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लखराम में गायत्री यज्ञ के साथ-साथ कराए जा रहे संस्कार

रतनपुर –चार दिवसीय गायत्री महायज्ञ का आयोजन लखराम के प्राथमिक शाला भवन प्रांगण में 1 अप्रैल से भव्य कलश यात्रा के साथ प्रारंभ हुआ। जिसमें भारी संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लिया ।द्वितीय दिवस गायत्री यज्ञ में भारी संख्या में भक्तजन शामिल हुए। उसके बाद प्रति दिवस विभिन्न संस्कार नामकरण संस्कार, मुंडन संस्कार, पुंसवन संस्कार,उपनयन संस्कार, अन्नप्राशन , विद्यारंभ,एवं अन्य संस्कार भी कराए जा रहे हैं। जिसमें क्षेत्र के लोग उत्साह के साथ शामिल हो रहे हैं। इन संस्कारों को समझ पा रहे हैं ।शांतिकुंज हरिद्वार से आई हुई यज्ञ संचालन के प्रमुख सदस्य ने अपने संस्कारों के बारे में विस्तृत व्याख्या कर बताया जीवन को सुखी और शांति पाने के लिए हमें संस्कारों के साथ आगे बढ़ना पड़ेगा। गायत्री माता की पूजन, महा आरती एवं भजन का भी कार्यक्रम चलता है। सभी आगंतुक श्रद्धालुओं के लिए भोजन भंडारा भी चलाया जा रहा है, जिसमें भगवती भोजनालय में सभी श्रद्धालु भोजन प्रसाद पाकर तृप्त महसूस कर रहे हैं ।सत् साहित्य का स्टाल भी लगा है जहां लोग इस साहित्य को खरीद सही राह में चलने के लिए पंडित श्रीराम शर्मा जी का आभार व्यक्त कर रहे हैं। शाम को भव्य दीप यज्ञ का कार्यक्रम भी किया जाता है जिसमें सभी घरों से दीपक लेकर महिलाएं आती हैं और दीपक को सजाया जाता है । दीपक जलने से पूरा यज्ञ स्थल जगमगा जाता है और बहुत ही सुहाना लगता है। इस यज्ञ के संचालन कर रहे लख राम के गायत्री परिवार के द्वारा सभी प्रकार के सुविधाओं को रखा गया है। गायत्री प्रज्ञा पीठ रतनपुर के मुख्य ट्रस्टी दिनेश पांडेय ने बताया कि यज्ञ करने से प्रकृति खुश होती है और प्रकृति के खुश होने से इस संसार में संतुलन बना रहता है और सभी के लिए जल ,हवा आए दिन शुद्धता के साथ मिल पाती है। हमें परोपकार की भावना बलवती होती है ।अतः सभी को यज्ञ में भाग लेना चाहिए। इस यज्ञ को सफल बनाने के लिए गायत्री परिवार के परिजन लगातार सहयोग कर रहे हैं।

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