बीएसपी एक सुरक्षित, सहायक माहौल और समान अवसर प्रदान करती है

भिलाई। पुरुषों के कंधे से कंधा मिलाकर चलना, सेल परिवार का हिस्सा बनने के लिए अपने माता-पिता को स्टील उद्योग में शामिल होने के लिए राजी कराना, बीएसपी की सभी कामकाजी महिलाओं की विशेषता है। चाहे इंजीनियरों के साथ मिलकर काम करना हो और प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ रहा हो,
इन इस्पाती महिलाओं के पास आँसू के लिए कोई जगह नहीं है! बीएसपी की महिला कार्यबल सर्वव्यापी है जो फर्नेस से लेकर वित्त, सामग्री प्रबंधन तक ओर हैंडलिंग प्लांट से ऑक्सीजन प्लांट तक, स्टोर से स्टील मेल्टिंग शॉप तक, ऊर्जा से पर्यावरण प्रबंधन तक, कॉन्ट्रैक्ट सेल से लेकर लागत प्रबंधन तक, शिक्षा से लेकर ईटीएल तक, मेडिकल सर्विस से लेकर मिल्स तक, इनकॉस से लेकर सी एंड आईटी तक, परचेस से लेकर पर्सनल तक सभी जगह विद्यमान है जहां वे अपनी कार्य कुषलता से लेकर प्रबंधकीय क्षमता तक प्रदर्षित करती है।
सु प्रतिभा हरिश्चंद्र, महाप्रबंधक (ओपी-2) ने अपने कैरियर का अधिकांश समय ऑक्सीजन प्लांट में काम करते हुए बिताया है। वह टैंकरों में भरे ऑक्सीजन को हर हफ्ते देश भर के विभिन्न अस्पतालों में भेजकर, लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन की आपूर्ति करने में गर्व महसूस करती हैं। हम सिलिंडर भी रिफिल करते हैं अत: हम इन सिलिंडरों का प्रत्येक बार सैनिटाइज करते हैं क्योंकि हमें पता है कि इनका उपयोग कोविड रोगियों के लिए किया जाता है। उन्होंने कहा कि यह वास्तव में हमारे राष्ट्र की सेवा करने के लिए गर्व का क्षण था।
सु रजनी खोसला, सीनियर टेक्नीषियन (इंस्ट्रूमेंटेशन) भिलाई इस्पात संयंत्र के प्रति वफादारी का प्रतीक है। उनके परिवार के तीन सदस्य उनके पति एस के खोसला, उनका बेटा और वो स्वयं संयंत्र से जुड़े हंै। उनकी बेटी भी एक इंजीनियर है और अगर वह इंजीनियर के रूप में बीएसपी में शामिल होती हैं तो उन्हें बेहद खुशी होगी। उन्होंने कहा कि बीएसपी महिलाओं को एक सुरक्षित, सहायक और समान अवसर प्रदान करती है।
ओसीटी सु रामबती गावड़े, कांकेर जिले की निवासी हैं। वह ओएचपी में काम कर रही है और ओएचपी के योजना अनुभाग में पदस्थ है। उसके काम में इंडेंट जुटाना, रसीदें जारी करना, स्टोर की देखभाल करना, परचेस और सामग्री के स्टॉक का ट्रैक रखना शामिल है। उन्होंने कहा इसमें मेरे सहयोगियों ने मुझे बहुत समर्थन किया है।
एसपी-3 की ओसीटी सु सरिता देवांगन, भिलाई की दूसरी पीढ़ी की हैं। उनके पिता भिलाई विद्यालय में शिक्षक थे। उन्होंने मेटलर्जी, कंप्यूटर विज्ञान और अंग्रेजी में डिग्रियां प्राप्त की है। उनका जन्म राजहरा में होने के कारण, उन्होंने अपनी शिक्षा भिलाई के आसपास के क्षेत्र में प्राप्त की है। वह सिंटर प्रोडक्शन के लिए रिपोर्ट बनाने में शामिल है। उन्हें लगता है कि बीएसपी एक अच्छा वर्क लाइफ बैलेंस प्रदान करती है। ओसीटी, सु जूली ग्लास्को बार और रॉड मिल के इलेक्ट्रिकल मेंनटेंस अनुभाग को देखती हैं। उन्होंने ड्राइव और पीएलसी के साथ-साथ फिनिशिंग क्षेत्र में भी काम किया है। वह अनुबंध से संबंधित कार्य भी संभालती हैं। वह अपने परिवार की पहली महिला हैं जिन्होंने अपने गृहनगर झारखंड से बाहर निकलकर बीएसपी जैसे बड़े स्टील प्लांट में काम किया।
रेल एंड स्ट्रक्चरल मिल की ऑपरेटिव, सु अनामिका झा, ब्लूम्स की लंबाई को मापती हैं, उनके क्रॉस सेक्शन की जांच करती हैं, उनका निरीक्षण करती हैं और आरएसएम में ब्लूम के उचित स्टैकिंग की देखभाल करती हैं। वह बहुत खुश है कि उन्हें शॉपफ्लोर पर काम करने और रोलिंग के लिए ब्लूम्स की आपूर्ति की निगरानी करने का अवसर मिला।
बीएसपी की महिला कार्मिक कठिन परिस्थितियों में भी पूरे समर्पण के साथ काम करती हैं, और उन्हें महिला होने पर गर्व है। वे विभिन्न भूमिकाएं निभाते हुए विविध दायित्वों का निर्वहन करती हैं।