दही-हांडी को पाठ्यक्रम में शामिल करने यादव समाज ने निकाली रैली
दुर्ग। छत्तीसगढ़ की दही-हांडी व बांस गीत परंपरा को छत्तीसगढ़ के प्राइमरी स्कूल के पाठयक्रम में शामिल करने की मांग युवा संघ मित्र कल्याण मंडल व भारती यादव महासभा द्वारा की गई है। इसे लेकर यादव समाज के बच्चों ने रविवार को साइकिल रैली निकालकर शहर में जोरदार माहौल बनाया। रैली को गहिरा गुरु राजेश यादव ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह रैली गोपाल मंदिर से शुरू हुई। रैली नगर भ्रमण के बाद पांच बिल्डिंग मालवीय नगर चौक के पास समाप्त हुई। इस दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल व शिक्षामंत्री प्रेमसाय टेकाम के नाम शहर विधायक अरुण वोरा को ज्ञापन सौंपा गया। इस दौरान शहर कांग्रेस अध्यक्ष आरएन वर्मा, सीजू एंथोनी, अलताफ अहमद भी मौजूद थे। रैली में सकल यादव समाज के प्रतिनिधि भी शामिल हुए। रैली दोपहर करीब 12 बजे शुरू हुई। रैली बैगापारा से कंकालिन मंदिर, तमेर पारा, पचरीपारा, नया बस स्टैंड, राजेंद्र पार्क होते हुए मालवीय नगर चौक एवं अन्य क्षेत्रों का भ्रमण की। यादव संघ मित्र कल्याण मंडल के सांस्कृतिक सचिव राकेश यादव ने बताया कि मथुरा में माखन बेचने पर गोकुल के लोगों से टैक्स लिया जाता था।भगवान कृष्ण ने अपने बाल सखाओं के साथ इसका विरोध किया। इसके बाद भगवान कृष्ण ने माखन की चोरी शुरू की। बात नहीं बनी तो रास्ते में मटका फोडऩा शुरू कर दिया। बाद में गोकुल ने माखन मथुरा पहुंचना बंद हो गया। इसके बाद इस पर टैक्स लेना बंद कर दिया गया। इसी परंपरा ने आगे चलकर दही-हांडी का रूप लिया। रैली में यादव समाज के कमलेश यादव, हर्षहिंद यादव, उमराव यादव, ललित यादव के अलावा बड़ी संख्या में यादव समाज के बच्चे व महिलाएं शामिल हुई।