*कृषिमंत्री रविन्द्र चौबे ने बेमेतरा शहर में सी-मार्ट का शुभारंभ किया*
*(ग्रामीण स्तर के देशी प्रॉडक्ट को शहरों में मिलेगा बड़ा बाजार)*
*(स्व-सहायता समूह की बहनों द्वारा उत्पादित देशी सामग्री का निरीक्षण किया)*
बेमेतरा:- प्रदेश के कृषि विकास एवं कल्याण, जैवप्रौद्योगिकी, पशुधन विकास, मछली पालन, जलसंसाधन एवं आयाकट मंत्री रविन्द्र चौबे ने बेमेतरा शहर में सी-मार्ट का शुभारंभ किया। इस दौरान उन्होने परंपरागत रुप से सर्वप्रथम माता लक्ष्मी की प्रतिमा का पूजा अर्चना की। इस दौरान उन्होने स्व-सहायता समूह की बहनों द्वारा उत्पादित देशी सामग्री का निरीक्षण किया। तत्पश्चात एकता महिला स्व-सहायता समूह चारभाटा बेमेतरा द्वारा संचालित गढ़कलेवा में बनाये गये छत्तीगढ़ी व्यंजन चिला, फरा, ठेठरी, चौसेला को चखा और इसकी सराहना कर स्व-सहायता समूह की महिलाओं को शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर संसदीय सचिव एवं विधायक नवागढ़ गुरुदयाल सिंह बंजारे, विधायक बेमेतरा आशीष छाबड़ा, कलेक्टर बेमेतरा विलास भोसकर संदीपान, पुलिस अधीक्षक धमेंन्द्र सिंह, जिला पंचायत सीईओ लीना मण्डावी, नगर पालिका अध्यक्ष बेमेतरा शकुंतला मंगत साहू, अनुविभागीय अधिकारी राजस्व दुर्गेश कुमार वर्मा, मुख्य नगर पालिका अधिकारी बेमेतरा होरी सिंह ठाकुर सहित अधिकारी/कर्मचारी उपस्थित थे।
कृषिमंत्री चौबे ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के मार्गदर्शन में सुराजी गांव योजना के तहत छत्तीसगढ़ में सुपर बाजार के रूप में सी-मार्ट शुरू किया जा रहा है. इसमें गांव के देशी प्रोडक्ट की बिक्री की जाएगी। बेमेतरा जिले का पहला सी-मार्ट शुरू हो गया है, अब प्रदेश एवं जिले में बनाए जा रहे प्रॉडक्ट आसानी और वाजिब दामों में मिल जाएंगे।
ग्रामीण क्षेत्रों में स्थापित गौठानों में महिला स्व-सहायता समूहों को उनके हाथों से बनाए गए उत्पादों के लिए संगठित बाजार उपलब्ध कराने पूरे प्रदेश में सी-मार्ट स्टोर्स शुरू किए जा रहे है। इससे महिला समूहों को आर्थिक रूप से सक्षम बनाने में मदद मिलेगी। सी-मार्ट स्टोर में महिला समूहों द्वारा बनाए गए विभिन्न प्रकार के हर्बल साबुन, आचार, मसाले, मुर्रा, दोना-पत्तल, काजु, विभिन्न प्रकार के शर्बत, देवभोग के डेयरी प्रोडक्ट, कोरिया की हर्बल चाय, लेमन ग्रास चाय, विभिन्न ऑइल से लेकर डिशवॉशर, टायलेट फ्लोर क्लीनर, मशरूम पाउडर, शहद, तेल-गुड़, देसी चना, लाल चॉवल का पोहा, चॉवल का आटा से लेकर बेसन तिखुर और दूसरी स्थानीय खाद्य सामाग्रियां भी लोगों के लिए उपलब्ध है। इसके अलावा हर्बल प्रोडक्ट ईमली, हर्रा, बहेड़ा, आंवला, शहद जैसे वन उत्पाद की बिक्री की जा रही है। सी-मार्ट से हैंडलूम पर बने गमछे और अन्य आकर्षक सूती कपड़े भी खरीदे जा सकते है। इसके अलावा बेमेतरा जिले के ग्राम राखी में उत्पादित केला तना से रेशा से निर्मित हस्तशिल्प एवं हथकरधा से बने उत्पाद का भी विक्रय किया जायेगा।
गौरतलब है कि सुराजी गांव योजना के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में स्थापित गौठानों में महिला स्व-सहायता समूहों को उनके हाथों से बनाए गए उत्पादों के लिए संगठित बाजार उपलब्ध कराने के उद्देश्य से पूरे प्रदेश में सी-मार्ट स्टोर्स शुरू किए जा रहे हैं। इससे ग्रामीण स्तर के देशी प्रॉडक्ट को शहरों में बड़ा बाजार मिलेगा और इससे स्व सहायता समूह की महिलाओं को मेहनत का लाभ मिलेगा।