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रूस ने बताया यूक्रेन पर कब करेगा न्यूक्लियर हथियारों का इस्तेमाल ️

मॉस्को. रूस-यूक्रेन युद्ध (Russia Ukraine war) को एक महीना होने को है. हर दिन रूस घातक तरीके से हमले को अंजाम देने में जुटा हुआ है. मिसाइल अटैक और बमबारी से यूक्रेन के कई शहर खंडहर और लाशों के मलबे के रूप में तब्दील हो चुके हैं. उधर, अमेरिकी आशंकाओं के बीच रूस ने यह ऐलान कर दिया है कि वह युद्ध में परमाणु हथियारों (Nuclear Weapons) का कब इस्तेमाल करेगा.क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव (Putin’s chief spokesperson Dmitry Peskov) ने मंगलवार को एक बताया कि रूस की सुरक्षा नीति तय करती है कि देश केवल तभी परमाणु हथियारों का इस्तेमाल करेगा, जब उसके अस्तित्व को खतरा हो. यूक्रेन में अपनी सेना भेजने के लगभग चार सप्ताह बाद रूस की ओर से ये बयान आया है. पेसकोव ने यह बात तब कही जब उनसे पूछा गया कि क्या उन्हें विश्वास है कि राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन परमाणु हथियारों का इस्तेमाल नहीं करेंगे

इसपर पेसकोव ने कहा, ‘हम घरेलू सुरक्षा की अवधारणा रखते हैं और यह सार्वजनिक है. आप परमाणु हथियारों के इस्तेमाल के सभी कारणों को पढ़ सकते हैं. इसलिए अगर हमारे देश के अस्तित्व के लिए खतरा होगा, तो इसका (परमाणु हथियार) हमारी अवधारणा के अनुसार उपयोग किया जा सकता है.’ उन्होंने देश की सुरक्षा अवधारणा के एक और संदर्भ में कहा, ‘उसमें कोई अन्य कारण उल्लिखित नहीं हैं.’

पुतिन ने न्यूक्लियर फोर्सेस को हाईअलर्ट पर किया
राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Russian President Vladimir Putin) ने पिछले महीने रूस के परमाणु बलों को हाई अलर्ट पर रखने का आदेश दिया था. आदेश के अनुरूप, रूस के रक्षा मंत्रालय ने 28 फरवरी को कहा कि उसके परमाणु मिसाइल बलों और उत्तरी और प्रशांत बेड़े को बढ़ी हुई लड़ाकू ड्यूटी पर रखा गया है.

यह युद्ध अजेय है: UN प्रमुख
यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के एक महीने बाद संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने मंगलवार को कहा कि यह “बेतुका” युद्ध “अजेय” है. अनिवार्य रूप से इसे युद्ध के मैदान से शांति की मेज पर ले जाना होगा. इसके साथ ही उन्होंने चिंता व्यक्त की कि इस संघर्ष से भूख के वैश्विक संकट की प्रतिध्वनि सुनाई दे रही है.

गुतारेस ने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि एक करोड़ यूक्रेनी लोग अपने घरों से पलायन को मजबूर हो गए हैं. उन्होंने कहा कि दुनिया यूक्रेन के शहरों, कस्बों और गांवों में भयानक मानवीय पीड़ा और विनाश देख रही है

 

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