Festivalकवर्धा

गुड फ्राइडे को ईसाई समाज शोक दिवस के रूप के मनाता है- विनीष जॉय

गुड फ्राइडे
कवर्धा- गुड फ्राइडे ईसाई समाज के लोग इसे शोक दिवस के रूप में मनाया जाता है गुड फ्राइडे को प्रभु यीशु मसीह को शारीरिक यातनाएं देने के बाद सूली पर चढ़ा दिया गया था गुड फ्राइडे के दिन ईसाई समाज के अनुयायी लोग गिरजाघर जाकर प्रभु यीशु मसीह को याद करते हैं

 और प्रार्थना करते हैं यह कलवरी में यीशु मसीह को सलीब पर चढ़ाने के कारण हुई मृत्यु के कारण मनाया जाता है यह एक प्रकार का ईसाई समाज के लिए शोक का दिन है इस दिन ईसाई समाज के लोगों द्वारा चर्च व घरों से सजावट की वस्तुएं हटा ली जाती है या उन्हें कपड़ों से ढक दिया जाता है इस दिन को प्रार्थना व उपवास के रूप में मनाया जाता है इसकी तैयारी 40 दिन पहले ही आरंभ कर दी जाती है इस दिन प्रभु यीशु के द्वारा क्रूस पर से कहीं गई सात वाणीयो पर विशेष व्याख्या की जाती है जो क्षमा मेल मिलाप सहायता और त्याग पर केंद्रित होता है प्रभु यीशु मसीह ने पूरे जीवन अपने अनुयायियों को भाईचारा एकता मानवता और शांति का संदेश दिया है उनकी लोकप्रियता दिनों दिन बढ़ती जा रही थी वहां के शासक पिलातुस ने प्रभु यीशु मसीह को क्रुस अर्थात सूली पर लटका कर अनेक प्रकार की यातनाएं देने का आदेश कर दिया इन यातनाओं से और क्रूस पर प्रभु यीशु मसीह को चढ़ाया गया ईसाई धर्म के अनुयायी 40 दिन तक शोक मनाते हैं यह घटना गुड फ्राइडे के दिन घटित हुई थी इसलिए इसे गुड फ्राइडे के रूप में मनाया जाता है कवर्धा सीएनआई चर्च के रेव्ह डीकन अरुण कोरी के द्वारा यह संदेश दिया जाएगा साथ ही समस्त चर्च व गिरजाघर में सात वाणीयो पर संदेश दिया जाएगा
उक्त जानकारी संयुक्त मसीह समाज के सचिव विनिष जॉय ने दी है

Related Articles

Back to top button