तेज गर्मी के चलते जिले के तर्रीघाट में बंदर की मौत

वन विभाग की बड़ी लापरवाही, ग्रामीणों के सुचना को अधिकारियों ने किया नजरअंदाज
ग्रामीणों ने वन विभाग पर लापरवाही किये जाने का लगाया आरोप
पाटन–तहसील मुख्यालय के अंतिम छोर पर बसे पुरातन गांव तरीघाट जहां गांव खारून नदी तट पर स्थित होने व नमी के कारण आये दिन जंगली जानवरों का आना जाना लगा रहता है , इसी कारण एक तपड़ते बंदर की मौत हो गई, ज्ञात हो कि ग्राम तरीघाट के ग्रामीणों ने बताया कि फोन के माध्यम से ग्रामीणों द्वारा वन विभाग के अधिकारियों को फोन पर सुचित किया था कि गांव में तेज धूप के कारण बंदर की हालत नाजुक बनी हुई है जिसको तत्काल इलाज की आवश्यकता है ,जिसमे वन विभाग के अनदेखी के चलते उक्त बंदर की मौके पर मौत हो गई,ग्रामीणों ने वन विभाग के अधिकारियों पर आरोप लगाते हुए कहा कि उनके द्वारा ना तो जंगलों के अवैध कटाई पर ध्यान दिया जाता है और ना ही गांव में जंगली जानवरों के आने के लिए पिछले कुछ समय से जंगली सूअर का आतंक बना हुआ है, जह़ा तरीघाट, केसरा, सोनपुर, सिपकोना मे बहुत लोगों को अपना शिकार बना लिया था, एवं पागल ब़दर ने जिस तरह से तहलका मचा रखा था उस पर भी चुप्पी साधी हुई थी, वन विभाग में वन क्षेत्र होने के साथ समय पर अधिकारी अपने कर्तव्यों का निर्हवहन नहीं कर रहे हैं !