आयुक्त के आदेश देते ही अवैध अतिक्रमण पर शुरू हुई निगम की कार्रवाई 33 स्थानों से हटाए गए कब्जे, 12 लोगों से लिया गया जुर्माना
भिलाई नगर/ नगर पालिक निगम भिलाई के आयुक्त प्रकाश सर्वे के निर्देश देने के बाद फौरन अवैध अतिक्रमण, अवैध कब्जा, अवैध निर्माण एवं अवैध प्लाटिंग पर कार्रवाई होना फिर प्रारंभ हो गया है। आज नेहरू नगर जोन क्रमांक 1 क्षेत्र अंतर्गत 33 स्थानों से कब्जे हटाए गए और यातायात को सुगम बनाया गया। इधर 12 लोगों से 10100 रुपए के दांडिक शुल्क का चालान भी काटा गया। भिलाई निगम ने नेहरू नगर चौक से घड़ी चौक सुपेला तथा सुपेला चौक से रेलवे फाटक तक लगे हुए ठेलो को हटाने की कार्यवाही की गई और नेहरू नगर अंडर ब्रिज के पास से लगे हुए ठेलो को भी जेसीबी और डंपर से ध्वस्त किया गया। इस कार्रवाई में सहायक राजस्व अधिकारी परमेश्वर चंद्राकर एवं राजेश गुप्ता सहित टीम मौजूद रही।
अपर आयुक्त अशोक द्विवेदी कार्रवाई की मॉनिटरिंग करते रहे और जायजा लेते रहे। वहीं पुलिस प्रशासन की उपस्थिति में निगम ने कार्रवाई को अंजाम दिया। प्रमुख चौक चौराहों के समीप जगह-जगह अवैध ठेला एवं दुकान होने के कारण लोगों को आवाजाही में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है वही दुर्घटना की संभावना भी अधिक होती है। शहर की सुंदरता पर भी दाग लगता है। सड़क पर ही अवैध ठेले लगने से राहगीरों को आने-जाने में परेशानी होती है। वही खासकर मोड़ वाले जगह पर सामने से आने वाले वाहन तथा राहगीर भी दिखाई नहीं देते। इन सब कारणों से अवैध ठेले और दुकानों को हटाने की कार्यवाही निगम प्रशासन ने की है। आकाशगंगा मार्केट में ठीक मंदिर के समीप के दुकानों को भी हटाया गया। हटाने के बाद यहां का मार्ग सुगम हो गया। सड़क से सटे हुए ठेलो को भी हटाने की कार्यवाही की गई।
इधर निगम अवैध कब्जा हटाकर गई और उसके दो घंटे बाद फिर सज गई दुकाने
जमीन निगम की और दुकानदार कब्जा कर किराये में दे स्वयं ले रहे हैं किराया
गत दिवस आकाशगंगा के पास सुपेला रेलवे क्रासिंग के पास असामाजिक तत्वों द्वारा वरिष्ठ पत्रकार अशोक पंडा पर चाकू से हमला कर दिया गया था, उसके बाद निगम ने मंगलवार को घड़ी चौक से लेकर सुपेला चौक तक अवैध अतिक्रमण कर दुकान लगाने वालों का अतिक्रमण हटाया और चेतावनी दी कि दुबारा यहां दुकाने नही लगनी चाहिए लेकिन निगम द्वारा अतिक्रमण हटाकर जाने के दो घंटा बाद फिर से इन दुकानदारों ने अपनी वहीं पर दुकान सजा लिये।
इसकी जानकारी कुछ लोगों ने तुरंत निगम आयुक्त प्रकाश सर्वे को तुरंत दिया गया देखना है कि फिर निगम इस अतिक्रमण को हटाती है कि नही। निगम द्वारा जबभी अतिक्रमण हटाया जाता है तब फिर दुकानें वही लगा ली जाती है। निगम द्वारा अतिक्रमण हटाने के बाद मॉनिटरिंग नही करने के कारण पुन: अतिक्रण हो जाता है। निगम को अतिक्रमण हटाने के बाद दुबारा अतिक्रमण न हो इसकी मॉनिटरिंग करनी चाहिए।
निगम द्वारा यहां के बदले पूर्व में इन दुकानदारों को दूसरी जगह हो चुका है दुकान का आबंटन
सुपेला रेलवे क्रासिंग पर दुकान लगाने वालों को यहां से हटाकर दूसरी जगह व्यवस्थापन करने दूसरे जगह दुकान आबंटित किया गया है, लेकिन ये दुकानदार वहां की अपनी दुकानों को किराये में देकर रेलवे क्रासिंग के पास पुन: दुकान लगाना प्रारंभ कर दिये कुछ दुकानदार तो यही पर अगल बगल में कब्जा कर दूसरो को किराये पर यहां के दुकान को देकर किराया उठा रहे है। इनका देखा देखी आस पास भेल, फल्ली वालों सहित अन्य प्रकार की दुकाने भी रात को लगने लगी है जहां पियक्कड़ नशेड़ी सहित अन्य असामाजिकतत्वों का जवावड़ा लगा होता है।