*यूरिया संकट, खाद के लिए भटक रहे किसान, घण्टो कतार में लगने बावजूद बैरंग लौट रहे किसान*
*(दुकानदारो पर कालाबाजारी के लगे आरोप, किसान नेता योगेश तिवारी ने यूरिया के पर्याप्त उपलब्धता की मांग)*
बेमेतरा:- फसलों के लिए सहकारी समितियों में यूरिया का संकट खड़ा हो गया है। सहकारी समिति से किसानों को यूरिया खाद नहीं मिल रही है। किसान खाद के लिए दर-दर भटक रहे हैं। बाहर निर्धारित मूल्य से अधिक दाम पर प्राइवेट दुकान से खरीदने के लिए मजबूर हो रहे हैं। इसे लेकर किसानों में आक्रोश है। हालांकि यूरिया की कालाबाजारी को लेकर कृषि विभाग की ओर से कई दुकानों को सील करने की कार्रवाई की गई। बावजूद यूरिया की उपलब्धता को लेकर किसानों को भटकना पड़ रहा है। उक्त बातें किसान योगेश तिवारी ने कही है। उन्होंने बताया कि क्षेत्र के किसानों की यूरिया संकट को लेकर लगातार शिकायत मिल रही है। एक बोरी यूरिया पाने के लिए किसानों को भागदौड़ करनी पड़ रही है। किसान राजेंद्र सिंह, पितांबर पटेल, रामकुमार अवस्थी, आशीष ने बताया कि यूरिया नहीं मिल पा रही है।किसान नेता ने बताया कि यूरिया के लिए किसानों को घण्टो लाइन में लगानी पड़ रही है, बावजूद बैरंग लौटना पड़ रहा है।
*महंगे रेट में खाद दे रहे दुकानदार, किसानों की बढ़ी परेशानी*
किसान नेता के अनुसार वर्तमान में किसानों को यूरिया की जरूरत है, लेकिन समितियों से खाद नदारद है। खाद आने के इंतजार में फसल बर्बाद हो रही है। बाजार में भी दुकानदारों के पास भी यूरिया नहीं है। जिन दुकानदारों के पास यूरिया है, वह मनमानी रेट पर खाद बिक्री कर रहे हैं। इसको लेकर किसानों में नाराजगी भी है। मिली जानकारी के अनुसार लक्ष्य 6900 मीट्रिक टन के विपरीत अब तक समितियों को 5 हजार 627 मीट्रिक टन की आपूर्ति की गई है, अभी भी 591 मीट्रिक टन यूरिया की आपूर्ति किया जाना शेष है।