बॉलीवुड स्टार संजय बत्रा,मन कुरैशी पहुंचे दुर्ग, दर्शकों ने ली उनके साथ जमकर सेल्फी
दुर्ग। बॉलीवुड के मशहूर अभिनेता संजय बत्रा सोमवार को दोपहर 1 बजे दुर्ग के अप्सरा टॉकीज पहुंचे। उनके साथ दर्शकों ने जमकर सेल्फी ली। आपको बता दें कि अभी हाल ही में पूरे छत्तीसगढ में भिलाई निवासी प्रसिद्ध निर्देशक आलेख चौधरी के निर्देशन में बने बॉलीवुड स्टार संजय बत्रा एवं युवाओं के दिलों पर राज करने वाले छॉलीवुड के सुपर स्टार मन कुरैशी एवं अनिकृति चौहान,रजनीश झांजी, उपासना वैष्णव, हेमलाल कौशल,क्रांति दीक्षित,निशांत उपाध्याय,उषा विश्वकर्मा अभिनीत ईश्क मा रिस्क हे प्रदर्शित हुई है।
इस फिल्म में संजय बत्रा हिरोईन अनिकृति के पिता और दाऊ जी का जर्बस्त रोल किये है। दर्शकों की विशेष मांग पर फिल्म के निर्माता लक्ष्मीप्रकाश जायसवाल एवं निर्देशक आलेख चौधरी ने अभिनेता संजय बत्रा, मन कुरैशी सहित फिल्म के सभी कलाकारों को दुर्ग अप्सरा टॉकीज में बुलाया गया था। इस फिल्म के सभी कलाकारों को अपने बीच पाकर दर्शक बेहद रोमांचित हो उठे, फिल्म छुटने के दौरान जैसे ही दर्शकों को पता चला कि बालीवुड अभिनेता एवं इस इस फिल्म के दाउ जी संजय बत्रा एवं फिल्म के नायक मन कुरैशी, हिराईन आस्था शर्मा, फिल्मों में अलग हट के किरदार निभाने वाले लिजेंड एक्टर रजनीश झांजी,
बाल कलाकार दर्शन जैन, उपासना वैष्णव, डायरेक्टर आलेख चौधरी सहित सभी प्रमुख अभिनेता अप्सरा टॉकीज आये है तो उनसे मिलने इन कलाकारों के पास पहुंच गये और उनसे चर्चा कर इन सभी कलाकारों के साथ दर्शक जमकर सेल्फी लिये। इस दौरान छॉलीवुड एवं भोजपूरी सिनेमा के प्रसिद्ध डायरेक्टर अभिषेक सिंह,छत्तीसगढ एवं भोजपूरी फिल्मों के अभिनेता एवं गीतकार, शमशीर सिवानी, राकेश शर्मा, सहित अन्य छॉलीवुड कलाकार भी अप्सरा टॉकीज पहुंचे थे।
छत्तीसगढ मेरा घर है,इस फिल्म में अभिनय करने के दौरान बेहद आनंद आया-संजय बत्रा
बॉलीवुड अभिनेता संजय बत्रा ने इस दौरान पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि मैं पहले छत्तीसगढिया हूं, और आज मैं जो कुछ भी हूं यहीं के बदौलत हूं। भले मैं मुंबई रहकर हिन्दी फिल्मों में और कलर्स चैनल के सीरियलों में काम कर रहा हूं लेकिन छत्तीसगढ मेरा घर है, जब भी छत्तीसगढी फिल्म में अभिनय करने के लिए कोई मुझे आमंत्रित करते है, तो पहले मैं छत्तीसगढी फिल्मों में काम को महत्व देता हूं। इसके पहले भी मैं टूरा चायवाला, प्रेम चंद्राकर जी की फिल्मों में अभिनय कर चुका हूं। लेकिन अब तक जितनी भी फिल्मों में अभिनय किया हूं, उन सभी फिल्मों से मेरा एकदम अलग हटकर इस फिल्म में अभिनय किया हूं।
