भोरमदेव पदयात्रा 18 जुलाई को : कवर्धा से भोरमदेव मंदिर तक 16 किलोमीटर की पदयात्रा में 9 अलग-अलग स्थलों में होगी शीतल पानी, नीबू शरबत, चाय नास्ता की व्यवस्था
भोरमदेव पदयात्रा 18 जुलाई को : कवर्धा से भोरमदेव मंदिर तक 16 किलोमीटर की पदयात्रा में 9 अलग-अलग स्थलों में होगी शीतल पानी, नीबू शरबत, चाय नास्ता की व्यवस्था
पदयात्रा के साथ-साथ चलेगी एम्बूलेंस, चिकित्सा सहित उपचार की होगी पूरी व्यवस्था
पदयात्रियों की वापसी के लिए होगी स्कूल बस की सुविधा
पदयात्रियों के लिए प्रत्येक सोमवार को भोरमदेव मंदिर के समीप निःशुल्क भोजन की व्यवस्था
अमरकंटक पदयात्रियों के लिए कूकदूर और पोलमी में लगेगी निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर
कवर्धा, 14 जुलाई 2022। कबीरधाम जिले में प्रतिवर्ष श्रावण मास के प्रथम सोमवार को आयोजित होने वाली भोरमदेव पदयात्रा की तैयारियां शुरू हो गई है। इस वर्ष श्रावण माह के प्रथम सोमवार 18 जुलाई को यह पदयात्रा होगी। 18 जुलाई सोमवार को सुबह 7 बजे कवर्धा स्थित बुढ़ा महादेव मंदिर से पदयात्रा रवाना होगी। छत्तीसगढ़ के पुरात्तव, धार्मिक, पर्यटन स्थल और जन आस्था के केन्द्र के रूप से विख्यात ऐतिहासिक महत्व के स्थल भोरमदेव मंदिर तक यह पदयात्रा सदियों से चली आ रही है। हालांकि प्रशासनिक तौर पर आमजनों के सहयोग से कवर्धा के बुढ़ामहादेव मंदिर से यह पदयात्रा 2008 से अनवरत जारी है। कोरोना वायरस कोविड 19 की संक्रमण के रोकथाम व उनके बचाव के लिए यह पदयात्रा पिछले दो वर्ष तक स्थगित था। जिले अथवा जिले से बाहर से आने वाले पदयात्रियों के लिए रोड़ मैप भी तैयार किया गया है।
दो वर्षों के अंतराल में आयोजित होने वाले इस पदयात्रा और पदयात्रा में शामिल होने वाले भक्तों के लिए स्वास्थ्य सहित अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए कलेक्टर श्री जनमेजय महोबे के निर्देश पर जिला प्रशासन की पूरी टीम और भोरमदेव सनातन तीर्थ ट्रस्ट तैयांरियों में लगा हुआ है।
उल्लेखनीय है कि कलेक्टर श्री जनमेजय महोबे की अध्यक्षता में विगत दिनों भोरमदेव पदयात्रा की तैयारियों के संबंध में जनप्रतिनिधि, गणमान्य नागरिक, समाजसेवी संगठनों, मीडिया के प्रतिनिधियों की संयुक्त बैठक आयोजित हुई थी। बैठक में पदयात्रा के संबंध में आवश्यक सुझाव भी आए थे। सुझावों को ध्यान में रखते हुए आवश्यक तैयारियां भी की जा रही है।
कलेक्टर श्री महोबे के निर्देश पर कवर्धा के बुढ़ामहादेव मंदिर से भोरमदेव मंदिर तक लगभग 16 किलोमीटर तक की इस पदयात्रा में शामिल गणमान्य नागरिक, स्कूली बच्चों, समाजसेवी संगठनों सहित आमजनों के लिए हर एक से दो किलोमीटर की अंतराल में पानी पाउच, शीतल पेय, नीबू-शरबत, चाय नास्ता की व्यवस्था की जाएगी। यह व्यवस्था नौ अलग-अलग गांव व स्थानों पर रहेगी। इसके साथ स्वास्थ्य शिविर भी लगाई जाएगी। पदयात्रियों के लिए बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं का भी विशेष ध्यान रखा जाएगा। पदयात्रा के साथ-साथ एम्बूलेंस भी चलेगी। साथ ही चिकित्सक सहित उपचार की पूरी व्यवस्था और इलेक्ट्रॉल पावडर व ग्लूकोज इत्यादि की व्यवस्था रहेगी। पदयात्रा के साथ-साथ उस दिन आमजनों व रहगीरों को सुगम यातायात में कोई परेशानी ना हो इसके लिए यातायात, पेट्रोलिंग वाहन व आवश्यक सुरक्षा व्यवस्था की जाएगी। प्रत्येक वर्ष की भांति पदयात्रा में शामिल श्रद्धालुओं के लिए प्रत्येक सोमवार को ज्वाईन हैंडस परिवार के सहयोग से भोरमदेव मंदिर के समीप निःशुल्क खीर-पुड़ी सहित भोजन की व्यवस्था की जाएगी।
पदयात्रियों के लिए चाय-नाश्ता, पानी और नीबू शरत की व्यवस्था इन गांवों व स्थानों पर रहेगी, प्रत्येक सोमवार को निःशुल्क भोजन की व्यवस्था
कवर्धा के बुढ़ा महादेव मंदिर से भोरमदेव मंदिर तक लगभग 16 किलोमीटर की इस पदयात्रा के दौरान पदयात्रियों के लिए नौ अलग-अलग गांव व स्थानों पर चाय-नास्ता, पानी और नीबू शरत की व्यवस्था रहेगी। साथ ही उन सभी स्थानों पर इलेक्ट्रॉल पावडर व ग्लूकोज सहित आवश्यक दवाइयों के साथ मेडिकल की टीम उपस्थित रहने के निर्देश दिए गए है। इसके लिए स्थल व गांव का भी चयन किया गया है। उन चिन्हांकित स्थलों में बुढ़ा महोदव मंदिर, भोरमदेव मंदिर, बिजली ऑफिस के पास, समनापुर, रेंगाखार खुर्द, कोडार, राजानवागांव, छपरी, बाघूटोला और गौ-शाला छपरी शामिल है। इन स्थनों पर कलेक्टर ने चाय,नास्ता, पानी, नीबू शरबत, रखने के निर्देश दिए है। इन सभी स्थानों पर स्वास्थ्य शिविर लगाने के भी निर्देश दिए है। पदयात्रा में शामिल श्रद्धालुओं के लिए प्रत्येक सोमवार को ज्वाईन हैंडस परिवार के सहयोग से भोरमदेव मंदिर के समीप खीर-पुड़ी सहित व भोजन की निःशुल्क व्यवस्था की जाएगी।