भाजपा संगठन चुनाव को लेकर भिलाई और दुर्ग जिले में सुगबुगाहट शुरू
भाजपा संगठन चुनाव की राह आसान नहीं
प्रभारियों की रहेगी गुटबाजी से निपटने की चुनौती
भिलाई। सदस्यता अभियान खत्म होने के बाद भाजपा में संगठन चुनाव की तैयारी हो रही है। इस बार भिलाई और दुर्ग भाजपा जिले में संगठन चुनाव की राह आसान नहीं होगी। इस बार पिछली बार से काफी राजनीतिक फिजा बदल गई है। चुनाव के लिए संगठन द्वारा बनाये गए प्रभारियों के लिए भिलाई और दुर्ग जिला भाजपा में व्याप्त गुटबाजी से निपटना अहम चुनौती साबित हो सकता है।
भारतीय जनता पार्टी के संगठन चुनाव को लेकर भिलाई और दुर्ग जिले में सुगबुगाहट शुरू हो चुकी है। भाजपा का सदस्यता अभियान पहले 20 अगस्त तक निर्धारित था। अब इसे 31 अगस्त तक बढ़ाया गया है। इसके बाद संगठन चुनाव निर्धारित कार्यक्रम और प्रक्रिया के साथ शुरू हो जाएगी। चुनाव को लेकर भिलाई और दुर्ग संगठन जिले में इस घमासान मचने का आसार है। यह घमासान की स्थिति इस बार बदले हुए राजनीतिक परिदृष्य के चलते बनने की संभावना है।
दरअसल इस बार यहां भाजपा से ही दो-दो सांसद हो गए हैं। सुश्री सरोज पांडेय जहां राज्यसभा से सांसद है वहीं विजय बघेल भाजपा प्रत्याशी के रूप में लोकसभा चुनाव जीतकर सांसद बने हैं। पिछले बार के भाजपा संगठन चुनाव में सुश्री सरोज पांडेय के समर्थकों का जिले से लेकर मंडल और बूथ स्तर तक एकतरफा कब्जा रहा था। सुश्री पांडेय के वर्ष 2009 के लोकसभा चुनाव में पहली बार सांसद बनने के बाद से भिलाई और दुर्ग जिला भाजपा संगठन में पूर्व मंत्री प्रेमप्रकाश पांडेय और अब दिवंगत हो चुके पूर्व मंत्री हेमचंद यादव के समर्थकों को संगठन से किनारे लगा दिया गया। इस बार बदली हुई लोकसभा चुनाव में विजय बघेल की जीत से भाजपा की स्थानीय राजनीतिक तस्वीर बदल सी गई है। ऐसे में संगठन में पदाधिकारी बनने की लालसा विजय बघेल समर्थकों में भी जागना स्वाभाविक है।
यहां पर यह बताना भी लाजिमी होगा कि राज्यसभा सांसद सुश्री सरोज पांडेय और लोकसभा सांसद विजय बघेल भाजपा की स्थानीय राजनीति में विपरीत ध्रुव माने जाते हैं। लिहाजा भिलाई और दुर्ग संगठन के चुनाव में इन दोनों नेताओं के समर्थकों में तालमेल बनाना जिम्मेदारों के लिए आसान नहीं रहेगा। हालांकि भाजपा की मौजूदा राजनीति में लोकसभा सदस्य विजय बघेल, पूर्व मंत्री प्रेमप्रकाश पांडेय और वैशाली नगर विधायक विद्यारतन भसीन में बेहतर तालमेल नजर आ रहा है। पूर्व मंत्री हेमचंद यादव के समर्थक भी उनके निधन के बाद इसी खेमे की ओर आकर्षित दिख रहे है। दूसरी तरफ राज्यसभा सदस्य सुश्री सरोज पांडेय के साथ भिलाई जिला संगठन अध्यक्ष पूर्व विधायक सांवलाराम डाहरे और दुर्ग जिला अध्यक्ष श्रीमती उषा टावरी कदम से कदम मिलाकर चल रहे हैं। खास बात है कि भाजपा का सदस्यता अभियान सरोज पांडेय समर्थक जिला अध्यक्षोंं के नेतृत्व में चल रहा है। संगठन चुनाव कराने भिलाई जिला के लिए गिरधर गुप्ता को प्रभारी तथा जेपी शर्मा को सह प्रभारी और दुर्ग जिले के लिए कृष्ण कुमार राय को प्रभारी व कोमल जंघेल को सह प्रभारी बनाया गया है। इनके मार्गदर्शन में एक से 15 सितंबर तक बूथ समिति, 25 से 10 अक्टूबर तक मंडल तथा 21 अक्टूबर से 5 नवंबर के बीच जिला अध्यक्षों का चुनाव किया जाएगा। लेकिन भाजपा की स्थानीय गुटबाजी और बदलीहुई राजनीतिक तस्वीर से भिलाई और दुर्ग जिला संगठन के होने वाले चुनाव की राह आसान नहीं मानी जा रही है।