इस फिल्म और अपने किरदार के बारे में संजय बत्रा ने बताया कि इस फिल्म में छत्तीसगढ की संस्कृति को और यहां बड़े बुजुर्गो का सम्मान किस प्रकार किया जाता है बखूबी दर्शाया गया है। इसमें मैँ गांव का दाऊ रहता हूं जो पूरे गांव के लोगों को साथ लेकर चलने का कार्य करता हूं। इसमे अपने पूरे परिवार को एकजुट रखने और अपने परिवार के मान मर्यादा को विपरीत परिस्थितियों में किस प्रकार बरकारार रखा जा सकता है यह दर्शाया गया है। यह एक बेहद ही पारिवारिक फिल्म के है,लोग इसे देखे और अपना प्यार व आशीर्वाद दें।
आने वाले समय की सुपर स्टार है आस्था शर्मा-बत्रा
इस फिल्म में काम को लेकर कहा कि फिल्म की नायिक आस्था शर्मा पहली बार फिल्म में अभिनय की है और ऐसा नही लग रहा है कि वह पहली बार फिल्म में काम की है, वह एक मंझे हुए कलाकार की तरह बहुत ही बेहतरीन अभिनय की है। वहीं उपासना वैष्ण जो इस फिल्म में मेरी पत्नी का किरदार निभाई है, यह इस समय की बहुत ही उम्दा और बेहतरीन अभिनेत्री है तो आस्था शर्मा आने वाले समय की सुपर स्टार हिरोईन है।
शुद्ध पारिवारिक और बेहतरीन फिल्म है ईश्क में रिस्क हे-मन कुरैशी
फिल्म के नायक मन कुरैशी ने इस दौरान पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि जिस प्रकार दर्शकों ने मेरी अन्य फिल्मों को पसंद किया है इसी तरह इस फिल्म को भी दर्शक बेहद ही अपना प्यार दे रहे है। एक बार फिर मेरी और अनुकृति चौहान की जोड़ी को लोग पसंद कर रहे है। इस फिल्म के शूटिंग के पल को याद करते हुए कहा कि जब हम शूटिंग के लिए अम्बिकापुर पहुंचे और इसके सभी कलाकार एकजुट होकर काम करना शुरू किये तो बहुत ही आनंद आया, इस दौरान संजय बत्रा जी से बहुत कुछ सीखने मिला।
यहां इतना अच्छा पारिवारिक माहौल था कि ऐसा लग रहा था हम लोग पिकनिक मनाने आये है, और खुशनुमा माहौल में बहुत ही अच्छी फिल्म बन गई है। इसमें मेरा किरदार अन्य फिल्मों से थोड़ा हटकर है, लेकिन बहुत ही मजेदार किरदार है,जो दर्शको को बहुत पसंद आ रहा है।
इस फिल्म में मेरा रोल मेरे लिए एक बेहद क्रिटिकल और चैलेंजिंग रोल था-
रजनीश झांजी
अपनी हर फिल्मों में एक दम अलग हटकर किरदार निभाने वाले रजनीश झांजी इस फिल्म के बाद फिर एक बार चर्चा में आ गये है। उनके बेहतरीन और क्रिटिकल रोल के कारण ही उनको लिजेंड एक्टर की उपाधि छॉलीवुड द्वारा दी गई है। इस फिल्म के बारे में पत्रकारों से चर्चा करते हुए फिल्म के हिरो मन कुरैशी (राहुल) के पिता का रोल करने वाले रजनीश झांजी ने कहा कि मुझे अधिकांशतर रोल बड़ा ही क्रिटिकल और अलग हटकर करने को मिलते है, इस फिल्म में जब मुझे पिता का रोल के लिए आफर किया गया और जब स्क्रिप्ट पढा तो बड़ा क्रिटिकल रोल लगा, यह मेरे लिए चैलेंजिंग रोल था लेकिन मैने इसके लिए मेहनत कर इस चैलेंज को स्वीकार करते हुए अभिनय किया और आज दर्शको के सामने है, जिसे दर्शको के अलावा छॉलीवुड के सभी लोग भी बेहद पसंद कर रहे है। इसमें मैँ एक बहुत ही सीधा सरल व्यक्तित्व वाला सरकारी बाबू रहता हूं
