जनसंपर्क विषय में मुकेश को उपाधि, पत्रकारिता विश्वविद्यालय से दूसरी बार उपाधि धारण किया है, विधानसभा क्षेत्र का इकलौता छात्र जिन्हें दो बार मिली उपाधि
पाटन–कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय रायपुर के विज्ञापन एवं जनसंपर्क विषय के छात्र रहे मुकेश सेन को कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय रायपुर के पंचम दीक्षांत समारोह में विज्ञापन एवं जनसंपर्क विषय पर उत्कृष्ट प्रदर्शन करने के लिए छत्तीसगढ़ के महामहिम राज्यपाल अनुसुइया उइके के आतिथ्य मे उपाधि प्रदान किया गया, मुकेश सेन ने अपने विषय में बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए अपने विभाग का व विश्वविद्यालय का नाम रोशन किया है, ज्ञात हो कि मुकेश सेन पाटन विधानसभा क्षेत्र के तरीघाट के रहने वाले हैं और रायपुर में पत्रकारिता विश्वविद्यालय से अपनी बैचलर और मास्टर डिग्री हासिल किया है |
परिवार व समाज का नाम किया रौशन
मुकेश सेन मध्यम वर्गीय परिवार से है,उन्होंने पत्रकारिता में दो बार उपाधि धारण किया है, ऐसे लोगों की सुची मे शामिल हो गए, जो ऐसा बहुत कम ही कर पाते हैं,साथ ही उन्होंने अपने परिवार व सेन समाज का नाम रोशन किया,
मुलत: तरीघाट गांव के रहने वाले हैं ,प्रारंभिक पढ़ाई गांव से ही पूरी की
मुकेश सेन पाटन तहसील के अंतिम गांव पुरातन गांव तरीघाट के रहने वाले हैं उन्होंने अपनी प्रारंभिक पढ़ाई तरीघाट के प्राथमिक शाला तरीघाट, माध्यमिक शाला तरीघाट, हाईस्कूल तरीघाट से कि है,
विधानसभा क्षेत्र का इकलौता छात्र ,जिन्हें पत्रकारिता विश्वविद्यालय से दूसरी बार उपाधि प्रदान किया गया
मुकेश सेन पाटन विधानसभा क्षेत्र से ताल्लुक रखते हैं और वे विधानसभा क्षेत्र के इकलौते छात्र है,जिन्हें पत्रकारिता विश्वविद्यालय रायपुर से दो बार उपाधि प्रदान किया गया है, इससे पहले तीसरे दीक्षांत समारोह में उन्हें पहली बार महामहिम उपराष्ट्रपति के आतिथ्य मे उपाधि दिया गया था
पत्रकारिता की पढ़ाई संघर्ष भरा रहा
मुकेश सेन ग्रामीण इलाकों से आते हैं इसलिए उन्हें पत्रकारिता की पढ़ाई में बहुत मुश्किलों का सामना करना पड़ा ,उन्हें राजधानी रायपुर से रोजाना नियमित कक्षाएं जाना पड़ता था,पत्रकारिता जैसे विषय के जानकार बहुत कम होते हैं,
दूसरी बार उपाधि दोस्तों के नाम समपर्ण किया है
मुकेश सेन मध्यम वर्गीय परिवार से आते हैं और उन्हें अपने पढ़ाई पूरी करने में परिवार के साथ दोस्तों का साथ मिला ,गांव में पत्रकारिता के बारे जानकारी नहीं होने पर भी दोस्तों ने पढाई पूरा करने के लिए हमेशा हौशला अफजाई करते रहे, इसलिए मुकेश ने अपने इस क्षण को दोस्तों के नाम समर्पित किया