चिपको आंदोलन” की तर्ज पर, पेडों को कटने से रोकने का दिया संदेश On the lines of “Chipko Andolan”, message given to stop cutting of trees

“चिपको आंदोलन” की तर्ज पर, पेडों को कटने से रोकने का दिया संदेश
कवर्धा दसरंगपुर
26 मार्च 1974 में उत्तरप्रदेश वर्तमान उत्तराखण्ड के चमोली जिले के रैणी गांव के जंगल के हजारों पेड़ों को काटे जाने का गौरादेवी नामक महिला के साथ अन्य महिलाओं ने पेड़ों से चिपककर विरोध किया तथा “पहले हमें काटो फिर पेड़ों को भी काट लेना ” का आह्वान किया, और हजारों पेंड कटने से बच गये। यह “चिपको आन्दोलन” के रूप में प्रसिद्ध हुआ तथा पर्यावरण संरक्षण के लिए पूरे देश में जन-जागरूकता लाने के लिए जाना गया। इसी तर्ज पर बेमेतरा कबीरधाम जिले की रासेयो जिला संगठक डॉ. के. एस. परिहार व सुरजपुरा ‘वन’ ग्राम पंचायत के सरपंच श्री नीलकंठ मेरावी के मार्गदर्शन तथा शासकीय गजानंद माघव मुक्तिबोध शासकीय महाविद्यालय सहसपुर लोहारा की राष्ट्रीय सेवा योजना की कार्यक्रम अधिकारी प्रेमाकुमारी कुजूर व शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय दशरंगपुर के रासेयो कार्यक्रम अधिकारी हेमधर साहू के नेतृत्व में स्वयंसेवकों ने वृक्षों से लिपटकर, पेड़ों को नहीं काटने का संदेश दिया।
अवसर था शासकीय गजानंद माधव मुक्तिबोध शासकीय महाविद्यालय- सहसपुर लोहारा के सात दिवसीय विशेष शिविर के चौथे दिवस पर, सुरजपुरा “जंगल” ग्राम पंचायत के आश्रित ग्राम- पेण्डीतराई में बौद्धिक परिचर्चा पर पहुॅचे. शा.उ.मा.वि. – दशरंगपुर के कार्यक्रम अधिकारी हेमधर साहू के मोटिवेशन स्पीच व गतिविधियों का।
हेमधर साहू ने बताया कि परोपकारी पेड हमें फल-फूल, औषधी, सुखदायी छाया देती है तथा बारिश कराने में सहायक है और सभी प्राणियों को “प्राणवायु” ऑक्सीजन भी पेड हमें निःशुल्क देते हैं. अतः हमें अधिक से अधिक पौधारोपण करना चाहिए तथा पेड़ों को अंधाधुंध कटने से रोकना चाहिए। हमारे घर के आस-पास के कचरों की होली जलाना चाहिए, पेड़ों को काटकर, होलिका दहन कतई उचित नहीं है। सहसपुर लोहारा कालेज की अतिथि व्याख्याता समाजशास्त्र” कु. अंजू महोबिया ने पर्यावरण संरक्षण के संकल्प दिलाई। तथा अतिथि व्याख्याता “अंग्रेजी” श्री मनमोहन साहू ने पेड़ों को धरती का श्रृंगार बताया. पेड़ों पर ही वन्य प्राणियों का जीवन निर्भर है, अतः वन्य प्राणियों के रक्षार्थ पेडों को कटने से रोकना होगा। बौद्धिक परिचर्चा में आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल के “अंग्रेजी के शिक्षक” अमित कुमार पाण्डेय ने आज के दौर में स्पोकन इंग्लिश के महत्व को विस्तार से बताकर, अंग्रेजी सीखने के सरल तरीके बताये सहसपुर लोहारा कालेज की “ब्लू ब्रिगेड” के स्वयंसेवकों ने पर्यावरण संरक्षण रैली भी गांव में निकाली।
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