सीईओ अनिर्बान दासगुप्ता ने संयंत्र बिरादरी से सीधे संवाद किया

भिलाई। इस्पात नगरी भिलाई के सिविक सेंटर स्थित कला मंदिर में शनिवार को भिलाई इस्पात संयंत्र के सीईओ अनिर्बान दासगुप्ता ने संयंत्र बिरादरी से सीधे संवाद किया। उन्होंने भिलाई बिरादरी को चुनौतियों से उभरने का आव्हान करते हुए कहा कि हमारे पास रेल है, प्लेट है एवं सबसे अच्छा कार्यबल है जिसके कारण हम मुनाफा कमा सकते हैं। उन्होंने आव्हान करते हुए कहा कि हमें स्मार्टली एवं संगठित तरीके से कार्य करते हुए रेल्स के साथ-साथ मॉडेक्स इकाइयों के उत्पादन को क्रमवार बेहतर करना है। श्री दासगुप्ता ने सुरक्षा पर विशेष ध्यान देने पर जोर देते हुए कहा कि हमें इससे संबंधित एसओपीज़ का दृढ़ता से पालन करना है। हमारे लिये नकद अर्जित करना एक बहुत बड़ी चुनौती है, जिसे प्राप्त करने हेतु हमें भरसक प्रयास करना होगा। हमें सुरक्षा जागरूकता को सतर्कता के साथ अपनाना है। असुरक्षित व्यवहार के लिए बार-बार अनुरोध के द्वारा व्यक्ति विशेष के व्यवहार में सकारात्मक परिवर्तन लाया जा सकता है। उप महाप्रबंधक बीई योगेश शास्त्री ने संवाद कार्यक्रम के उद्देश्य पर विस्तार से प्रकाश डाला।
कार्यक्रम के प्रारंभ में मुख्य कार्यपालक अधिकारी एवं अध्यक्ष, राजभाषा कार्यान्वयन समिति अनिर्बान दासगुप्ता की अध्यक्षता में हिन्दी में बेहतर कार्य करने के लिए विभागाध्यक्षों को प्रशस्तिपत्र दिये गये। इस अवसर पर भिलाई भाषाभारती का विमोचन भी किया गया।
कार्यक्रम के दौरान विभिन्न विषयों सुरक्षा, इस्पात परिदृश्य, वित्तीय परिदृश्य, उत्पादन एवं प्रमुख चुनौतियों आदि पर प्रस्तुतीकरण दिया गया। जिसमें स्पष्ट किया गया कि इस कार्यशाला का प्रमुख उद्देश्य सम्पूर्ण बिरादरी को आने वाली चुनौतियों का सामना करने के लिए सजग करना है तथा उन मुद्दों पर सहमति बनाना है जो हमारे निष्पादन के उच्च स्तर को बनाये रखने के लिए अतिआवश्यक है। साथ ही पूरी इस्पात बिरादरी को उच्च स्तर की प्रतिबद्धता के लिए ऊर्जा प्रदान करना है।
प्रस्तुतिकरण के पश्चात् इस कार्यशाला के विभिन्न प्रतिभागियों ने अपने विचार व सुझाव रखे। प्रतिभागियों द्वारा उठाए गए विभिन्न मुद्दों पर उच्च प्रबंधन ने सारगर्भित विचार-विमर्श किया। इस अवसर पर उपस्थित कार्यपालक निदेशकों ने भी अपनी वैचारिक टिप्पणियाँ दी।