*जिला न्यायालय में अधिकारियों, कर्मचारियों व अधिवक्ताओं ने मनाया महिला दिवस हुए विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम*
बेमेतरा:- जिला विधिक सेवा प्राधिकरण (डालसा) के पदेन अध्यक्ष जिला न्यायाधीश जयदीप विजय निमोणकर के निर्देशन व गरिमामयी उपस्थिति में जिला न्यायालय परिसर में कार्यालयीन समय पश्चात अंर्तराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर न्यायिक अधिकारियों, कर्मचारियों व अधिवक्ताओं के द्वारा उत्साह के साथ कार्यक्रम आयोजित किये गये।
इस अवसर पर श्रीमती तनुश्री गबेल न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी बेमेतरा, महिला एवं बाल विकास विभाग बेमेतरा से यशोदा साहू, महिला अधिवक्ता सलमा शरीफ अपने विचार रखे तथा न्यायालय परिसर में अधिकारियों, कर्मचारियों व अधिवक्ताओं के मध्य हुए इस प्रकार के संयुक्त आयोजन की सराहना की। अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण बेमेतरा जयदीप विजय निमोणकर द्वारा अंतर्राष्ट्रिय महिला दिवस के अवसर पर सभी उपस्थित महिला न्यायाधीशगण, अधिवक्तागण, न्यायालयीन कर्मचारीगण एवं अधिकारीगण को बधाई एवं शुभकामनायें दी। कार्यक्रम में उपस्थित सभी महिला न्यायाधीशगण, अधिवक्तागण, न्यायालयीन कर्मचारीगण एवं अधिकारीगण को पेन भेट कर उन्हें सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर न्यायिक अधिकारियों में ओंकार प्रसाद गुप्ता, प्रधान न्यायाधीश परिवार न्यायालय बेमेतरा, पंकज सिन्हा, प्रथम अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश बेमेतरा अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश संजय अग्रवाल, मुख्य न्यायिक मजिस्टेªट जगदीश राम, व्यवहार न्यायाधीश वर्ग-1 श्रीमती तनुश्री गबेल, जसविंदर कौर अजमानी मलिक, सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण बेमेतरा, न्यायिक मजिस्टेªट प्रथम श्रेणी कामिनी वर्मा सहित सभी न्यायिक कर्मचारीगण व महिला अधिवक्तागण एवं बेमेतरा बार के अन्य अधिवक्तागण भी उपस्थित थे। कार्यक्रम में मंच संचालन अधिवक्ता रजनी पांडेय द्वारा किया गया।
जिला न्यायाधीश द्वारा उक्त कार्यक्रम में अपने उदबोधन में यह कहा गया कि आजादी के बाद से अबतक निरंतर रूप से सामाजिक आर्थिक व राजनीतिक रूप से महिलाओं का विकास हो रहा है तथा अब वे अबला से सबला बनने की ओर अग्रसर है। वर्तमान समय में पूर्व की तुलना में कन्या भू्रण हत्या, बाल विवाह, पर्दा प्रथा इत्यादि कुरीतियों में भी बहुत कमी आयी है। ये बदलाव भी महिलाओं के सजग होने का संकेत है। महिलाओं की उपलब्धियों को इस दिन उत्सव के तौर पर पूरे विश्व में मनाया जाता है तथा घर और ऑफिस की जिम्मेदारियों की दोहरी जिम्मेदारियों के कारण इस तरह के आयोजन से महिलाओं के मनोबल में वृद्धि होती है।