यूनिवर्सल रेल मिल में राजभाषा कार्यशाला का आयोजन
भिलाई। भिलाई इस्पात संयंत्र के यूनिवर्सल रेल मिल में हाल ही में राजभाषा कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में मुख्य महाप्रबंधक यूनिवर्सल रेल मिल, अनीश सेनगुप्ता उपस्थित थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता महाप्रबंधक प्रचालन एम व्ही के रामप्रसाद ने की।
इस अवसर पर राहुल श्रीवास्तव, महाप्रबंधक प्रचालन, जूड फ्रांसिस, महाप्रबंधक प्रचालन, रणबीर पाल, महाप्रबंधक विद्युत सुश्री एन ज्योति सांगोलकर, प्रबंधक, अक्षय कुमार, प्रबंधक एवं सत्यनारायण ढल, प्रबंधक तथा अन्य अधिकारी एवं कर्मचारीगण उपस्थित थे।
यूनिवर्सल रेल मिल के महाप्रबंधक विद्युत, रणबीर पाल ने अपने विचार प्रकट करते हुए कहा कि राजभाषा हिंदी सभी के लिए सरल, सहज और स्वीकार्य है, सभी की रूचि से ही राजभाषा हिंदी का कार्य आगे बढ़ सकता है। कार्यक्रम में सामान्य ज्ञान पर आधारित हिंदी भाषा में प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें उपस्थित अधिकारियों एवं कर्मचारीगणों ने हिस्सा लिया। प्रतियोगिता में प्रदर्शन के आधार पर 10 प्रतिभागियों को विजेता घोषित किया गया और पुरस्कृत किया गया।
प्रथम पुरस्कार बेलदास तांडी, चार्जमेन, फिनिशिंग, द्वितीय पुरस्कार सत्यनारायण ढल, प्रबंधक तथा तृतीय पुरस्कार जी पी पांडियन, एसीटी ने प्राप्त किया। प्रोत्साहन पुरस्कार विजेता रहे-कार्तिक राम देवांगन, मास्टर ओसीटी, सुश्री अलका साहू, संतोष कुमार, ओसीटी, एल्बर्ट नवल किन्डो, एसीटी, सुश्री एन ज्योति सांगोलकर, प्रबंधक, भूपेन्द्र पटेल, ओसीटी एवं यू राजेश राव, ओसीटी, प्रचालन-योजना।
सहायक प्रबंधक संपर्क व प्रशासन-राजभाषा जितेन्द्र दास मानिकपुरी ने ऑनलाइन नोटशीट सिस्टम सैप में हिंदी में नोटशीट बनाने का प्रदर्शन किया तथा राजभाषा के सांविधिक प्रावधानों की जानकारी दी और उन्होंने वॉइस टाइपिंग का प्रदर्शन कर बताया कि किस प्रकार से आप इन्टरनेट की सहायता से मात्र कुछ ऐप्स को अपने कम्प्यूटर में इन्स्टाल करके मोबाइल में बोलकर अपने कंप्यूटर में हिंदी भाषा में आसानी से टाइपिंग कर सकते हैं और हिंदी टंकण कार्य को बहुत ही कम समय में करके आसान बना सकते हैं। कार्यक्रम का संचालन विभागीय राजभाषा समन्वय अधिकारी रजत कुमार मुखर्जी, महाप्रबंधक यूनिवर्सल रेल मिल ने किया एवं धन्यवाद ज्ञापनकमलेश कुमार बागरी, चार्जमेन, यूनिवर्सल रेल मिल हाइड्रॉलिक द्वारा किया गया। कार्यक्रम के अंत में समस्त प्रतिभागियों को राजभाषा हिंदी में अधिकाधिक कार्य-व्यवहार करने की शपथ दिलाई गई।