भोरमदेव महोत्सव की तैयारिंया पूरी, महोत्सव में होगा छत्तीसगढ़ और भारत के अलग-अलग सांस्कृतिक विधाओं का संगम Preparations for Bhoramdev Festival complete, the festival will be a confluence of different cultural genres of Chhattisgarh and India

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भोरमदेव महोत्सव की तैयारिंया पूरी, महोत्सव में होगा छत्तीसगढ़ और भारत के अलग-अलग सांस्कृतिक विधाओं का संगम
महोत्सव में 30 और 31 मार्च को सजेगा महोत्सव का मंच
कवर्धा, 29 मार्च 2022। छत्तीसगढ़ के कबीरधाम जिले में प्रत्येक वर्ष होने वाले भोरमदेव महोत्सव की तैयारियां पूरी कर ली गई है। कोविड संक्रमण के बाद पिछले दो वर्षों के बाद वर्ष 2022 में 26 भोरमदेव महोत्सव का आयोजन होने जा रहा है। इस बार महोत्सव 30 एवं 31 मार्च को होगा। प्राचीनतम काल से प्रत्येक वर्ष भोरमदेव महोत्सव का आयोजन होली के तेरस और चौदस तिथि होते आ रहा है। 30 मार्च को बाबा भोरमदेव मंदिर में शिव जी की विशेष पूजा-अर्चना के साथ मंदिर प्रांगण में 12 से 1 बजे के बीच जिले में निवासरत विशेष पिछड़ी बैगा जनजाति की पांरम्परिक नृत्य के साथ महोत्सव का शुभारंभ होगा। इस बार महोत्सव में छत्तीसगढ़ के स्थानीय तथा अंचल के कलाकारों को भी महत्व देते हुए मंच प्रदान किया जा रहा है। सांस्कृतिक कार्यक्रम दोपहर 12 बजे से शुरू होगा। दिन में दूर दराज से आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए मंदिर प्रांगण पर भी सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। दो दिनों तक मंदिर प्रांगण में जसगीत, बैगा नृत्य, करमा नृत्य, बांस गीत, राम भजन, शिव आराधना सहित अलग-अलग धार्मिक सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे।
कलेक्टर श्री रमेश कुमार शर्मा ने आज पुलिस अधीक्षक डॉ लाल उम्मेद सिंह व अन्य प्रशासनिक अधिकारियों के साथ महोत्सव की तैयारियों को अंतिम रूप देने के लिए महोत्सव स्थल, मंदिर प्रांगण, प्राचीन सरोवर, पार्किंग स्थल, मंदिर के सामने उद्यान को अवलोकन किया। देश के अलग-अलग राज्यों तथा घरेलू व्यापारी भी बड़ी संख्या में इस महोत्सव में अपनी अपनी कारोबार करने आते है। व्यापारियों को किसी भी प्रकार की कोई परेशानी हो इसके लिए व्यवस्थित तरीके से दूकानों का भी आंबटन किया गया है।
छत्तीसगढ़ की ऐतिहासिक, पुरात्तविक, धार्मिक, पर्यटन और जन आस्था का केन्द्र के नाम से भोरमदेव महोत्सव का आयोजन होता है। इस बार इस दो दिवसीय महोत्सव में छत्तीसगढ़ और भारतीय संस्कृति की अलग-अलग कला विधाओं का मंच में संगम होने जा रहा है। दो दिवसीय महोत्सव में छत्तीसगढ़ की कला संस्कृति के साथ बॉलीवुड कार्यक्रमों का आंनद उठा सकते है।
भोरमदेव महोत्सव 30 एवं 31 मंदिर प्रांगण में आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम
भोरमदेव महोत्सव के पहले दिन 30 मार्च को 12 से 1 बजे के बीच बोड़ला ब्लॉक के चरण तिरथ, बैगा करमा नर्तक दल बारपानी के श्री मोहतु सिंह एवं साथी के द्वारा शानदार बैगा नृत्य की प्रस्तुति देंगे। इसके साथ ही 1 बजे से 1.30 बजे तक गंगानगर कवर्धा के श्रीमती रामबाई साहू द्वारा पण्डवानी, 1.30 से 2 बजे तक बोड़ला के श्री रामसाय साहू के द्वारा जसगीत, 2 से 3 बजे के बीच ग्राम चिमरा के धनेश विश्वकर्मा के द्वारा जसगीत, 3 से 4 बजे के बीच ग्राम सेवईकछार के पुनीराम यादव द्वारा जय भोरमदेव बांस गीत और 4 बजे से 5 बजे के बीच ग्राम जंगलपुर के श्री रेवाराम चंद्रवंशी के द्वारा भजन मंडली की शानदार प्रस्तुति देंगे।
