कांग्रेस में शामिल होने की अटकलों के बीच TRS को मजबूत करने में जुटे प्रशांत किशोर, CM चंद्रशेखर राव से मुलाकात Prashant Kishor working to strengthen TRS amid speculation of joining Congress, meets CM Chandrashekhar Rao
हैदराबाद. दक्षिण में जगनमोहन रेड्डी को आंध्र प्रदेश की सत्ता का स्वाद चखाने वाला चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर पिछले दो दिनों से हैदराबाद में हैं और वे पिछले दो दिनों से तेलंगाना के सीएम और टीआरएस प्रमुख के चंद्रशेखर राव से मुलाकात कर रहे हैं. पार्टी सूत्रों के मुताबिक प्रशांत किशोर ने दोनों दिन के चंद्रशेखर राव (केसीआर) से मुलाकात की है. तेलंगाना में 2018 में विधानसभा चुनाव होने वाला है और इस बार बीजेपी पूरे दमखम के साथ टीआरएस को चुनौती देने के लिए कमर कस चुकी है. इसलिए अब तक बीजेपी पर कम मुखर केसीआर अब पूरी तरह से बीजेपी के खिलाफ हो गए हैं और उसे राज्य पर पकड़ न बने, इसके लिए चुनावी रणनितिकार प्रशांत किशोर की मदद ले रहे हैं. माना जा रहा है कि प्रशांत किशोर आगामी विधानसभा चुनाव में केसीआर को मदद पहुंचाने के लिए अभी से तैयारी शुरू कर दी है.
केसीआर ने प्रशांत किशोर को दोस्त बताया
प्रशांत किशोर के कांग्रेस में शामिल होने की अटकलों की बीच राव के साथ उनकी मुलाकात अहम मानी जा रही है. केसीआर के नाम से मशहूर राव ने मार्च में कहा था कि किशोर उनके साथ पूरे देश में ‘परिवर्तन’ लाने के लिए काम कर रहे हैं. दोनों तेलंगाना में भी साथ काम कर रहे हैं. राव ने पिछले सात-आठ वर्षों से प्रशांत किशोर को अपना सबसे अच्छा दोस्त बताया था और किसी कार्य को लेकर उनकी प्रतिबद्धता की प्रशंसा की थी. राव विभिन्न गैर-भाजपा दलों को एक साथ लाने के लिए काम कर रहे हैंहालांकि प्रशांत किशोर की केसीआर के साथ हुई चर्चा पर टीआरएस की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन पार्टी सूत्रों ने कहा कि शनिवार को राव से मिलने वाले किशोर ने रविवार को भी बातचीत की. माना जा रहा है कि बातचीत में जहां देश की समसामयिक राजनीतिक स्थिति पर चर्चा हुई, तो वहीं किशोर ने तेलंगाना में अपनी टीम द्वारा किए गए सर्वेक्षणों का विवरण प्रस्तुत किया है.राष्ट्रीय राजनीति में भूमिका निभाना चाहते हैं केसीआर
तेलंगाना में टीआरएस का मुख्य मुकाबला कांग्रेस से है लेकिन पिछले कुछ वर्षों में कांग्रेस वहां बुरी तरह कमजोर हुई है. कांग्रेस की ओर से कोई जनाधार वाला नेता नहीं बचा है. पिछले साल तक बीजेपी टीआरएस के लिए कोई महत्वपूर्ण चुनौती पेश नहीं कर रही थी, इसलिए केसीआर बीजेपी के खिलाफ मुखर नहीं थे लेकिन हैदराबाद नगर निगम चुनाव में जिस तरह से बीजेपी ने आक्रामक चुनाव प्रचार कर सफलता हासिल की, उससे केसीआर बीजेपी के मुख्य प्रतिद्वंद्वी मानने लगे हैं. पिछले कुछ महीने से केसीआर राष्ट्रीय राजनीति में भी अपनी भूमिका तलाशने में जुटे हैं.इस कड़ी में वे महाराष्ट्र में शरद पवार और मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से मुलाकात कर चुके हैं. दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से भी वे मिल चुके हैं. वे कांग्रेस को अलग कर गैर-बीजेपी पार्टियों को एक साथ लाने की मुहिम चलाए हुए हैं. यही कारण है कि केसीआर तेलंगाना में हर हाल में बड़ी बहुमत से चुनाव जीतना चाहते हैं और इस कड़ी में वे प्रशांत किशोर से मदद ले रहे है.