17 मार्च को होलिका दहन एवं 18 मार्च होली खेली जायेगी, जाने होलिका दहन का शुभ मुहूर्त

रंगों के त्योहार होली का सभी को इंतजार रहता है, ये ऐसा त्योहार है जब दुश्मन भी सबकुछ भूलाकर गले लग जाते हैं।
इस साल का सबसे बड़ा और पहला त्योहार होली है, पंचाग के अनुसार फाल्गुन मास की पूर्णिमा तिथि को होली मनायी जायेगी।
इस बार पूर्णिमा तिथि दो दिन पड़ रही है, साथ ही पूर्णिमा तिथि पर भद्राकाल होने के कारण लोगों में होली और होलिका दहन को लेकर संशय की स्थिति है, हिंदू धर्म ग्रन्थों के अनुसार, होलिका दहन पूर्णिमा तिथि में सूर्यास्त के बाद करना चाहिए, लेकिन यदि इस बीच भद्राकाल हो, तो भद्राकाल में होलिका दहन नहीं करना चाहिए, इसके लिए भद्राकाल के समाप्त होने का इंतजार करना चाहिए, होलिका दहन के लिए भद्रामुक्त पूर्णिमा तिथि का होना बहुत जरूरी है, हिंदू शास्त्रों में भद्राकाल को अशुभ माना गया है, ऐसी मान्यता है कि भद्राकाल में किया गया कोई भी काम सफल नहीं होता और उसके अशुभ परिणाम मिलते हैं।
होलिका दहन का शुभ मुहूर्त।
ज्योतिष के अनुसार पूर्णिमा तिथि 17 मार्च 2022 को दोपहर 01:29 बजे से शुरू होकर 18 मार्च दोपहर 12:52 मिनट तक रहेगी।
जबकि 17 मार्च को ही 01:20 बजे से भद्राकाल शुरू हो जाएगा और देर रात 12:57 बजे तक रहेगा, ऐसे में भद्राकाल होने के कारण शाम के समय होलिका दहन नहीं किया जा सकेगा।
चूंकि होलिका दहन के लिए रात का समय उपर्युक्त माना गया है, ऐसे में 12:57 बजे भद्राकाल समाप्त होने के बाद होलिका दहन संभव हो सकेगा।
रात के समय होलिका दहन करने के लिए शुभ समय 12:58 बजे से लेकर रात 2:12 बजे तक है, इसके बाद ब्रह्म मुहूर्त की शुरुआत हो जाएगी।