15 से 16 एकड़ में कुरूद में ट्रेंचिंग ग्राउंड निर्मित हो गया था, तब की स्थिति में एसएलआरएम सेंटर भिलाई में पूर्ण रूप से विकसित नहीं हुआ था। कुरूद के ट्रेंचिंग ग्राउंड में कचरे का ढेर हुआ करता था।
कचरे के पहाड़ का ढेर को समाप्त करने के लिए बायोरेमेडीएशन का सहारा लिया गया। धीरे-धीरे कर बायोरेमेडीएशन से कचरे का पूर्ण रूप से सफाया कर खाद के रूप में तब्दील किया गया। इसके बाद से यह स्थल जो कभी जाने लायक नहीं हुआ करता था वह स्थल अब स्वच्छ स्थल बन चुका है। इस स्थल पर निगम की योजनाओं के विशेष कार्यों को संपादन करने के लिए किया जा सकता है। आयुक्त ने वर्तमान में आवारा पशु को रखने के लिए प्राइमरी प्लानिंग पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि एक बड़े भूखंड का उपयोग निगम के विभिन्न प्रयोजनों के लिए किया जा सकता है, इसकी कार्य योजना तैयार कर प्रस्तुत करने उन्होंने कहा।
उल्लेखनीय है कि महापौर नीरज पाल ने स्वच्छ और सुंदर भिलाई के तहत कार्य करने के निर्देश अधिकारियों को दिए है। आयुक्त ने कुरूद स्थित एसएलआरएम सेंटर का भी निरीक्षण किया, उन्होंने डोर टू डोर कचरा कलेक्शन को एसएलआरएम सेंटर में लाकर सुखा व गीला कचरा की पृथकीकरण की गतिविधि देखी। सुखा कचरा को अलग-अलग उनके कैटेगरी के मुताबिक पात्र में रखा जा रहा है वही गीले कचरे से खाद का निर्माण किया जा रहा है। समीप ही एक नया कचरा पृथकीकरण तैयार किया गया है।
आयुक्त ने शीघ्र इस प्रारंभ करने के निर्देश दिए। वही इस स्थल पर गोधन न्याय केंद्र के तहत गोबर खरीदी की जा रही है और गोबर से कंपोस्ट निर्माण किया जा रहा है। आयुक्त ने सुव्यवस्थित तरीके से कंपोस्ट निर्माण करने के निर्देश दिए तथा नियमित मॉनिटरिंग करने अधिकारियों को कहा। निरीक्षण के दौरान अपर आयुक्त अशोक द्विवेदी, जोन आयुक्त पूजा पिल्ले, स्वास्थ्य अधिकारी धर्मेंद्र मिश्रा, जोन स्वास्थ्य अधिकारी अनिल मिश्रा आदि मौजूद रहे।