राज्य स्तरीय राष्ट्रीय सेवा योजना शिविर में बेमेतरा कबीरधाम की टीम ने दिखाया दम-खम Bemetara Kabirdham’s team showed strength in the state level National Service Scheme camp
राज्य स्तरीय राष्ट्रीय सेवा योजना शिविर में बेमेतरा कबीरधाम की टीम ने दिखाया दम-खम
हेमधर साहू के आदिवासी कबीला नृत्य की झांकी नृत्य ने किया रायपुरिन्स को आकर्षित
हेमधर साहू के निर्देशन में “सरकश” व “देशभक्ति” कार्यक्रमों ने मचाया धूम
रासेयो कार्यक्रम अधिकारी हेमधर साहू के नेतृत्व में “चिपको आन्दोलन ” ने अपनी ओर ध्यान खीचा पर्यावरण संरक्षण हेतु शिविरार्थी हुये संकल्पित
नारा, श्लोगन लेखन व तालाब के पचरी स्वच्छता लेखन की जिम्मेदारी भी रासेयो कार्यक्रम अधिकारी हेमधर साहू की टीम ने बखूबी निभाई
हेमचन्द यादव विश्वविद्यालय दुर्ग के कार्यक्रम समन्वयक डॉ. आर. पी. अग्रवाल तथा बेमेतरा- कबीरधाम जिले की जिला संगठक डॉ. के. एस. परिहार के मार्गदर्शन व शास लक्ष्मण प्रसाद वैद शास. कन्या महाविद्यालय बेमेतरा की प्राचार्य व कारकार्यक्रम अधिकारी डाॅ.विनिता गौतम व शास.उ.मा. विद्या-दशरंगपुर के प्राचार्य रवेन्द्र सिंह, चंद्रवंशी के संयोजन में राज्य स्तरीय राष्ट्रीय सेवा योजना शिविर अमलेश्वर में कबीरधाम जिले के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पिपरिया के स्वयंसेवक ओंकार चंद्रवंशी तथा शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय- इन्दौरी के स्वयंसेवक प्रमोद नीरज एवं बेमेतरा जिला के शासकीय लक्ष्मण प्रसाद वैद्य नवीन कन्या महाविद्यालय से स्वयंसेविका सिमरन राजपूत न श्रुति तिवारी, शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय- दशरंगपुर के कार्यक्रम अधिकारी हेमधर साहू के नेतृत्व में हेमचन्द यादव विश्वविद्यालय दुर्ग की ओर से दमदार उपस्थिति दर्ज की। कार्यक्रम अधिकारी हेमधर साहू को सड़कों पर चिन्ह बनाने व तालाब में स्वच्छता संबंधी नारे- श्लोगन लिखने, एवं रैली समिति की जिम्मेदारी दी गई थी। रासेयो कार्यक्रम अधिकारी हेमधर साहू की टीम द्वारा तालाब को साफ रखने संबंधी नारों-सुझावों के साथ अमलेश्वर के तालाब में विशाल लेखन कार्य किया गया, जो कि राहगीरों का ध्यान एकबारगी अपनी ओर खींच लेता था। छग के राज्य संपर्क अधिकारी डॉ. समरेन्द्र सिंह की अगुवाई में सिमरन राजपूत व श्रुति तिवारी व हेमधर साहू की टीम ने तालाब के पास के पेड़ों पर चिपक कर “चिपको आन्दोलन” की तर्ज पर पेड को कटने से बचा लिए क्योंकि सडक निर्माण से तालाब के आस-पास के पेड़ों पर संकट आ गया था। झांकी रैली में कबीरधाम जिले के आदिवासी संस्कृति को प्रदर्शित करते, हेमधर साहू आदिवासी वेशभूषा में नृत्य करते हुए स्वयंसेवक ओंकार चंद्रवंशी प्रमोद नीरज व टीम के साथ सडकों पर आदिवासी कबीला नृत्य प्रस्तुत कर कबीरधाम जिले की कला-संस्कृति को प्रस्तुति कर लोगों का मन मोह लिया। रायपुर की जनता “रायपुरिन्स” आदिवासी नृत्य से खासे प्रभावित होकर रैली में हौसला आफजाई कर रहे थे। रैली का दूसरा मुख्य आर्कषण, बेमेतरा कालेज की सिमरन राजपूत व श्रुति तिवारी द्वारा” पर्यावरण संरक्षण “के लिए “चिपको आन्दोलन “के रूप में रायपुर की सड़कों पर चलते हुए “पर्यावरण संरक्षण “के लिए जागरूक करने का कार्य था सांस्कृतिक कार्यक्रमों में, “आजादी” के लिए देशवासियों द्वारा सहे गये कष्ट, बलिदान को याद करता हुआ हेमधर साहू के निर्देशन में “मेरा रंग दे बसंती चोला….” कार्यक्रम ने हाल में देशभक्तिपूर्ण माहौल बना दिया व भारत माता की जय वन्दे मातरम् के नारों से हाल गूंज उठा। अंग्रेजों द्वारा भारतीयों को दिये जा रहे प्रताडना ने रॉगटे खड़े कर दिये। अंतिम सांस्कृतिक संध्या पर हेमधर साहू के निर्देशन में पूरे छग के कार्यक्रम अधिकारियों द्वारा “सरकश”की यादगार प्रस्तुति दी गई जिसने उपस्थितिजनों को भावुक कर दिया, “जाने कहाँ गयो दिन…..तुमको ना भूल पायेंगे”” “गीत की प्रस्तुति ने राजकपूर जी के “मेरा नाम जोकर” फिल्म की याद दिला दी।
प्रेस विज्ञप्ति जारीकर्ता हेमधर साहू कार्यक्रम अधिकारी शा.उ.मा. वि. दशरंगपुर वि.ख. : -कवर्धा जिला- कबीरधाम, छ.ग. पिन – 491995