दूसरे दिन 31 मार्च को समापन आयोजन में 12 से 1 बजे के बीच प्रतिमा बारले द्वारा पण्डवानी 1 से 2 बजे के बीच ग्राम छांटा के शिवकुमार यादव द्वारा बांसगीत, 2 से 3 बजे के बीच बाजार चारभाठा के श्री निहोराराम मरकाम के द्वारा जसगीत, 3 से 4 बजे के बीच श्री राकेश जैन द्वारा जसगीत एवं फागगीत और 4 से 5 बजे के बीच ग्राम ढोगईटोला के श्री गणेश यादव के द्वारा शिवजी का भजन की शानदान प्रस्तुति देंगे।
भोरमदेव महोत्सव में आयोजित होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रम
भोरमदेव महोत्सव के पहले दिन कबीरधाम जिले के स्कूली बच्चों के सामुहिक नृत्य के साथ सांस्कृतिक कार्यक्रमों का शुभारंभ होगा। मंच में प्रस्तुति देने वाले कलाकारों की मीनट-टू मीनट कार्यक्रम निर्धारित कर ली गई है। इसके बाद रायपुर के सुप्रसिद्ध पियानों वादक श्री मोहम्मद आयान अपनी प्रस्तुति देंगे। भोपाल की श्रीमती अनुराधा सिंह भारतीय संस्कृति को प्रदर्शित करती हुए कत्थक नृत्य की प्रस्तुति देगी। बोडला के रजउ साहू अपनी गुरतुर बोली कवंई के छत्तीसगढ़ की लोकगीत एवं नृत्य की प्रस्तुति देंगे। मंचीय कार्यक्रम के बाद बीच-बीच में लेजर लाईट शो की और बॉलीवुड के डांस गु्रप भी अपनी प्रस्तुति देते रहेंगे। रात 8 से 11 बजे बॉलीवुड सिंगर ऐश्वर्या पण्डित बॉलीवुड की सुपर हिट गीतों की प्रस्तुति देकर मंच का शंमा बांधेगी। इसके बाद छत्तीसढ़ की प्रसिद्ध जगराता एवं लोकगीतों के गायन की प्रस्तुति देते हुए दिलीप षडंगी आयोजन को आगे बढ़ाएंगे।
भोरमदेव महोत्सव के दूसरे दिन स्कूली बच्चों के आयोजन के साथ सांस्कृतिक कार्याक्रमों का शुभारंभ होगा। छत्तीसगढ़ रायपुर के भजन गायक श्री प्रदीप चौबे द्वारा शिव भजन की प्रस्तुति दी जाएगी। छत्तीसगढ़ और ओडिसा से आए डॉ गजेन्द्र पंडया एवं आर्या नंदे द्वारा ओडिसी नृत्य की प्रस्तुति देते हुए भारतीय संस्कृति की झलक दिखाएंगे। गुरूदास मानिकपुरी छत्तीसगढ़ लोकगीत की प्रस्तुति देते हुए कार्यक्रम को आगे बढाएंगे। बिलासपुर की अनिल गढेंवाल की टीम द्वारा छत्तीसगढ़ की गेड़ी नृत्य की प्रस्तुति देते हुए राज्य की सांस्कृति विरासत की झलक प्रस्तुत करेगे। छत्तीसगढ़ के हास्य कार्यक्रमों के लिए मशहुर कौशल साहू और उनकी टीम महोत्सव के बीच बीच में अपनी प्रस्तुति देते हुए महोत्सव में आए दर्शकों का मनोरंजन करेंगे। इसके बाद इंडियन आईडल सेलीब्रीटी बॉलीवुड सिंगर फेम अनुष्का बनर्जी, नचिकेत लेले, निहाल तारों एवं उनकी पूरी टीम की सुपर-हिट गीत संगीत से महोत्सव का मंच सजेगा। साथ ही हमर पारा तुहर पारा फेम अनिल मानिकपुरी और उनकी टीम कार्यक्रमों को आगे बढ़ाते हुए महोत्सव के समापन बेला तक पहुंचाएंगे।
प्रत्येक वर्ष तेरस और चौदस की तिथि बाबा भोरमदेव के लिए विशेष महत्व
भोरमदेव मंदिर के प्रधान पुजारी श्री अशीष शास्त्री ने बताया कि भोरमेदव मंदिर में प्रत्येक वर्ष होती के बाद तेरस और चौदस को बाबा भोरमदेव शिव जी के लिए विशेष दिन रहता है। प्राचीन काल से इन तिथियों के दिन मंदिर में विशेष अनुष्ठान और दिव्य श्रृंगार सहित अनेक धार्मिक अनुष्ठान होते है। यहां प्राचीन काल से मंदिर के समीप स्थानीय मेला का आयोजन भी होते आया है, जो समय के साथ-साथ स्थानीय मेला अब महोत्सव का स्वरूप ले लिया है। इन दो दिनो में मंदिर में बाबा भोरमदेव शिव जी का विशेष विशेष अनुष्ठान और दिव्य श्रृंगार सहित अनेक धार्मिक अनुष्ठान होते है। प्रात काल बाबा भोरमदेव का महाअभिषेक, एक हजार नामों से सहर्षाचन,रूद्राभिषेक, विशेष श्रृंगार आरती होती है। दूसरे पहर शायम काल में सहत्रधारा से महाभिषेक,श्रृंगार महाआरती-भस्म आरती, शिव सरोवर के सामने भगवान वरूण देव का पूजन, दीपदान गंगाआरती की जाती है। इस उत्सव में शामिल होने के लिए देश के अलग-अलग राज्यों से श्रद्धालुओं को आगमन होता है। कोई पर्यटक के रूप में शामिल होते है तो कोई श्रद्धालु के रूप म