और जब मेरी पत्नी का स्वर्गवास हो जाता है तो अपने पुत्र राहुल की पूरी जिम्मेदारी मेरे उपर आ जाती है, और पिता के साथ ही मां का भी प्यार अपने पुत्र को देता हूं। बाकी फिल्मों में पिता को उतना महत्व नही दिया जाता है लेकिन इस फिल्म में एक पिता का महत्व और जिम्मेदारियां क्या क्या होती है, उसे बखूबी दर्शाया गया है।
संजय बत्रा,मन कुरैशी सहित सभी के सहयोग से अपने अच्छा अभिनय करने में सफल हो पाई -आस्था शर्मा
इस फिल्म की दूसरी नायिका आस्था शर्मा ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि पहली बार जब मैं कैमरे के सामने आई तो थोड़ा डर और हिचकिचाहट लगी लेकिन बॉलीवुड स्टार संजय बत्रा, मन कुरैशी, उपासना वैष्णव, अनिकृति चौहान, रजनीश झांजी सहित पूरी यूनिट का बहुत सहयोग और मार्गदर्शन मिला जिसके कारण मैं अच्छा अभिनय कर पाई हूं।
संजय बत्रा के साथ काम करने की इच्छा हुई पूरी-उपासना वैष्णव
छॉलीवुड बनने के बाद संजय बत्रा के काम की तारीफ लोगों से बहुत सुनी थी और जब इनकी फिल्मे देखी तो मेरी भी इच्छा होती थी कि मैं भी कभी संजय बत्रा के साथ अभिनय करूं। लेकिन इस फिल्म के डायरेक्टर आलेख चौधरी के कारण मेरी इच्छा पूरी हुई और छोटा मोटा रोल भी नही सीधे संजय बत्रा की पत्नी का रोल करने को मिला। मैं संजय बत्रा की अभिनय शैली से बेहद प्रभावित हूं। इस फिल्म में मुझे काम कर संजय बत्रा से बहुत कुछ सीखने को मिला। मेरी आगे भी इच्छा है कि उनके साथ और भी फिल्में करूं ताकि और भी बहुत कुछ सीखने को मिले।
इस फिल्म में काम करके बहुम मजा आया-बाल कलाकार दर्शन
इस फिल्म में अभिनय करके सबसे अधिक चर्चा में आये बाल कलाकर दर्शन जैन ने कहा कि इस फिल्म में मुझे अभिनय करके बहुत मजा आया। वैसे मैं इससे पहले भी कई फिल्मे कर चुका हूं। लेकिन इसमें मेरा एकदम अलग हटकर रोल है। इसमें स्कूल में पढते पढते मुझे पढानी वाली शिक्षिका (फिल्म की हिराईन अनिकृति) से प्यार हो जाता है लेकिन फिल्म के हिरो हमारी शिक्षिका से प्यार करने लगते है
और मेरा दिल टूट जाता है, यह रोल मेरे लिए बेहद कठिन था लेकिन फिल्म के डायरेक्टर आलेख चौधरी भै़य्या ने इतना सरल तरीके से मुझे बताते थे कि रोल कैसे करना है तो तुरंत मुझे समझ में आ जाता था और फिल्म के सभी लोग मेरा पहुंच स्पोर्ट करने के साथ ही हौसला अफजाई किये जिसके कारण मैं अच्छा अभिनय कर दर्शकों को अपनी ओर आकर्षित करने में सफल हो पाया।