गोबर खाद की बाध्यता को समाप्त करने की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन, महामहिम राज्यपाल के नाम सौंपी गई ज्ञापन
भारतीय जनता पार्टी के निर्देश पर भाजपा आदिवासी नेत्री एवं जिला पंचायत सदस्य अनीता ध्रुव और कार्तिक राम विश्वकर्मा के नेतृत्व में प्राथमिक कृषि साख सहकारी समिति डोगरडूला पंजीयन क्रमांक 265 में आज भारतीय जनता पार्टी के कार्यकताओं के द्वारा गोबर खाद की बाध्यता को तत्काल समाप्त करने सहित पांच सुत्रीय मांग राज्य सरकार द्वारा प्रदेश के सभी किसानों को प्रति एकड़ 3 बोरी गोबर खाद खरीदी की बाध्यता को तत्काल समाप्त कर किसानों को ऐच्छिक रूप से वर्मीकम्पोस्ट खरीदने की छूट हो साथ ही वर्मीकम्पोस्ट की मानक हो एवं रेत व मिट्टी मिला हुआ ना हो॥ और सरकार द्वारा हाल में ही जारी राजीव गांधी न्याय योजना के अंतिम किस्त में 30 से 40 प्रतिशत तक की कटौती करते हुए करीब 470 करोड़ की राशि किसानों को कम राशि जारी की गई है॥इस अन्तर की राशि को तत्काल किसानों को जारी किया जावे॥ भूपेश सरकार बनने से पहले किसानों का दाना-दान धान खरीदी करने का वादा किया गया था॥ चूंकि छत्तीसगढ़ में रवि की फसल भी पर्याप्त मात्रा में होती है अतः पूरे प्रदेश में किसानों की रवि फसल को 2500 रूपये प्रति क्विंटल में खरीदी किया जावे॥ इसी तरह कांग्रेस पार्टी की सरकार बनने से पहले अपने घोषणा पत्र में पूर्व सरकार की लंबित 2 वर्षो के धान बोनस राशि देने का वादा गंगाजल की कसम खाकर किया गया था॥ परन्तु सरकार को आज साढ़े तीन वर्ष से अधिक हो गया है उसके बाद भी किसानों को बकाया बोनस राशि नहीं मिला है उसे भी तत्काल किसानों को जारी किया जावे॥ किसानों के साथ भूपेश सरकार अत्याचार करते हुए प्रति वर्ष गिरदावरी के नाम पर किसानों को रकबे में लगातार कटौती कर रहीं हैं, जिससे पूरे प्रदेश के किसान आक्रोशित है॥ किसान के सम्पूर्ण खेतिहार रकबे की खरीदी करने की मांग को लेकर जंगी धरना प्रदर्शन कर प्रदेश के महामहिम राज्यपाल माननीया सुश्री अनुसुईया उइके जी के नाम प्राथमिक कृषि साख सहकारी समिति डोगरडूला प्रबंधक श्री रामेश्वर साहू के माध्यम से ज्ञापन सौंप कर मांग की गई है॥
भाजपा आदिवासी नेत्री जिला पंचायत सदस्य अनीता ध्रुव ने कहा कि किसानों को वर्मी कम्पोस्ट खाद लेने के लिए शासन द्वारा दबाव बनाना उचित नहीं है। अपने खेती कार्य के लिए किसान खाद-बीज के लिए स्वतंत्र हैं। उन्होंने कहा कि किसानों के साथ यह तुगलकी आदेश सरासर अन्याय है। जिन किसानों ने आपको राज्य में सत्ता सौंप दिया है और जिनके आधार पर आप त्योहार मनाकर सत्ता का आनंद ले रहे हैं, यह अन्यायपूर्ण आदेश पूरी तरह से अनुचित है।
उन्होंने कहा कि भूपेश सरकार के साढ़े तीन साल के कार्यकाल में किसान विरोधी नीतियों से किसान परेशान है। एक ओर केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार किसानों को यूरिया खाद 625 रुपए प्रति क्विंटल उपलब्ध करा रही है, वहीं भूपेश सरकार किसानों को अमानक रेत-मिट्टी मिला गोबर लेने के लिए प्रति एकड़ 3 बोरी (90 किलो) 1000 रुपए क्विंटल में लेने के लिए बाध्य किया जा रहा है। यह न्यायोचित नहीं है। प्रदेश सरकार किसानों को लूटने का काम कर रही है। वर्तमान में किसानों की अर्थव्यवस्था चरमरा गई है एवं आगामी सीजन में खेती करने में असमर्थ नजर आ रही हैं। अनीता धु्रव ने कहा कि विश्व में छत्तीसगढ़ की पहचान धान में कटोरा के रूप में है, जो किसानों के बदौलत है। आज प्रदेश में किसानों की हालत बद से बदतर है। अमानक वर्मी खाद की बाध्यता से छत्तीसगढ में किसानों की कमाई गोबर के साथ मिट्टी में मिल जाएगी।
इस जंगी धरना प्रदर्शन में जिला पंचायत सदस्य अनीता ध्रुव के साथ कार्तिक राम विश्वकर्मा,महिला बूथ अध्यक्ष चमेली बाई साहू, उषा बाई साहू, गिरजा साहू, लक्ष्मी सेन, देवकी साहू,भानेन्द्र विश्वकर्मा, जितेन्द्र कुमार साहू, चैनल सिंह मरकाम, बरातु राम, झिटकु राम, चमरू राम, रामसुन्दर, तेजराम, रामचंद्र, गोकुल राम, रोहित कुमार, मानसाय मरकाम, लखनु नेताम, भावसिंग नेताम, हिन्छा राम, अशवन साहू, गुलाब सिंह, रघुबर साहू, शिवकुमार साहू, श्रीमती बुधली बाई, मोनबती, फुलेश्वरी साहू, सुशीला साहू, सरस्वती तिवारी, सुखनतीन साहू, गौरी बाई ध्रुव सहित काफी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता उपस्थित रहें॥