समरसता दिवस के रूप में मनाई गई महाराणा प्रताप की जयंती साहित्यकार बृजेश सिंह ने अपनी पचास से अधिक पुस्तकें समाज के वाचनालय के लिए की भेंट
भिलाई। क्षत्रिय कल्याण सभा भिलाई नगर वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप की 482 वीं जयंती समरसता दिवस के रूप में मनाई। इस दौरान उपस्थित लोगों ने महाराणा प्रताप की प्रतिमा पर श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए उनके आदर्शों को नमन किया।
इस अवसर पर सेल के सेवानिवृत्त अधिशासी निर्देशक डॉ एस एन सिंह मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। इस दौरान श्री सिंह ने महाराणा प्रताप जयंती पर उन्हें भावपूर्ण याद किया और कहा कि वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप ने मातृभूमि की रक्षा के लिए अनेकों कठिनाइयां सही, लेकिन देश के महान स्वाभिमान और सम्मान को ठेस नहीं पहुंचने दिया। ऐसे महान राष्ट्रभक्त के आदर्शों से सदैव ही राजपूत समाज के साथ पूरे देश को मार्गदर्शन प्राप्त होता रहेगा।उन्होने कहा कि हमे अपने आने वाली पीढी को भी अपने इतिहास से परिचित कराना आवश्यक हो गया है इतिहास से हो रही छेड़छाड़ पर भी आपत्ति जताई।
समारोह के विशिष्ट अतिथि बिलासपुर छत्तीसगढ से पधारे राष्ट्रीय भावधारा के प्रख्यात साहित्यकार राष्ट्रकवि डॉ बृजेश सिंह ने अपने उद्बोधन में निर्दिष्ट किया कि महाराणा प्रताप भारतीय अस्मिता के प्रतीक हैं तथा स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के आदर्श रहे हैं। बप्पा रावल से लेकर प्रताप तक राष्ट्र के लिए मेवाड़ की सुदीर्घ बलिदानी परम्परा सतत गतिमान रही है। इस दौरान डॉ बृजेश सिंह ने अपने आहुति महाकाव्य से राष्ट्रभक्ति से ओतप्रोत काव्य प्रस्तुति देकर रोमांचित कर दिया। इस अवसर पर डॉ बृजेश सिंह ने अपनी पचास से अधिक पुस्तकें समाज के वाचनालय के लिए भेंट किया।
समारोह को संबोधित करते हुए कौशलेन्द्र प्रताप सिंह ने अपने उद्बोधन मे कहा कि महाराणा प्रताप का नाम इतिहास में वीरता, शौर्य, त्याग, पराक्रम और दृढ प्रण के लिये अमर है। उन्होंने मुगल बादशहा अकबर की अधीनता स्वीकार नहीं की और कई सालों तक संघर्ष किया। महाराणा प्रताप सभी जाति बिरादरी को साथ लेकर अकबर के खिलाफ लड़े, इतिहास पुरूष किसी एक जाति के नहीं होते वह सभी जाति के होते हैं कहा कि क्षत्रिय सभी समाजों को साथ लेकर चलने वाला होता है।
समारोह को सभा के अध्यक्ष दिग्विजय बहादुर सिंह,वरिष्ठ उपाध्यक्ष बद्री विशाल सिंह श्रीमती कल्पना भदौरिया ने भी संबोधित करते हुए महाराणा प्रताप के जीवन शैली पर प्रकाश डाला। समारोह मे श्रीमती माला सिंह ने वीर की रस कविता सुनाई।
कार्यक्रम का संचालन क्षत्रिय कल्याण सभा के संगठन मंत्री गजेन्द्र प्रताप सिंह और आभार प्रदर्शन राणा अशोक कुमार सिंह ने किया।
इस अवसर पर उल्लेखनीय संख्या में समाज के लोग उपस्थित रहे। समारोह में समाज के मंत्री अरविंद सिंह, कोषाध्यक्ष संजय सिंह, चंदनसिंह भदौरिया, माधव सिंह, डॉ.राजीव पाल, प्रेम सागर सिंह, महेन्द्र प्रताप सिंह, बादशाह सिंह, सुधीर सिंह गहरवाल, सहायक पुलिस महानिरीक्षक यू.बी.एस.चौहान, सेवानिवृत्त अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कपूर सिंह परिहार, अनुग्रह नारायण सिंह, रवि प्रताप सिंह, सुशील कुमार सिंह, एन.के.सिंह, एस.एन.सिंह, सुरेश चंद, अरूण सिंह, सत्येन्द्र ङ्क्षसह, उमेश सिंह, अमरीश कुमार ङ्क्षसह, रंगबहादूर सिंह, अरविंद सिंह, मनोज सिंह, राजेश सिंह, विजय सिंह, शिव मंगल सिंह सहित सैकड़ों की संख्या में लोग उपस्थित थे।