एनीकट के पुननिर्माण को लेकर भाकपा का एक दिवसीय धरना, कार्यवाही न होने पर करेंगे उग्र आंदोलन

कोंडागांव/फरसगांव । जल संसाधन विभाग कोण्डागांव द्वारा भंवरडीग नदी पर निर्मित एनीकट के वर्ष भर में ही टूट गया। एनीकट का पुर्ननिर्माण संबंधित ठेकेदार व अधिकारियों के खर्च पर कराए जाने की मांग को लेकर कम्युनिष्ट पार्टी आफ इंडिया (भा.क.पा.) तहसील फरसगांव जिला कोण्डागांव संभाग बस्तर छ.ग. के कम्युनिष्टों ने 26 अगस्त को एक दिवसीय धरना देकर प्रदर्षन किया। इस सांकेतिक आंदोलन का समापन माननीय राज्यपाल छत्तीसगढ़ शासन रायपुर एवं मुख्य मंत्री छत्तीसगढ़ शासन रायपुर के नाम प्रेषित ज्ञापन को तहसीलदार फरसगांव को सौंपकर किया।
धरना प्रदर्षन कर रहे कम्युनिष्टों ने प्रेस को बताया कि ग्रा.पं. कबोंगा व ग्राम हाथीपखना (तहसील फरसगांव) के मध्य भंवरडीग नदी पर जल संसाधन विभाग कोण्डागांव द्वारा लगभग 3 करोड रुपए खर्च कर इस एनीकट को ठेकेदार द्वारा बनवाया गया था। इस एनीकट निर्माण के तुरंत बाद 1वर्ष में ही टूट गया था। निर्माण के तुरंत बाद ही उक्त एनीकट के टूट जाने से ही किसानों का आरोप है कि उक्त एनीकट तत्कालीन जिम्मेदार अधिकारियों एवं ठेकेदार की लापरवाहीपूर्वक गुणवत्ताहीन निर्माण कराने के कारण टूटा है, इसलिए अब उक्त टूटे एनीकट का पुर्ननिर्माण भी तत्कालीन जिम्मेदार अधिकारियों एवं ठेकेदार के खर्च पर कराई जाए।
आंदोलन में बैठे कम्युनिष्टों ने यह भी बताया कि ग्राम कबोंगा, कोसागांव, कोसापारा, हाथीपखना, बडगांव व पोयापारा के कुछ किसानों के द्वारा जिला प्रषासन को कई बार आवेदन दिया गया, मगर कोई कार्यवाही नहीं की गई, यही कारण है कि किसानों के हित में कम्युनिष्ट पार्टी आॅफ इंडिया के कम्युनिष्टों को सामने आना पड़ा।
एक दिवसीय धरना प्रदर्षन कर रहे का.सरादुराम सोरी अध्यक्ष अ.भा.आ. महासभा, कां.चैतराम कोमरा जिला सचिव नारायणपुर, का.लक्ष्मण महावीर सचिव अ.भा.आ. महासभा, विसम्बर मरकाम अध्यक्ष नौजवान सभा, का.दिनेष कुमार मरकाम, जयप्रकाष नेताम अध्यक्ष एआईएसएफ, विकराय नेताम, राम कुमार नेताम, सुबरुराम नेताम, नंदूलाल नेताम, धनसिंह नेताम, हिरासिंह मरकाम, मेघनाथ मरकाम, रयसिंह मरकाम, नरसिंह मरकाम, षिवा नेताम, लक्ष्मीनाथ नेताम, अज्जू नेताम, सियाराम नेताम, जीतूराम नेताम, चैनसिंह मरकाम, कुमार मण्डावी सहित अन्य ने धरना प्रदर्षन किया ।
गौरतलब है कि ग्रामवासियों की सूचना पर प्रेस प्रतिनिधियों ने एनीकट टूटने की खबर को समाचार पत्रों में प्रमुखता के साथ प्रकाषित किया, जिस पर जल संसाधन विभाग के तत्कालीन जिम्मेदार अधिकारियों को निलंबित एवं ठेकेदार को ब्लैक लिस्ट करने की कार्यवाही भी हुई, लेकिन शासन-प्रषासन के उक्त कार्यवाही से किसानों को कोई लाभ नहीं मिला इसलिए गांवों के किसानों ने जल संसाधन विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों एवं ठेकेदार के खर्च पर टूट गए एनीकट का पुर्ननिर्माण कराने हेतु 09.05.2017 को कलेक्टर जनदर्षन में आवेदन भी दिया, लेकिन इस आवेदन पर किसी प्रकार की कार्यवाही न होता देख किसानों ने जिला प्रषासन को कई बार आवेदन दिए फिर भी अब तक कोई कार्यवाही नहीं की गई। उक्त गांवों के किसानों द्वारा की जा रही जायज मांग को शासन-प्रषासन द्वारा सुनकर भी अनसुना किए जाने के कारण ही कम्युनिष्ट पार्टी आफ इंडिया (भा.क.पा.) कम्युनिष्टों को एक दिवसीय धरना देकर प्रदर्षन करने को मजबुर होना पड़ रहा है, अब यदि जल संसाधन विभाग के तत्कालीन जिम्मेदार अधिकारियों एवं ठेकेदार के खर्च पर ही टूट गए एनीकट का पुर्ननिर्माण जल्द से जल्द नहीं कराया जाता है, तो सभी किसान उग्र आंदोलन करेंगे जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी प्रषासन की होगी।