देवभोग प्रबंधन का यही रवैया रहा तो कर्मचारियों को वेतन देना हो जायेगा मुश्किल

व्यापारियों का लाखों रूपये एडवांस लेने के बाद भी सामग्रियों का नही कर पा रहा आपूर्ति
भिलाई। चरोदा उरला स्थित देवभोग दुग्ध संघ जो एक सरकारी उपक्रम है, इसके तमाम उत्पाद जो कि खाने से लेकर पीने तक का है, जो वही बनता है, वह मार्केट में भारी मात्रा में दुकानदारों को उपलब्ध कराने में देवभोग प्रबंधन फेल नजर आ रहा है, यह अपने तमाम उत्पादों का प्रचार प्रसार भी सही तरीके से नही कर पा रहा है। कुल मिलाकर वहां बैठे तमाम अधिकारी सिर्फ अपनी हाजिरी बनाकर केवल वेतन लेने का कार्य कर रहे हैं जबकि यह जिला मुख्यमंत्री का गृह जिला और सीएम के भिलाई तीन निवास से चंद दूरी पर स्थित है। यही स्थिति रही तो आगे चलकर देवभोग के कर्मचारियों को वेतन देने तक के लाले पड़ जायेंगे। इसका इतना अच्छा उत्पाद है कि स्थानीय व्यापारियों के डिमांड के हिसाब से यह उसे पूरा नही कर पा रहे है, जिसका फायदा इस प्रकार की दूसरी कंपनिया उठाकर अपना उत्पाद बेंच कर भारी मुनाफा कमा रही है जबकि दूसरे कई कंपनियों का उत्पाद देवभोग से तुलना करे तो उसके आगे फीका पड़ जा रहा है। जो देवभोग के स्थानीय व्यापारी है, उनके द्वारा इस कंपनी के मोदक और पेड़ा सहित अन्य कई खाद्य समाग्रियों का डिमांड तीज त्यौहार होने के कारण बडी मात्रा में किया जा रहा है लेकिन देवभोग प्रबंधन द्वारा इनको नाम मात्र की सप्लाई कर रहा है, जिसके कारण व्यापारियों को मजबूरी में दूसरे ब्रांड का माल खपाना पड़ रहा है। कई व्यापारियों ने बताया कि देवभोग के खाद्य सामग्रियों के लिए उनका लाखों रूपये एडवांस दिया गया है, उसके बाद भी सामानों की आपूर्ति देवभोग प्रबंधन द्वारा नही की जा रही है, आखिर प्रबंधन ऐसा क्यों कर रहा है, और क्या कारण है तथा इसका जिम्मेदार कौन है।