वार्ड नं. 8 तकिया पारा सुलभ शौचालय का जर्जर हाल

जन प्रतिनिधियों की उदासीनता से ताकियापारा वासी परेशान
दुर्ग – राजनैतिक दल के लोगो के द्वारा जब तक सत्ता नहीं मिलती तब तक सत्ता पाने की चाहत में आरोप प्रत्यारोप लगा कर जनता को यह एहसास कराने का प्रयास करते है की वे ही वास्तव में जनता के मसीहा है और यह सत्ता पर बैठ जाते है तो इनका रंग गिरगिट की तरह हो जाता है विडंबना यह है की निगम की दोनों ही पार्टिया हमेशा सत्ता सुख भोगने के बाद भी आम जनता को बेवकूफ जैसा समझते है आश्चर्य का विषय यह है की बीजेपी के सिद्धांत का चुनाव के समय बड़ा ढिंढोरा पिटा जाता है की हमारी पार्टी जनता की सदैव हितैषी रही है जबकि हालात कुछ और ही बता रहे है मिशाल के तौर पर वार्ड नं. 8 तकिया पारा में लगभग पांच वर्ष पूर्व शुलभ शौचालय का निर्माण किया गया था वर्तमान समय में उस शुलभ शौचालय की स्तिथि को देखने वाला कोई नहीं है जिसके कारण वहा पर गन्दगी का आलम के साथ ही उस शुलभ शौचालय में रात्री के समय असामाजिक तत्वों का जमावड़ा लगने के साथ ही गांजे की खुशबू से आसपास का वातावरण प्रदूषित हो जाता है जिसके कारण वहा पर से गुजरने वाले वार्ड वासियों पर गंभीर बीमारियों का खतरा भी मंडरा रहा है इसके अलावा उन आसामाजिक तत्वों के द्वारा कभी भी किसी गंभीर घटना की संभावना भी बनी रहती है मगर हमारे वार्ड की प्रतिनिधि हो या नगर निगम महापौर को शिकायत करने के बाद भी इस ओर ध्यान देने की फुर्सत नही है तथा दूसरी ओर कांग्रेस के विधायक प्रतिनिधि अपने साथी पार्षदों से मिल कर उक्त शुलभ शौचालय का मौका मुआयना कर लेते और सत्ता पक्ष की महापौर के ऊपर पार्षदों के माध्यम से दबाव बनाकर इस जनहित के मुद्दे को त्वरित रूप से निपटाया जा सकता था ना की अनर्गल बयानबाजी कर के विधायक प्रतिनिधि जैसे पद की गरिमा को भी आपने चौराहे पर ला खड़ा किया है यह क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है !